फ्लैट से जब अपने इंडिपेंडेंट हाउस में शिफ्ट हुई ज्योति तो सोचा अब पौधा लगाऊंगी, राजेंद्र पार्क में निगम टीम ने दिया पौधा तो खुश हो गईं
वन होम वन ट्री अभियान के अंतर्गत मार्निंग वाक के लिए निकले लोगों को, हरियाली पसंद करने वाले लोगों को बांटे जा रहे पौधे
दुर्ग। ज्योति भिलाई के एक हाईराइज बिल्डिंग में रहती थीं। अभी उन्होंने अपना खुद का मकान बनवा लिया, अब वे शिफ्ट हो चुकी हैं। अब उनका बागवानी का सपना पूरा हो रहा है। ज्योति आज जब मार्निंग वाक के लिए राजेंद्र पार्क पहुँची तो उनसे निगम की टीम ने आग्रह किया कि एक पौधा जरूर लगाएं। उन्होंने नीम का पौधा चुना। ज्योति ने बताया कि नीम के बौर की खुशबू उन्हें बचपन की याद दिलाती है। बचपन में गाँव के घर में एक नीम का पेड़ था, उसे देखकर अच्छा लगता था। उन्होंने निगम टीम को बधाई दी और कहा कि ये पौधा वे जरूर लगाएंगी। इसी तरह मार्निंग वाक के लिए आये राजेंद्र तिवारी ने भी अमलतास का पौधा लिया। उन्होंने बताया कि अमलतास के पौधे की सुंदरता उन्हें बहुत अच्छी लगती है। पहले जाब में थे तो बागवानी के लिए समय नहीं था। अब सेवानिवृत्त हैं तो पूरा समय है और इस तरह से क्रिएटिव होकर अपना जीवन गुजारना चाहते हैं। अमलतास की छाया मेरे घर में रहेगी तो मेरे घर की सुंदरता और निखरेगी। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के निर्देश पर वन विभाग द्वारा पौधा तुंहर द्वार अभियान के अंतर्गत भी घर तक पहुँचाकर पौधा दिया जा रहा है। इसके अलावा कलेक्टर ने निगम आयुक्तों को निर्देश दिये हैं कि ऐसे लोगों तक पौधा पहुँचाएं जो हरियाली के करीब रहना चाहते हैं। इसके लिए पार्क में आने वाले लोग उचित माध्यम हो सकते हैं। वे हरियाली के करीब रहना चाहते हैं। बीते दिनों से हर दिन निगम का अमला इस तरह पार्कों में जुट रहा है और पौधा वितरित कर रहा है। डिप्टी कलेक्टर श्री जागेश्वर कौशल ने बताया कि उनकी टीम सामाजिक संगठनों के साथ लगातार जुड़ी हुई है उन्हें पौधे दे रहे हैं और वे भी बड़ी संख्या में घर-घर पौधा वितरित कराएंगी। कलेक्टर के निर्देश पर सभी विभागों ने पौधे लगाने के लिए जगह चिन्हांकित किये है। सार्वजनिक स्थलों पर भी बड़ी संख्या में पौधे लगाए जाएंगे।
मैं लगाऊंगी पीपल का पौधा-
राजेंद्र पार्क आईं गीता श्रीवास्तव ने बताया कि मुझे इस बार पीपल का पौधा लगाना है। यह सबसे ज्यादा आक्सीजन देता है। जिस तरह मनुष्य का विकास हुआ है उससे शहर कांक्रीट के जंगल में बदले हैं और ऐसे में आक्सीजन देने वाले पेड़ लगाने बेहद जरूरी हैं। इस बार कोरोना काल में हमने देखा कि आक्सीजन की कितनी बड़ी भूमिका है। हम आज अगर पौधे लगाने के लिए गंभीर नहीं हुए तो हमारी आने वाली पीढ़ी हमें कभी क्षमा न करें और हो सकता है कि हमें भी इससे दिक्कत का सामना करना पड़े। इसलिए जिला प्रशासन द्वारा आरंभ किया गया यह अभियान शानदार है, इसे बढ़ाया जाना चाहिए।
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