योग, तन-मन को स्वस्थ्य रखने का मजबूत आधार : ताम्रध्वज साहू
जिला स्तरीय कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों,अनेक संस्थानो, नागरिकों,
विद्यार्थियो सहित बड़ी संख्या में शामिल हुए हजारों लोग
दुर्ग। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय योग कार्यक्रम का आयोजन रविशंकर स्टेडियम में किया गया। कार्यक्रम में गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मंत्री श्री साहू ने कहा कि योग भारत की प्राचीन संस्कृति है। भारतीय संस्कृति में योग को विशेष महत्व दिया गया है। ऋषिमुनि योगकर अपने आप को स्वस्थ्य रखते थे। योग से अनेकों रोगों का उपचार होता है। साथ ही नियमित योग करने से होने वाली अनेकों रोगों को रोकने में मदद मिलती है। योग के उद्देश्य और लाभ के संबंध में बताते हुए उन्होंने कहा कि आज की वर्तमान जीवन शैली में हम निरंतर प्रकृति से दूर होते जा रहे हैं और भौतिक संसाधनों के साथ जीवन जी रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य दुष्प्रभावित होते जा रहा है और हम अस्वस्थता के साथ जी रहे हैं। हमें स्वस्थ रहने की बहुत आवश्यकता है। योग तन, मन को स्वस्थ्य रहने का मजबूत आधार है। योग जितना ज्यादा किया जाए उतना ही ज्यादा शरीर को मजबूती प्रदान करता है। योग करने से मानसिक तनाव को दूर कर दिनभर स्फूर्ति प्रदान करती है। योग से स्वस्थ रहने में बहुत मदद मिलती है। इस मौके पर विधायक श्री अरूण वोरा ने कहा कि योग के माध्यम से सहज स्वास्थ्य को प्राप्त किया जा सकता है। योग भारत में ही नहीं अपितु विदेशों में भी लोकप्रिय हो रहा है। आज के इस अवसर पर बड़ी संख्या में जुटे योग प्रेमियों को मैं इस दिवस की बधाई देता हूं। कमिश्नर श्री दिलीप वासनीकर ने इस अवसर पर कहा कि योग को दिनचर्या में शामिल कर हम सहज स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इसमें किसी तरह का खार्च भी नहीं है। स्वस्थ रहकर हम अपने दायित्वों का भी बेहतर तरीके से निर्वाह कर सकते हैं। इस मौके पर कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने कहा कि आज जिले में शासकीय संस्थाओं के साथ ही विविध सामाजिक संगठनों के द्वारा भी बड़े उत्साह से योग का आयोजन किया जा रहा है। यह बड़ी खुशी की बात है सामूहिक भागीदारी से ही किसी कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित होती है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती माया बेलचंदन, महापौर दुर्ग श्रीमती चन्द्रिका चन्द्राकर सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि ने योग कार्यक्रम में शामिल होकर सामूहिक योगाभ्यास किए। विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, अनेक विद्यालयों के छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या मंे शामिल हुए। पतंजलि योग पीठ के साधकों ने योगाभ्यास कराया। योग करने के लिए दुर्ग-भिलाई के नागरिकों में उत्साह देखा गया। पूरे मैदान में लोगों की भीड़ देखने को मिली।
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किसानों के बंटवारे, नामांतरण जैसे राजस्व मामले सर्वोच्च प्राथमिकता से तय समयावधि में निपटाएं
कलेक्टर कांफ्रेंस में संभागायुक्त श्री दिलीप वासनीकर ने दिए निर्देश,
कहा कलेक्टर अधीनस्थ कार्यालयों का करें निरीक्षण,
निरंतर मानिटरिंग कर राजस्व के लंबित प्रकरणों का कराएं निपटारा
बिजली, पानी जैसे जनहित से जुड़े मामलों के संज्ञान में आते ही करें कार्रवाई
दुर्ग। ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के बंटवारे, नामांतरण जैसे प्रकरणों के आवेदन जैसे ही राजस्व अधिकारी के पास आएं, उन्हें तत्काल सर्वोच्च प्राथमिकता से निपटाएं। किसानों का संतोष शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल और सतत बिजली की उपलब्धता भी सुनिश्चित हो, इसके लिए शासकीय अमला पूरे समय अलर्ट की स्थिति में रहे। यह निर्देश दुर्ग संभागायुक्त श्री दिलीप वासनीकर ने दुर्ग संभाग के सभी जिलों के कलेक्टरों को दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास की दीर्घकालीन सोच को लेकर बनाई गई नरूवा-गरूवा-घुरूवा-बाड़ी