R.O. No. : 13047/ 53 M2
विविध ख़बरें

कोरोना को लेकर बेहद सावधानी की जरूरत, फिर से बढ़ रहा संक्रमण का खतरा

भिलाई में नेहरू नगर, हुडको तथा दुर्ग में सराफा बाजार में मामले तेजी से बढ़ रहे

ऐसे इलाके जहाँ लोग काफी ट्रैवल कर रहे, उन इलाकों में कोरोना के तेजी से बढ़ रहे मामले

       दुर्ग। देश भर में कोरोना के मामलों में तेज बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है और दुर्ग जिला भी इससे अछूता नहीं है। पहली मार्च को दुर्ग जिले में कोरोना के 47 नये पाजिटिव मरीज चिन्हांकित किये गये थे। सोमवार 15 मार्च को इनकी संख्या बढ़कर 155 हो गई। इस तरह पंद्रह दिनों के भीतर मिलने वाले नये मरीजों की संख्या तिगुनी हो गई। भिलाई के जोन वन में पहली मार्च को 3 पेशेंट कोरोना पाजिटिव आए थे। दस दिन बाद इस इलाके में 36 लोग कोरोना पाजिटिव पाये गए। दस दिन का आँकड़ा देखें तो नेहरू नगर में 42 लोग पाजिटिव आए हैं। जोन वन वो इलाका है जहां नेहरू नगर और हुडको जैसे इलाके आते हैं। इन जगहों में लोग देश-विदेश काम के सिलसिले में या अन्य सिलसिलों में काफी ट्रैवल करते हैं। इसी तरह से दुर्ग के सराफा बाजार जैसे इलाकों में कोरोना के मामलों की संख्या तेजी से बढ़ी है। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने लोगों से आग्रह किया है कि कोरोना की गंभीरता को देखते हुए लक्षण उभरते ही टेस्ट कराएं। मास्क पहनें एवं बेवजह यात्राएं न करें। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर ने आज ही निर्देश जारी किये हैं कि सार्वजनिक स्थलों पर मास्क नहीं लगाने पर 200 रुपए का अर्थदंड नागरिकों से लिया जाए।

       सावधान रहिये, गंभीर मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही- कोरोना के मामले बीते दिनों काफी कम हो गए थे। कुछ दिनों पहले तक शंकराचार्य कोविड हास्पिटल में मरीजों की संख्या केवल 19 रह गई थी। अब इनकी संख्या बढ़कर 69 हो गई है। अभी 12 मरीज आईसीयू में हैं और 3 मरीज वेंटिलेटर में हैं। शंकराचार्य कोविड हास्पिटल की प्रभारी डाॅ. सुगम सावंत ने बताया कि हास्पिटल में सभी मरीजों को सर्वोत्तम ट्रीटमेंट दिया जा रहा है।

       सेंसेटिव एरिया में क्यों तेजी से बढ़ रहे मामले, इसके संभावित कारण- जिन इलाकों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। वहाँ इसके संभावित कारणों को भी टटोलने की कोशिश की गई है। नेहरू नगर में ओपन जिम, माल, होटल, मार्केट तथा बाहर से काफी मूवमेंट होने की वजह से कोरोना के मामले बढ़े। चैहान टाउन में लिफ्ट का उपयोग संभावित कारण हो सकता है। हुडको में ज्वाइंट फैमिली की संख्या काफी है। कुछ लोग बुजुर्ग हैं और लक्षण उभरने पर टेस्ट का निर्णय करने में देर कर देते हैं। भिलाई के सेक्टर एरिया जैसे सेक्टर-7, सेक्टर-2, सेक्टर-4 एवं सेक्टर-10 में मामले ज्यादा आने के कारण क्रिकेट ग्राउंड, ट्यूशन आदि हो सकते हैं। प्रगति नगर और सुपेला में बाजार बहुत सघन है। स्मृति नगर में वृद्धजनों की संख्या काफी होने की वजह से ऐसा हो रहा है।

