R.O. No. : 13129/ 41
विविध ख़बरें

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर भी ईपीएस 95 हायर पेंशन ईपीएफओ क्यों नहीं दे रहा, कारण बता रहा Grok

  • देरी पेंशनभोगियों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है।
  • सरकार और ईपीएफओ से इस मुद्दे पर स्पष्टता और तेजी से कार्रवाई की माँग।

सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। सुप्रीम कोर्ट ने 4 नवंबर, 2022 को कर्मचारी पेंशन योजना (ईपीएस) 1995 (Employee Pension SCheme 1995) के तहत उच्च पेंशन के विकल्प को लेकर एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया था। इस फैसले में कोर्ट ने ईपीएफओ (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees Provident Fund Organisation)) को पात्र कर्मचारियों को उनकी वास्तविक सैलरी के आधार पर उच्च पेंशन का लाभ देने की अनुमति दी थी।

ये खबर भी पढ़ें: Employees Pension Scheme 1995: युवा कर्मियों का जोर पेंशन नहीं वेतन संशोधन पर, यूनियनों से उठा विश्वास

इसके बावजूद, ईपीएफओ द्वारा इस आदेश को पूरी तरह लागू न करने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। लेकिन, Grok ने कुछ कारणों को बता दिया है। दुनिया भर में Grok को लेकर चर्चा है। ऐसे में पेंशनभोगियों के सवालों का जवाब Grok के पास क्या है? इसको जानने के लिए इस स्टोरी को आप पढ़ें।

ये खबर भी पढ़ें: Food Corporation of India के कर्मचारी और अधिकारी Post Retirement Medical Scheme को लेकर बेचैन

प्रशासनिक और तकनीकी चुनौतियाँ

ईपीएफओ के पास लाखों कर्मचारियों और पेंशनभोगियों का डेटा है। उच्च पेंशन लागू करने के लिए पुराने रिकॉर्ड्स की जाँच, सैलरी डेटा का सत्यापन और बकाया राशि की गणना जैसी प्रक्रियाएँ जटिल हैं। कई मामलों में नियोक्ताओं से सही डेटा प्राप्त करना और उसे सत्यापित करना समय लेने वाला काम है।

ये खबर भी पढ़ें: Food Corporation of India News: सेवानिवृत्त कर्मचारी और जीवनसाथी के स्वास्थ्य बीमा पर सीएमडी को बड़ा सुझाव

आवेदन प्रक्रिया में देरी

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ईपीएफओ ने उच्च पेंशन के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू की थी। 17 लाख से अधिक सदस्यों ने इसके लिए आवेदन किया, लेकिन 28 जनवरी, 2025 तक केवल 1,65,621 को डिमांड नोटिस जारी किए गए और 21,885 को ही पेंशन भुगतान आदेश मिले। यह प्रक्रिया धीमी गति से चल रही है, जिससे पूर्ण कार्यान्वयन में विलंब हो रहा है।

ये खबर भी पढ़ें: कर्मचारी पेंशन योजना 1995: पेंशनर का सुझाव राहुल गांधी के जरिए बजट सत्र में ईपीएस 95 पेंशन पर घेरें सरकार को

वित्तीय बोझ का आकलन

उच्च पेंशन लागू करने से ईपीएफओ पर वित्तीय दबाव बढ़ सकता है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि संगठन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि पेंशन फंड लंबे समय तक टिकाऊ रहे। इसके लिए नए फॉर्मूले पर विचार किया जा रहा है, जैसे कि पूरी सेवा अवधि के औसत वेतन के आधार पर पेंशन निर्धारण, जो मौजूदा फॉर्मूले से कम राशि दे सकता है।

ये खबर भी पढ़ें: तनिष्क शो रूम से 25 करोड़ की लूट पर बड़ा अपडेट, फायरिंग में 2 बदमाश घायल, सोने से भरा मिला बैग   

नियोक्ताओं की भूमिका

उच्च पेंशन के लिए नियोक्ताओं को भी योगदान बढ़ाना पड़ सकता है। कई मामलों में नियोक्ताओं ने आवेदनों को मंजूरी नहीं दी या जरूरी दस्तावेज जमा नहीं किए, जिसके कारण ईपीएफओ को प्रक्रिया आगे बढ़ाने में कठिनाई हो रही है।

ये खबर भी पढ़ें: तनिष्क शो रूम में पिस्टल की नोक पर कर्मियों को बंधक बनाकर लूट, 25 करोड़ के जेवरात ले गए बदमाश

बार-बार समयसीमा बढ़ाना

ईपीएफओ ने उच्च पेंशन के लिए आवेदन की समयसीमा को कई बार बढ़ाया है (जैसे कि 3 मई 2023 से 26 जून 2023 तक)। इसके बाद भी डेटा संग्रह और सत्यापन के लिए अतिरिक्त समय माँगा गया, जैसे कि 31 मई 2024 तक। यह बार-बार समय माँगना कार्यान्वयन में अनिश्चितता को दर्शाता है।

ये खबर भी पढ़ें: Bokaro Steel Plant: बोकारो जनरल हॉस्पिटल की डाक्टर ने डिप्रेशन में की आत्महत्या, Gynecology Department में नहीं लग रहा था मन, सुसाइड नोट में ये लिखा

कानूनी और नीतिगत अनिश्चितता

कुछ पेंशनभोगियों और संगठनों का कहना है कि सरकार या ईपीएफओ इस फैसले को पूरी तरह लागू करने के बजाय नए नियम या कानून लाने की तैयारी कर सकता है, जिससे उच्च पेंशन का लाभ सीमित हो जाए। यह अनुमान भी देरी का एक कारण हो सकता है।

ये खबर भी पढ़ें: कर्मचारी पेंशन योजना 1995: सरकार के गले की हड्डी बनी ईपीएस 95 पेंशन, पेंशनभोगी भड़के

देरी पेंशनभोगियों के लिए परेशानी का कारण बनी

ईपीएफओ द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू न करने की वजह प्रशासनिक जटिलताएँ, वित्तीय व्यवहार्यता की चिंता, और नियोक्ताओं से सहयोग की कमी जैसे कई कारक हो सकते हैं। हालाँकि, यह देरी पेंशनभोगियों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है, और इसे लेकर असंतोष बढ़ रहा है। सरकार और ईपीएफओ से इस मुद्दे पर स्पष्टता और तेजी से कार्रवाई की माँग की जा रही है।

ये खबर भी पढ़ें: भिलाई स्टील प्लांट में हादसा, ट्रक ने साइकिल सवार मजदूर को मारी टक्कर, देखिए फोटो

The post सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर भी ईपीएस 95 हायर पेंशन ईपीएफओ क्यों नहीं दे रहा, कारण बता रहा Grok appeared first on Suchnaji.

Related Articles

Back to top button