योजना के क्रियान्वयन पर सतत मानिटरिंग रखें, योजना का प्रभावी क्रियान्वयन ग्रामीण विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इसके साथ ही वर्तमान की चुनौतियों पर भी नजर रखें जैसे कमजोर बारिश की स्थिति में भी बेहतर कृषि के उपाय सुनिश्चित करें तथा मनरेगा आदि कार्यों के उचित क्रियान्वयन से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की बेहतर स्थिति कायम रखें। बैठक में दुर्ग कलेक्टर श्री अंकित आनंद, कवर्धा कलेक्टर श्री अवनीश शरण, राजनांदगांव कलेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य, बेमेतरा कलेक्टर श्री महादेव कांवड़े, बालोद कलेक्टर श्रीमती रानू साहू, राजनांदगांव अपर कलेक्टर श्री एके मोटवानी, डिप्टी कमिश्नर श्री बीके वर्मा एवं श्रीमती मोनिका कौड़ो एवं अन्य संभागस्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
बंदोबस्त त्रुटि सुधारने लगाएं कैंप, दल गठित कर लें रिपोर्ट-
कमिश्नर ने कहा कि कुछ गांवों में बंदोबस्त त्रुटि के काफी आवेदन आए हैं। ऐसे गांवों में कैंप लगाकर समस्या का समाधान किया जाए एवं राजस्व दल भेजकर वस्तुस्थिति की रिपोर्ट लें और समस्या का समाधान कराएं। भू-अर्जन के मामलों में मुआवजा देने में किसी भी तरह का विलंब नहीं होना चाहिए, ऐसे प्रकरणों पर प्राथमिकता से कार्रवाई करें। तहसीलों के काम की रोस्टर आधार पर मानिटरिंग करें। दुर्ग कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने बताया कि उन्होंने तहसीलों के निरीक्षण के लिए ऐसा रोटेशन बनाया है और निरीक्षण प्रतिवेदन के अनुसार आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। कमिश्नर ने वनाधिकार प्रकरणों के अंतर्गत निरस्त प्रकरणों के संबंध में की गई कार्रवाई के संबंध में भी जानकारी ली। कलेक्टरों ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप निरस्त प्रकरणों के संबंध में आवेदकों की पुनः अपील ली गई है और प्राप्त आवेदनों में पात्रता का पुनः परीक्षण किया जा रहा है। 1984 के पट्टों के नवीनीकरण के लिए आए आवेदनों पर शीघ्र कार्रवाई के निर्देश भी कमिश्नर ने दिए। उन्होंने लोक सेवा गारंटी में आए आवेदनों का निराकरण भी तय समयावधि में कराने के निर्देश कलेक्टरों को दिए।
शुद्ध पेयजल के लिए क्या कर रहे हैं-
संभागायुक्त ने सभी कलेक्टरों को कहा कि शुद्ध पेयजल शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध कराना भी सर्वोच्च प्राथमिकता है। दुर्ग कलेक्टर ने बताया कि इसके लिए तात्कालिक रूप से क्लोरिन की मात्रा बढ़ाई गई है और दीर्घकालीन दृष्टि से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर काम किया जा रहा है। कार्ययोजना की विस्तार से जानकारी उन्होंने दी। कमिश्नर ने कहा कि यह अच्छी पहल है आप युद्धस्तर पर यह कार्य कराएं। बेमेतरा कलेक्टर श्री महादेव कांवड़े ने बताया कि कुछ गांवों में खारे पानी की समस्या है यहां ग्रूप वाटर स्कीम की मांग हो रही है। कमिश्नर ने पीएचई अधिकारियों को इन गांवों की समस्या का समाधान करने निर्देशित किया।
नरूवा- गरूवा-घुरूवा- बाड़ी की प्रगति जानी-
कमिश्नर ने कहा कि नरूवा-गरूवा-घुरूवा-बाड़ी परंपरागत कृषि की ओर वापसी है, पहले बाड़ी भी लगाते थे, पशुधन का पूरा उपयोग होता था। अब शासन ने इसे माडल के रूप में बनाया है और इस ओर से पूरी मदद मिल रही है। घुरूवा से खाद बनाएं, नालों के रिचार्ज पर काम करें। राजनांदगांव कलेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य ने बताया कि शिवनाथ के किनारे प्लांटेशन पर कार्य कर रहे हैं। छोटे-छोटे नाला बंधान के कार्य प्रस्तावित किए गए हैं इससे ग्राऊंड वाटर रिचार्ज बेहतर होगा। कमिश्नर ने कहा कि वाटर रिचार्ज सबसे जरूरी चीज है। नदियां बचेगी, पुनर्जीवित होंगी तो भूमिगत जल का स्तर भी बढ़ेगा और यह खेती की तरक्की के लिए भी अहम भूमिका निभाएगा। कमिश्नर ने खाद-बीज की उपलब्धता की जानकारी भी ली। संयुक्त संचालक कृषि ने बताया कि खाद-बीज पर्याप्त है और लगातार किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है।
संभागीय अधिकारियों से पूछा, दौरा करते हैं तो कलेक्टर से मिलते हैं क्या?