       दो बड़े कारण जिनसे बढ़ रहा संक्रमण- कोरोना के लक्षण उभरते ही इसका टेस्ट कराना बेहद जरूरी है ताकि संक्रमण की रोकथाम शुरू होते ही की जा सके। टेस्टिंग में देर होने से पेशेंट की स्थिति भी बिगड़ती है और प्राइमरी कांटैक्ट के संक्रमित होने का खतरा भी बढ़ जाता है। बिना टेस्टिंग कराये सार्वजनिक स्थलों में घूमने और लोगों से मिलने-जुलने से अन्य लोगों के संक्रमित होने की आशंका भी बढ़ जाती है। दूसरा बड़ा कारण ट्रैवल हिस्ट्री है। कुछ मामलों में ऐसी जानकारी मिली है कि लोग दूसरे राज्यों में बड़े सामाजिक समारोहों से लौटे और कोविड का शिकार हुए।

       सेंसेटिव एरिया में लग रहे कैंप, जरूर कराएं परीक्षण- कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के निर्देश पर सेंसिटिव एरिया में टेस्टिंग के लिए कैंप लगाये जा रहे हैं। कोरोना के रोकथाम के लिए यह बहुत आवश्यक है कि लक्षण होने पर या प्राइमरी कांटैक्ट होने पर टेस्टिंग जरूर कराएं। इसमें किसी तरह की लापरवाही करना अपने को गंभीर खतरे में डालना है। उल्लेखनीय है कि हर दिन जिले में 21 सौ टेस्टिंग की जा रही है।

       प्रशासन अलर्ट, पंद्रह दिनों में अब तक लगभग नौ हजार लोगों पर मास्क नहीं पहनने पर तीन लाख रुपए का जुर्माना- कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने बीते दिनों हुई बैठक में सभी निगम आयुक्तों को निर्देश दिये थे कि सार्वजनिक स्थलों पर मास्क लोग अनिवार्य रूप से पहने। इस तरह के लगभग नौ हजार मामलों में तीन लाख रुपए का अर्थदंड लगाया गया है।

 

 

वृद्धाश्रम के बुजुर्गों को भी लगाया गया टीका, समाज कल्याण विभाग के सचिव और संचालक भी रहे मौजूद

सभी बुजुर्गों की मेडिकल फैसिलिटी का रखें पूरा ध्यान, जरूरत पड़े तो सर्जरी जैसे विकल्पों पर भी काम करें

       दुर्ग। जिला अस्पताल में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित वृद्धाश्रम के रहवासियों को आज कोविड वैक्सीनेशन का प्रथम डोज लगाया गया। इस दौरान समाज कल्याण विभाग की सचिव श्रीमती शहला निगार तथा संचालक श्री पी. दयानंद भी उपस्थित थे। उन्होंने जिला अस्पताल में वृद्धजनों से हालचाल पूछा। जिला अस्पताल में आज कुल 55 लागों का टीकाकरण किया गया। इस दौरान अपर कलेक्टर श्री बीबी पंचभाई, विभाग के संयुक्त संचालक श्री पंकज वर्मा, उप संचालक समाज कल्याण श्री ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

       सचिव ने किया आश्रम का अवलोकन- जिले में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित पुलगांव स्थित वृद्धाश्रम का विभाग के सचिव ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने वहां रह रही वृद्धा श्रीमती पुष्पा साहू 68 वर्ष तथा श्रीमती ग्यासी देवी उम्र 80 वर्ष से मुलाकात कर उनका हालचाल पूछा। श्रीमती ग्यासी देवी ने बताया कि पाचन संबंधी तकलीफ रहती है। श्रीमती साहू ने बताया कि उन्हें हृदय रोग है तथा इसका उपचार चल रहा है। सचिव ने वहाँ मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि इलाज के किसी चरण में यदि सर्जरी की जरूरत पड़े तो इसकी आवश्यक व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि सभी बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। नियमित रूप से मेडिकल चेकअप कराते रहें।

