
बलौदाबाजार हिंसा मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मिली जमानत
रिहाई के बाद गरमा सकता है छत्तीसगढ़ का सियासी माहौल
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा मामले में 7 महीने 4 दिन तक जेल में रहने के बाद विधायक देवेंद्र यादव को रिहा कर दिया गया। उनकी रिहाई का आदेश बलौदाबाजार जिला सत्र न्यायालय ने जारी किया था।
जेल से बाहर आते ही जबरदस्त जश्न
- रायपुर सेंट्रल जेल से बाहर निकलते ही समर्थकों में जबरदस्त उत्साह देखा गया।
- बड़ी संख्या में परिजन, कार्यकर्ता और समर्थक फूल-मालाएं और मिठाई लेकर पहुंचे थे।
- समर्थकों ने आतिशबाजी और नारेबाजी कर खुशी जताई।
- सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस ने भारी बल तैनात किया और जेल के बाहर बैरिकेडिंग की गई।
क्यों हुई थी गिरफ्तारी?
विधायक देवेंद्र यादव पर आगजनी और हिंसा का आरोप था, जिसके चलते उन्हें 7 महीने 4 दिन पहले जेल भेजा गया था।
कैसे हुई रिहाई?
- सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बलौदाबाजार जिला सत्र न्यायालय ने उनकी जमानत प्रक्रिया पूरी की।
- अदालत ने 25-25 हजार रुपये की दो जमानत राशि तय की थी।
- जमानत राशि विधायक के बड़े भाई ने जमा की, जिसके बाद रिहाई प्रक्रिया पूरी हुई।
क्या आगे होगा?
विधायक देवेंद्र यादव की रिहाई के बाद राजनीतिक माहौल गरमाने की संभावना है। समर्थकों में खुशी और जोश देखा जा रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में इस मामले पर राजनीतिक प्रतिक्रिया भी देखने को मिल सकती है।