हाट बाजार क्लीनिक के लिए तैयार होगा डेडिकेटेड मोबाइल मेडिकल यूनिट
बेमेतरा। राज्य सरकार की मंशानुरुप जन-जन तक स्वास्थ्य सुविधाए पहुंचने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना चलायी जा रही है। हाट बाजार क्लीनिक योजना के तहत जिले के दूरस्थ एवं पहुंच विहीन क्षेत्रों के हाट बाजारों का चिंहांकन कर आने वाले ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध करायी जायेगी। इसके लिए जिले के चारों विकासखंडों में ऐसे गांव चिन्हित किये गए हैं जहां आसपास के कई गांव से ग्रामीण बाजार करने आते हैं। इस योजना के माध्यम से ग्रामीणों को बाजार के साथ ही स्वास्थ्य से संबंधित जांच व इलाज भी निशुल्क मिल सकेगा। इसके लिए डेडिकेटेड मोबाइल मेडिकल यूनिट में इलाज की सुविधा के लिए दवा, उपकरणों के साथ डेडिकेटेड चिकित्सा दल को भी तैयार किया जाएगा।
सीएमएचओ डॉ. एसके शर्मा ने बताया, “हाटबाजार क्लीनिक के लिए मोबाइल मेडिकल यूनिट का रुट चार्ट के साथ ही माइक्रो प्लान तैयार किया जाएगा। जिससे भविष्य में कोरोना की तीसरी लहर को रोकने में भी डेडिकेटेड चिकित्सा दल पूरी तरह से सक्षम होगा। जिले के विकासखंडवार हाट बाजारों के ग्रामों को सूचीबद्ध कर शिविर काआयोजन किया जाएगा। जिसमें मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहन बाजारों में बच्चों, गर्भवती महिलाओं सहित अन्य ग्रामीणों को स्वास्थ्य संबंधी उचित परामर्श एवं नि:शुल्क दवाईयां प्रदान कर लाभान्वित करेंगे। इस कोरोना महामारी में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना द्वारा ग्रामीण व दूरस्थ क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधा मिलने से लोगों के लिए वरदान साबित होगा है”।
डेडिकेटेड मोबाइल मेडिकल यूनिट के तहत इलाज
सीएमएचओ डॉ. एसके शर्मा ने बताया, “डेडिकेटेड मोबाइल मेडिकल यूनिट के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सर्दी, खांसी, बुखार जैसी सामान्य बीमारियों के परीक्षण की सुविधा मिल सकेगी। इसके अलावा मलेरिया, टीबी, एचआईवी, रक्तचाप, मधुमेह, रक्ताल्पता, कुष्ठरोग, नेत्र विकार, डायरिया, सिकलसेल के जॉच की सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी। ऐसे मरीज जिनका जांच व उपचार के बाद प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच के लिए रेफर किया जाएगा। उन मरीजों के लिए पीला कार्ड जारी किया जाएगा। वहीं ऐसे मरीज जिनकों इलाज के लिए जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज स्तर पर रेफर होने पर उन्हें गुलाबी कार्ड प्रदान किया जाएगा”।
बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध
सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने बताया, “डेडिकेटेड मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहन में दो चिकित्सा अधिकारी (एक पुरूष, एक महिला), फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, स्टॉफ नर्स, वार्ड ब्वाय, वाहन चालक होंगे। मोबाइल मेडिकल यूनिट अंतर्गत जिले के कोरोना संक्रमित ग्रामीण क्षेत्रों में निरंतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराते रहेंगे। मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहन कोरोना संक्रमित ग्रामों के ग्रामीणों के लिए लाभकारी साबित होगा। मेडिकल यूनिट के वाहन में माइक व स्पीकर से लोगों को संदेश प्रसारित भी किया जाएगा। जिससे लोगों को स्वास्थ्य संबधित सलाह ओआरएस घोल का प्रयोग, निमोनिया से बचाव, साफ-सफाई व कोरोना गाइड लाइन के तहत मास्क सेनेटाइजर इत्यादि के उपयोग के बारे में जानकारी दी जाएगी।“