       सचिव ने कहा कि बुजुर्गों के मनोरंजन का पूरा ख्याल रखें। उनकी अवस्था के मुताबिक खानपान पर विशेष ध्यान दें। कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए मास्क का उपयोग और साफसफाई जैसी व्यवस्था हमेशा पुख्ता रहे। समय-समय पर मेडिकल चेकअप कराते रहें। गार्डन और बेहतर करें ताकि सुबह-शाम मनोरंजन के लिए इन्हें अच्छी जगह मिल सके।

 

आस्ट्रेलियन प्रजाति के केंचुए को जाना, इलाहाबादी अमरूद की फ्रूटिंग देखी और मिनी राइस मिल से चावल निकलता भी

सुकमा के गौठान समिति के सदस्यों का दल पहुँचा जिले में नवाचार देखने

एक-दूसरे के अनुभवों को साझा किया, बताया ये बहुत रोचक अध्ययन यात्रा

       दुर्ग। आस्ट्रेलियन प्रजाति के केंचुआ के उत्पादन के साथ ही मिनी राइस मिल में धान से चावल निकलते हुए और बाड़ी में इलाहाबादी अमरूदों को देखने के साथ आज सुकमा के गौठान समिति के सदस्यों की यात्रा मुकम्मल हुई। यह दल जिले में गौठानों में चल रहे नवाचार देखने आया। उन्होंने गौठानों के साथ ही बाड़ी योजना एवं अन्य नवाचार भी देखे। वे स्थानीय स्व-सहायता समूहों एवं गौठान समिति के सदस्यों से मिले। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के अनुभवों को साझा किये और अपने यहाँ के नवाचारों को बताया। इस दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री अशोक साहू भी उपस्थित रहे और उन्होंने तथा जिला पंचायत एवं कृषि विभाग के अधिकारियों ने जिले के गौठानों में चल रहे नवाचारों को विस्तृत रूप से साझा किया। दल सबसे पहले सिकोला के गौठान पहुँचा। यहाँ दल ने स्व-सहायता समूहों से वर्मी कंपोस्ट पर बातचीत की। दल ने विस्तार से बताया कि किस प्रकार सिकोला के गौठान में गोधन न्याय योजना का क्रियान्वयन हो रहा है और किस तरह से वर्मी कंपोस्ट के उत्पादन में तकनीकी पक्षों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। वे सिकोला के साथ ही बोरेंदा, केसरा की बाड़ियों में पहुँचे। कौही गये और सिकोला में मिनी राइस मिल का निरीक्षण किया।

वर्मी कंपोस्ट के बारे में बताया-

       गोधन न्याय योजना पर विशेष रूप से दल का फोकस रहा। इसमें गोबर खरीदी से लेकर कंपोस्ट बनाये जाने एवं इसके विपणन के पूरे कार्य की जानकारी दी गई। समय-समय पर गौठान समिति ने किस प्रकार गौठान को आगे बढ़ाने के बारे में निर्णय लिये, इसकी भी दिलचस्प जानकारी दी। कुर्मीगुंडरा में दल ने देखा कि किस प्रकार आस्ट्रेलियन प्रजाति के केंचुआ का उत्पादन किया जा रहा है। सिकोला में हो रहे मुर्गीपालन में भी दल ने विशेष दिलचस्पी ली। सुकमा से आये श्री सोयम ने बताया कि वे अपने जिले के सभी गौठानों के लिए इस तरह के नवाचार को अधिकाधिक बढ़ाने की सलाह देंगे क्योंकि बस्तर में मुर्गीपालन और इसके लाभों को लेकर दिलचस्प संभावना है।

