R.O. No. : 13129/ 41
विविध ख़बरें

कोर्ट की दखल को कब तक सरकार टालती रहेगी, ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन पर आएगा रिजल्ट

  • पेंशनर का कहना है कि यदि सुप्रीम कोर्ट या अन्य न्यायालयों के फैसले से सरकार पर दबाव बनेगा।
  • अशोक राउत का प्रयास और संगठन की मेहनत एक सकारात्मक दिशा में जा रही है।

सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन (EPS 95 Minimum Pension) का संघर्ष जारी है। Employees Pension Scheme 1995 के तहत 7500 रुपए न्यूनतम पेंशन, डीए और मेडिकल सुविधा की मांग की जा रही है। पेंशन बढ़ाने के आंदोलन में अशोक राउत और उनके नेतृत्व में संगठन (EPS-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति) सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं। इस आंदोलन का उद्देश्य पेंशनभोगियों को सम्मानजनक पेंशन दिलाना है।

ये खबर भी पढ़ें: ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन: केवल पीएम मोदी के शब्दों के मायने हैं, भाजपा नेताओं के बयान का महत्व नहीं, पेंशनभोगी ने दिए सबूत

अब सवाल ये है कि क्या सफलता मिलेगी? एक पेंशनभोगी का कहना है कि सामूहिक प्रयास का प्रभाव दिख रहा है। किसी भी आंदोलन की सफलता सामूहिक प्रयास, सही रणनीति, और सरकार तक प्रभावी पहुंच पर निर्भर करती है। अशोक राउत का नेतृत्व मजबूत और ठोस है, और वे इस मुद्दे को प्रभावी रूप से उजागर कर रहे हैं।

ये खबर भी पढ़ें: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका को वेतन के नाम पर सिर्फ मानदेय, ग्रेच्युटी और पेंशन

सरकारी निर्णय का प्रभाव भी दिख रहा है। सरकार की आर्थिक स्थिति, राजनीतिक इच्छाशक्ति और चुनावी माहौल भी इस प्रकार के निर्णयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि सरकार को पेंशन बढ़ाने से जनहित और चुनावी लाभ का संकेत मिलेगा, तो सकारात्मक निर्णय लिया जा सकता है।

ये खबर भी पढ़ें: Employees Pension Scheme 1995: मोदी जी…ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन 7500 भरपाई कीजिए वृद्धावस्था पेंशन से

हालिया घटनाक्रम

कई बार EPS 95 पेंशन सुधार के मुद्दे पर केंद्र सरकार ने ध्यान दिया है और उच्चतम न्यायालय ने भी इससे जुड़े मामलों पर कुछ दिशा-निर्देश दिए हैं। इसलिए उम्मीद है कि आने वाले समय में इस दिशा में प्रगति हो सकती है। यदि आंदोलन को और अधिक व्यापक समर्थन मिलता है, तो इसकी सफलता की संभावना बढ़ेगी।

ये खबर भी पढ़ें: कार्यालय छोड़कर भागने वाले कर्मचारियों की सेवा होगी समाप्त, पेंशन हितग्राहियों का करें सत्यापन

कानूनी समर्थ

पेंशनर का कहना है कि यदि सुप्रीम कोर्ट या अन्य न्यायालयों के फैसले से सरकार पर दबाव बनेगा। अशोक राउत का प्रयास और संगठन की मेहनत एक सकारात्मक दिशा में जा रही है। लेकिन सफलता पूरी तरह से आंदोलन की गति, जनसमर्थन, और सरकार की नीतियों पर निर्भर करेगी। अगर यह प्रयास ठोस और संगठित बना रहता है, तो पेंशन बढ़ाने में सफलता मिलने की प्रबल संभावना है।

ये खबर भी पढ़ें: BSP Officers Association: अब सदस्यता शुल्क 200, रिटायरमेंट पर सम्मान राशि 10 हजार, संवरेगा प्रगति भवन

The post कोर्ट की दखल को कब तक सरकार टालती रहेगी, ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन पर आएगा रिजल्ट appeared first on Suchnaji.

Related Articles

Back to top button