कमिश्नर ने संभागीय अधिकारियों से उनके दौरों के बारे में भी प्रश्न पूछा। उन्होंने हर अधिकारी से पूछा कि आखरी बार कहां दौरा किया, वहां फील्ड में क्या-क्या पाया? क्या कलेक्टर को इससे अवगत कराया? उन्होंने कहा कि यदि संभागीय स्तर अधिकारी कलेक्टर से अच्छा समन्वय रखेंगे तो योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में उन्हें अधिक सफलता मिलेगी क्योंकि वे अपने अनुभवों को कलेक्टर से साझा करेंगे एवं कलेक्टर इसे सीधे कमिश्नर के समक्ष एवं शासन के समक्ष रख पायेंगे जिससे समस्या के प्रभावी निराकरण में सहायता मिलेगी।
बायोमीट्रिक चिप से अटेंडेंस के आधार पर बने तनख्वाह-
कमिश्नर ने नये शाला सत्र की तैयारियों के संबंध में भी जानकारी ली। संयुक्त संचालक शिक्षा ने बताया कि गणवेश और पुस्तकें भेज दिए गए हैं। शाला प्रवेशोत्सव की तैयारियां चल रही हैं। कमिश्नर ने हायर सेकेंडरी और हाईस्कूल के नतीजों की समीक्षा भी की और कहा कि जिन स्कूलों में नतीजे 60 फीसदी से नीचे रहे हैं उसके लिए जिम्मेदारी तय करें और कमजोर बच्चों की उचित पढ़ाई के लिए कार्य योजना बनाएं। कमिश्नर ने कहा कि सभी जिलों में मेधावी बच्चों का सम्मान हुआ, यह अच्छी बात है। स्कूल अपने भूतपूर्व छात्रों का रिकार्ड भी रखें, जिन्होंने जीवन में बेहतरीन उपलब्धि हासिल की हैं उन्हें स्कूलों में आमंत्रित करें ताकि ये लोग बच्चों के लिए रोल माडल की तरह साबित हों। उन्होंने कहा कि बायोमीट्रिक चिप की सुविधा होने के बावजूद भी अगर कहीं मैनुअल आधार पर तनख्वाह दी जा रही है तो यह आपत्तिजनक है। शिक्षा अधिकारी इसे संज्ञान में लेकर तुरंत कार्रवाई करें।
बिजली की शिकायतों पर तुरंत करें कार्रवाई-
कमिश्नर ने कहा कि बिजली गुल होने की अथवा तकनीकी खराबी होने की जैसे ही शिकायत आए, इस पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करें। कलेक्टर लगातार बिजली की स्थिति की मानिटरिंग करते रहें। जहां कहीं ट्रांसफार्मर आदि की अतिरिक्त आवश्यकता हो, वहां इसे सुनिश्चित कराएं। विभाग द्वारा किए गए त्वरित रिस्पांस से जनता को संतोष होता है और विभाग की भी अच्छी छवि बनती है। कबीरधाम जिले के कलेक्टर ने कहा कि उनके यहां कुछ ऐसी आश्रम शालाएं हैं जहां पर सात-आठ साल पहले सोलर प्लांट लगे थे और अब तकनीकी दिक्कत आने लगी है। इस पर कमिश्नर ने क्रेडा के अधिकारी को त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
मौसमी बीमारियों पर रखें नजर-
कमिश्नर ने कहा कि बारिश में संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा रहता है। इससे बचने स्वास्थ्य केंद्रों में उपयुक्त व्यवस्था आवश्यक है। दवाओं की उपलब्धता, रिस्पांस टीम की ट्रेनिंग एवं आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित कर लें।
अनुपस्थित संभागीय अधिकारियों को शो काज नोटिस-
बैठक में अनुपस्थित संभागीय अधिकारियों को कमिश्नर ने शो काज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कलेक्टर कांफ्रेंस में बहुत गंभीर मुद्दों पर चर्चा होती है और इसके लिए समाधान निकाला जाता है। ऐसे में बिना सूचना ऐसी बैठक में अनुपस्थित रहना गंभीर लापरवाही है।