केसरा की बाड़ी में देखा इलाहाबादी अमरूद-

       सुकमा के दल ने केसरा की बाड़ी में इलाहाबादी अमरूद देखा। एक साल पहले यह बाड़ी वीरान थी। इसमें 14 एकड़ में सब्जी और फल रोपे गये। शुरूआती दो एकड़ में इलाहाबादी अमरूद रोपे गये हैं। इनमें पहले साल ही फ्रूटिंग आ गई है। पीछे भाजी की सब्जी लहलहा रही थी और इसके पीछे नैपियर घास। खारून नदी के बिल्कुल बगल में ही लगे इस गाँव में दल को वहीं उगाई गई सब्जी से भोजन कराया गया और दल को काफी भाया।

सिकोला में मिनी राइस मिल-

       सिकोला में स्वसहायता समूहों को डीएमएफ के माध्यम से मिनी राइस मिल उपलब्ध कराई गई है। इससे ग्रामीण अपने जरूरत के मुताबिक धान से चावल निकाल लेते हैं। यह नवाचार सुकमा के दल को बहुत अच्छा लगा।

 

अब सार्वजनिक स्थलों पर मास्क नहीं लगाने पर लगेगा 200 रुपए जुर्माना

कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने जारी किये निर्देश

 

       दुर्ग। जिले में सार्वजनिक स्थलों पर मास्क नहीं लगाने पर अब दो सौ रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। इस संबंध में कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने निर्देश जारी किये हैं। उल्लेखनीय है कि जिले में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए कलेक्टर ने बीते दिनों अधिकारियों को निर्देशित किया था कि सार्वजनिक स्थलों में सघन निरीक्षण अभियान चलाएं और मास्क पहनने के संबंध में लापरवाही करने वालों पर जुर्माना लगाया जाए।

 

नशा किसी भी रुप में लिया जाए वह कभी लाभदायक नहीं होता

नशे की हालत में गाड़ी ना चलाएं

       दुर्ग। श्री राजेश श्रीवास्तव जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवासेवा प्राधिकरण के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में दिनांक 16 मार्च से 19 मार्च तक वाहन चालन संबंधी विशेष जागरूकता अभियान, एवं नशा मुक्ति हेतु पटेल चैक दुर्ग में चलाया जा रहा है जिसके तहत् आज कुल 1040 ऐसे वाहन चालक जो यातायात नियमों की अनदेखी करते पाए गए, उन्हें नियमों की जानकारी देते हुए बंधपत्र भरवाया गया। श्री विजय कुमार साहु अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश के द्वारा वाहन चालकों को समझाईश दी जिन्हें नियमों के विरूद्व वाहन चालक का कार्य करते हुए पाया गया।  वाहन चालकों को यह जानकारी दी कि ’’ बिना बीमा के मोटर यान चलाना अपराध है तथा यदि बिना बीमा के मोटर यान से किसी की मृत्यु हो जाने पर मृत के दुर्घटना दावा का भुगतान वाहन स्वामी या वाहन चालक द्वारा किया जाता है। यदि वाहन को बिना बीमा के चलवाया जाता है तो चालक के साथ -साथ वाहन स्वामी भी दायित्वाधीन होता है। उन्होंने बताया किः-’’नशा व्यक्ति के साथ-साथ समाज में भी बुरा प्रभाव डालता है । मोटर दुर्धटना के अधिकांशतः मामले नशे के हालत में गाडी चलाने के ही कारण होती है । समाज में युवा वर्ग वर्तमान परिस्थिति में नशे की ओर आकर्षित होते हैं । कई जगहों पर अनुचित रूप से हुक्का बार भी चलाये जाते हैं जिसमें युवा वर्ग की भागीदारी ज्यादा रहती है, जो उनके भविष्य को अंधकार में डालती है तथा समाज में उसका बुरा प्रभाव पडता है । परिवार में नशा करने वाले व्यक्ति का परिवार टूटने लगता है तथा बिखर जाते हैं । वाहन चालकों को यह भी जानकारी दिया गया कि 18 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति द्वारा वाहन चलाया जाना अपराध है तथा 18 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति द्वारा बिना अनुज्ञा पत्र के लोक मार्ग पर वाहन चलाना अपराध है। यदि कोई वाहन का स्वामी अपनी वाहन को 18 वर्ष से कम व्यक्ति को चलाने देता है तो चालक के साथ-साथ वाहन स्वामी भी अपराध का भागी होता है। कोई भी वाहन लोक मार्ग पर बिना पंजीयन के नहीं चलाया जा सकता बिना पंजीयन के वाहन चलाना अपराध होता है यदि कोई व्यक्ति वाहन बेचता है तो वाहन बेचे जाने के 15 दिनों के अंदर उक्त वाहन का पंजीयन एवं बीमा का ट्रांसफर करा लेना चाहिए। वाहन के स्वामी को मजिस्ट्रेट के द्वारा यह भी जानकारी दिया गया कि वाहन चलाते समय सुरक्षा मानको का ध्यान रखा जाना चाहिए। जैसे मोटर सायकल चलाते समय सुरक्षा टोपी (हेलमेट), चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट आवश्यक रूप से पहनना चाहिए। बिना हेलमेट या सीट बेल्ट के वाहन चलाना ना सिर्फ अपराध है बल्कि जान और माल के लिए भी नुकसान दायक हो सकता है। लोक मार्ग पर दिये गये यातायात संकेतों को पालन करते हुए ही वाहन चलाया जाना चाहिए। वाहन को संकेतों में दिये गये गति सीमा से अधिक गति से वाहन को चलाना भी अपराध होता है। वाहन चालन के नियमों को जनमानस को दिये जाने हेतु यह जागरूकता अभियान 19 मार्च तक आयोजित की जा रही है। नियमों के विरूद्व वाहन का चालन कर रहे वाहन चालकों से बंधपत्र भरवाया जा रहा है तथा उन्हें मोटर यान अधिनिमय के तहत् लगने वाले जुर्माने की राशि की भी जानकारी दी जा रही है।

