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“EoDB, MSME, Start-up” केे प्रचार – प्रसार एवं विकास हेेतुु एक दिवसीय कार्यशाला

       दुर्ग। वाणिज्य एवं उद्योग विभाग, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जिले में “EoDB, MSME, Start-up” दुर्ग, बालोद एवं गरियाबंद जिले की संयुक्त कार्यशाला बी.आई.टी. सभागार दुर्ग में आज दिनांक 14.10.2019 को श्री के. के. झा, महासचिव, छ.ग. लघु एवं सहायक उद्योग संघ के विशिष्ट आतिथ्य में संपन्न हुई। कार्यशाला में EoDB से संबंधित विभाग, सीएसईबी, श्रम विभाग, औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण मण्डल, जिला पंजीयक कार्यालय, ग्राम एवं नगर निवेश, नगर निगम भिलाई, “EoDB, MSME, Start-up” रायपुर एवं उद्योग संचालनालय, रायपुर से संबंधित अधिकारियों, विभिन्न उद्योग संघों के पदाधिकारी व प्रतिनिधि, उद्यमियों व जिले के विभिन्न तकनीकी व अन्य महाविद्यालयों के लगभग 600 छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में संपन्न हुआ। कार्यशाला की विस्तृत रूपरेखा के बारे में श्री अनिल श्रीवास्तव, महाप्रबंधक, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, दुर्ग द्वारा उपस्थित उद्यमियों एवं छात्र-छात्राओं को अवगत कराया गया। कार्यक्रम के विशिष्ट आतिथि के रूप में श्री के.के. झा द्वारा शासन की “EoDB, MSME, Start-up” के प्रचार-प्रसार एवं विकास से संबंधित आयोजित कार्यशाला औद्योगिक विकास एवं जागरूकता हेतु एक सराहनीय कदम है। इस प्रकार के कार्यक्रम के माध्यम से उद्योगपतियों एवं संबंधित विभागों के बीच विभागीय योजना एवं क्रियाकलाप के बारे में जानकारी प्राप्त होती है साथ ही साथ खुले संवाद के माध्यम से शंका समाधान करते हुए राज्य शासन की मंशा अनुरूप औद्योगिक विकास को सही दिशा प्राप्त होती है। कार्यशाला को संबोधित करते हुए डैडम् रायपुर के प्रभारी संचालक श्री राजीव नायर द्वारा एम.एस.एम.ई. अंतर्गत आने वाले उद्योगों के स्वरूप व उनके विकास के लिए शासन स्तर पर उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं पर विस्तृत प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिटकान के अधिकारी श्री प्रशन्ना निमोनकर द्वारा उद्यमशिलता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उपस्थित भावी उद्यमियों को दृष्टिगत रखते हुए उद्यमशिलता के विभिन्न पहलुओं पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इस संबंध में कार्यशाला में उपस्थित विभिन्न महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं द्वारा अपनी जिज्ञासाओं के संबंध में प्रश्नोत्तर एवं चर्चा के माध्यम से जानकारी प्राप्त की। EoDB से संबंधित विभागों में से औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग के उपसंचालक श्री के. के. द्विवेदी द्वारा EoDB अंतर्गत विभाग द्वारा अपनाई गई प्रक्रिया सरलीकरण के संबंध में बिन्दुवार जानकारी दी गई। इसी क्रम में जिला पंजीयक कार्यालय के वरिष्ठ जिला पंजीयक द्वारा वर्तमान में अपनाई जा रही सरलीकृत ऑनलाइन पंजीयन प्रक्रिया व विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं के बारे में जानकारी दी गई। EoDB अंतर्गत श्रम कानून सुधार एवं उद्योग स्थापना हेतु व्यावहारिक वर्तमान नये श्रम कानूनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इसी प्रकार सी.एस.पी.डी.सी.एल. के कार्यपालन अभियंता श्री टण्डन द्वारा भी म्वक्ठ के तहत अपनाई जा रही ऑनलाइन प्रक्रिया के समयबद्ध कार्य निष्पादन के संबंध में जानकारी दी गई।

       नवाचार को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से शासन की प्रारंभ की गई स्टार्ट-अप योजना के बारे में रायपुर के स्टार्ट-अप अधिकारी श्री प्रवीण व्ही. द्वारा स्टार्ट-अप इकाईयों हेतु आवश्यक आर्हताओं एवं उपलब्ध कराये जा रहे प्रोत्साहन के बारे में विस्तृत बिन्दुवार जानकारी उपस्थित छात्र-छात्राओं को दी गई। इसी प्रकार विश्व बैंक के मार्गदर्शी सिद्धांतों के अनुरूप प्रारंभ की गई EoDB के माध्यम से औद्योगिक विकास हेतु किये गये विभिन्न सरलीकृत प्रक्रियाओं के बारे में रायपुर से उपस्थित संबंधित अधिकारी श्री शहबाज जफर द्वारा तथ्यात्मक बिन्दुवार जानकारी से उपस्थित उद्यमियों एवं छात्र-छात्राओं को अवगत कराया गया।

