टी.बी. को मात देकर बने टी.बी. मितान को दिया गया प्रशिक्षण
बालोद। जिले में संचालित ALLIES प्रोजेक्ट के अंतर्गत टीबी मितान को स्वास्थ्य विभाग एवं रीच संस्था द्वारा एक निजी होटल में 16 मार्च से तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। जिले को टीबी मुक्त करने के लिए 10 टीबी सरवाईवर को टीबी मितान के रूप में चयनितकिया गया है। प्रशिक्षण में टीबी को वर्ष2025 तक कैसे ख़त्म करना हैकी रणनीति पर चर्चा की गई। इस प्रशिक्षण के दौरान जिले के क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ. संजीव ग्लेड ने सभी टीबी मितान को टीबी की पहचान के लक्षणों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया,दो हप्ते से लगातार खांसी आना, सीने में दर्द, शाम के समय बुखार आना, खखार के साथ खून का आना, वजन का लगातार कम होना आदि टीबी केलक्षण हो सकते हैं। इस तरह के लक्षण अगरकिसी भी व्यक्ति में दिखायी देते हैं तो उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल में अपनी खखार की जांच करानी चाहिए”।
जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ. संजीव ग्लेड बताया, “टीबी हमारे शरीर के नाख़ून व बाल को छोड़कर कहींभी हो सकता है इस दौरान उन्होंनेटीबी कीदवा के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। टीबी को हराकर टीबी मितान बने सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं को यह जानकारी दी गई। टीबी मितान स्वयं के अनुभवों को साझा कर टीबी मरीजों को इलाज कराकर स्वस्थ जीवन व्यतीत के लिए प्रेरित करेंगे। वहीं इलाज के दौरान दवाई का पूरा कोर्स कराने में मदद भी करेंगे ताकि टीबी मरीज़ की स्थिति गंभीर न हो और मरीजों को इस बारे में जागरूक भी करेंगे कि टीबी की दवाई खाने से टीबी की बीमारी पूरी तरह से ठीक हो जातीहै और व्यक्ति सही होने के बाद सामान्य जीवन यापन कर सकता है।
रिच संस्था से आए स्टेट प्रोग्राम मेनेजर फिडिअस केरकेटा ने सभी टीबी मितान को CAF(COMMUNITY OWNED ACCOUNTABILITY FRAMEWORK) के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
रिच संस्था से मुकेश कुमार ने बताया, “टीबी के मरीजोंकीकाउंसलिंग करना बहुत ही आवश्यक है।समाज में व हाई रिस्क एरिया व अन्य समूहों में किस तरह जागरूकता बैठक करना है इस पर उन्होंने विस्तार से जानकारी दी।टीबी मितान को कैसे बात करना है इस पर अभ्यासभी कराया गया”।