 

 

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण हेतु आवेदन आमंत्रित

 

       दुर्ग। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 3.0 (केंद्र प्रवर्तित-राज्य प्रबंधित) अंतर्गत रिकॉग्निशन ऑफ पिरिर्यर लर्निंग (आरपीएल) के टाइप 2 (एम्प्लायर प्रिमायसेस) के तहत किसी कोर्सध्ट्रेडध्व्यवसाय विशेष में पूर्व प्रशिक्षित एवं अनुभवी हितग्राहियों को उनकी योग्यता एवं अनुभव के आधार पर स्किल इंडिया पोर्टल में पंजीकृत कर 12 घंटे का प्रशिक्षण प्रदान कर सर्टिफिकेशन किया जाना है। आरपीएल के तहत प्रमाणीकरणध्प्रशिक्षण सर्टिफिकेशन हेतु प्रतिदिन प्रशिक्षण अवधि अधिकतम 6 घंटे की होगी जिसमें 18 वर्ष से 45 वर्ष की आयु वाले हितग्राही पात्र होगें। इन हितग्राहियों के पास आधार नंबर एवं आधार लिंक बैंक खाता होना अनिवार्य है। प्रशिक्षण के समय इनकी उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन से ली जाएगी।

       आरपीएल टाइप 2 (एम्प्लायर प्रिमायसेस) में प्रशिक्षण प्रदान हेतु इच्छुक संस्था  के लिए आवश्यक दस्तावेज इस प्रकार है- नियोक्ता का सहमति पत्र, नियोक्ता स्थल पर प्रशिक्षण हेतु चिन्हांकित कोर्स में आवश्यक अधोसंरचना, लैब सेटअप एवं प्रमाणीकृत प्रशिक्षण की उपलब्धता के साथ कार्यालय जिला विकास कौशल प्राधिकरण प्रथम तल जिला पंचायत दुर्ग में 1 सप्ताह के भीतर आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। इस संबंध में विस्तृत जानकारी कार्यालय जिला कौशल विकास प्राधिकरण जिला पंचायत दुर्ग में उपस्थित होकर प्राप्त कर सकते है।

Related Articles

Back to top button