कार्यक्रम संचालन श्रीमती राजश्री रेडडी द्वारा किया गया। दिनांक 14.10.2019 को आयोजित कार्यशाला के माध्यम से औद्योगिकीकरण को प्रोत्साहन प्रदान किये जाने हेतु प्रदाय की जाने वाली सुविधाओं में उद्योग स्थापना के पूर्व व पश्चात प्रदान किये जाने वाली वर्तमान EoDB के माध्यम से ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत सभी सुविधाओं व अनुदानों को उद्यमी अनुरूप बनाने की दिशा में उनसे प्राप्त सुझावों अनुसार अधिकाधिक प्रासंगिक बनाने हेतु प्रदेश के सभी जिलों में EoDB कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में दुर्ग जिले में कार्यशाला का आयोजन हो रहा है।

आज EoDB कार्यशाला में उद्यमी अनुरूप “सिंगल विण्डो सिस्टम ऑनलाइन” प्रक्रिया से संबंधित सभी विभागों के अधिकारी कार्यशाला में अपने विभाग द्वारा “सिंगल विण्डो सिस्टम ऑनलाइन” के तहत अपनाई जा रही प्रक्रिया के संबंध में अवगत कराया गया। वर्तमान में EoDB के तहत “सिंगल विण्डो सिस्टम” में उद्योग विभाग को श्रम, विद्युत, पर्यावरण, औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा, बाॅयलर द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली सेवाएं/अनापत्ति/अभिस्वीकृति से संबंद्ध किया जा चुका है। संबंधित शेष विभागों को भी EoDB के तहत “सिंगल विण्डो सिस्टम” से जोड़ा जाना है।

देश और समाज की छोटी-बड़ी अनेक समस्याओं को टेक्नोलाॅजी एवं नवाचार के जरिये संभावनाओं में परिवर्तित किया जा सकता है। स्टार्ट-अप देश व समाज के सामयिक समस्याओं के लिए नये समाधान प्रदान कर देश के विकास में मदद करते हैं, साथ ही स्टार्ट-अप नौजवानों के रोजगार की नई संभावनाएं उपलब्ध कराते हैं।

       दुर्ग प्रदेश का एजुकेशन हब है और औद्योगिक दृष्टि से विकासशील जिला है, दुर्ग जिले में संसाधन एवं बाजार की उपलब्धता इसे एक आदर्श स्टार्ट-अप हब बनाती है। विगत वर्षों में दुर्ग जिले में 31 स्टार्ट-अप स्थापित हुए हैं जो डी.आई.पी.पी. 1⁄4क्प्च्च्1⁄2 द्वारा पंजीकृत हैं। यह स्टार्ट-अप आई.टी. सेवाओं, थ्री-डी प्रिंटिंग, जैविक कृषि, एजुकेशन कन्सलटेन्सी इत्यादी क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसके अलावा Solid waste Management, Internet of Things, Block Chain-Technology, E-
Commerce इत्यादि क्षेत्रों में स्टार्ट-अप विकसित करने की अपार संभावनाएं हैं।

       उद्यमिता के विकास एवं शैक्षणिक संस्थाओं में घनिष्ठ संबंध है। यू.एस. स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी एवं सिलिकाॅन वैली इस सहलग्नता का एक सफलतम उदाहरण है। शैक्षणिक संस्थाओं/विश्वविद्यालयों में E-Cell या Incubation Center की स्थापना होने से उद्यमों को शुरूआत हेतु Lab एवं रिसर्च के लिए जरूरी इंफ्रास्टंक्चर प्राप्त हो जाता है। शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत युवा उम्र के उस पड़ाव पर होते हैं जहां उनकी जोखिम उठाने की क्षमता ज्यादा होती है, उम्र के इस पड़ाव में यदि युवाओं का उद्यम स्थापित करने हेतु शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा ही सही मार्गदर्शन मिले तो इन संस्थाओं से ही कई विश्व-स्तरीय स्टार्ट-अप की शुरूआत हो सकती है।

       इस काल में जब हमारा देश जनसांख्यिकी लाभांश के दौर से गुजर रहा है, स्टार्ट-अप इण्डिया का सफल क्रियान्वयन एवं शैक्षणिक संस्थाओं को स्टार्ट-अप के हब के रूप में विकसित कर युवाओं की ऊर्जा को एक सही दिशा में उपयोग किया जा सकता है। उद्यमिता का विकास एक सशक्त अर्थव्यवस्था की नींव है जिसके द्वारा भारत को विश्व की एक मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में विकसित किया जा सकता है। कार्यक्रम समापन के अवसर पर उपस्थित विभागीय अधिकारियों, औद्योगिक संघों, उद्यमियों व छात्र-छात्राओं को सिटकान के अधिकारी श्री प्रशन्ना निमोनकर द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

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