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छत्तीसगढ़ी संस्कृति से सराबोर माहौल में मनाया गया हरेली तिहार

गौठान ग्रामीण अर्थव्यवस्था को स्थापित करने, बनेगा आधार – मुख्यमंत्री

       दुर्ग। छत्तीसगढ़ी संस्कृति और परम्परा से सराबोर माहौल में पाटन के ग्राम पाहंदा में हरेली तिहार मनाया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने यहां बनाए गए माॅडल गौठान एवं अन्य गौठानों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि गौठान ग्रामीण अर्थव्यवस्था को स्थापित करने में मददगार साबित होगा। इससे पशु एवं गौ-संवर्धन को बढ़ावा मिलेगा। जिससे ग्रामीण क्षेत्र व्यवसायिक केन्द्र के रूप में स्थापित होगा। इसके जरिये दुग्ध सेंटर, वर्मी खाद सेंटर की स्थापना भी हो सकेगी। साथ ही पशुओं के गोबर से बायोगैस, धूप एवं अन्य दवाईयां बनाया जा सकेगा। इसके जरिये लोगों को रोजगार मिलेगा और लोगों केे आर्थिक आमदनी में वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की मूल पहचान यहां की बोली-भाषा, खान-पान, रहन-सहन और अपनी विशिष्ट संस्कृति से होती है। गांवों में अनेक प्रकार के परम्परागत खेल होते थे। इसकी लगातार उपेक्षा हो रही थी। इन सबकी चिंता कर इसे संजोये रखने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ और किसानों की पहली तिहार हरेली भी अपनी मूल पहचान से दूर होते जा रही थी, इन सबकी चिंता कर, सरकार ने हरेली के साथ पोला, आदिवासी दिवस एवं माता कर्मा जयंती के अवसर पर छुट्टी की घोषणा की है। इससे राज्य के लोगों को अपने परम्परागत त्यौहार और उत्सव को मनाने का सुअवसर मिल सका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की मूल पहचान नरवा-गरूवा-घुरवा-बाड़ी को संवर्धन और संरक्षण देकर राज्य की मूल पहचान को स्थापित किया जा रहा है। कई लोग यह प्रश्न उठाते थे कि योजना के लिए बजट कहा से आएगा। सरकार की अपनी अच्छी सोच और नीति के चलते राज्य में 2 हजार गौठानों का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें 500 गौठानांे का निर्माण किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को अपील करते हुए कहा कि गौठान समिति के माध्यम से गौ-संवर्धन और प्रबंधन के लिए कार्य किया जाएगा। गौठान समिति में चरवाहों की भी सहभागिता रहेगी। सबकी सहभागिता से छत्तीसगढ़ राज्य की नष्ट हो रही संस्कृति को बचाने के साथ ही राज्य की अर्थव्यवस्था को पुनः स्थापित किया जाएगा। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सभी गांवों में 10 एकड़ भूमि चिन्हित कर चारागाह के लिए आरक्षित किया जा रहा है। जिससे लावारिस घूम रहे पशुओं के संवर्धन के साथ ही पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था भी हो सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की नरवा-गरूव-घुरवा-बाड़ी योजना किस तरह से राज्य की आर्थिक आमदनी का जरिया बनेगा, इसे पूरा हिन्दुस्तान देख रहा है।

छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के स्टाॅल ने लोगों को किया आकर्षित,

मुख्यमंत्री ने स्टाॅल में पहुंचकर व्यंजनों का लिया स्वाद

       ग्राम पाहंदा में आयोजित हरेली तिहार में लगाए गए छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की स्टाॅल ने लोगों को बरबस आकर्षित किया। यहां लगाए गए व्यंजन ने न केवल आम आदमी का ध्यान अपनी ओर खींचा साथ ही मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भी इससे अछूते नहीं रहे। छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की स्टाॅल ने लोगों को ऐसा ललचाया कि लोग स्टाॅल में पहुंचकर छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद ले रहे थे। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आज पहुंचकर महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों से बात की और स्टाॅल में सजाये गए व्यंजनों का स्वाद भी लिया। मुख्यमंत्री ने स्व-सहायता समूहों की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने किया 275 करोड़ रूपए के विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने हरेली तिहार के अवसर पर पाटन क्षेत्रवासियों को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने 275 करोड़ रूपए से बनने जा रहे विभिन्न विकास कार्यों का आधारशिला रखी। जिन कार्यों का शिलान्यास रखा गया है इनमें मुख्य रूप से मुख्यमंत्री ग्राम सड़क, मुख्यमंत्री ग्राम गौरव पथ, सड़क निर्माण कार्य एवं स्कूल निर्माण कार्य शामिल है।
छत्तीसगढ़ी खेल प्रतिस्पर्धा के विजेता प्रतिभागियों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने यहां छत्तीसगढ़ी खेलों के विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया। हरेली त्यौहार के अवसर पर ग्रामीण प्रतिभागी और स्कूली बच्चों के बीच, फुगड़ी, खो-खो, कबड्डी, गोटा खेल का आयोजन किया गया था। जिसके विजेता प्रतिभागियों को मुख्यमंत्री ने प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने यहां कबड्डी खेल का आनंद भी लिया और अपने बचपन के दिनों को याद किया।

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रापा, गैती, कुदारी और गेड़ी के साथ भव्य मना हरेली तिहार
ग्राम पाहंदा में पहुंचे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल,
ग्राम घुघुसीडीह में पहुंचे गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू,
जिला स्तरीय कार्यक्रम में मचांदुर पहुंचे मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के श्री लालजी सिंह राठिया, शहरी क्षेत्रों में भी भव्य रूप से मनाया गया हरेली तिहार

       दुर्ग। रापा गैती, कुदारी और गेड़ी के साथ जिलावासियों ने इस बार जमकर हरेली का जश्न मनाया। ग्राम पाहंदा में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने, ग्राम घुघुसीडीह में गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने और मचांदुर में मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लालजी सिंह राठिया ने ग्रामीणों के बीच पहुंच कर उनके साथ हरेली का जश्न साझा किया। इस उत्सव में गौठानों का लोकार्पण भी हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी छत्तीसगढ़ी संस्कृति की चिन्हारियां धीरे-धीरे विलुप्त होती जा रही थीं। हमने इसे सहेजने का कार्य आरंभ किया है। आज हरेली का जिस तरह से आयोजन हुआ है और आप लोगों ने इतने उत्साह से इसमें हिस्सा लिया है उससे हममें बहुत उत्साह आया है और हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक समृद्धि को सहेजते हुए इसे विकास की ओर ले जाएंगे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर २० गांव के सरपंचों से चर्चा भी की। उन्होंने कहा कि पूरा हिंदुस्तान आपकी ओर देख रहा है। यह ग्रामीण विकास की बड़ी पहल है। आप अपनी पूरी भागीदारी दीजिए, यह ग्रामीण विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने ग्राम घुघुसीडीह में कहा कि नरूवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के माध्यम से पशुधन की संभावनाओं का पूरा दोहन होगा। गौठानों के माध्यम से हम पशुधन की उत्पादकता बढ़ा सकते हैं। जैविक खेती को बढ़ावा दे सकते हैं। जो परंपरागत रूप से ज्ञान हमारे पूर्वज लेकर चल रहे थे और जिसे हम विस्मृत करते जा रहे थे। नरूवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के माध्यम से यह परंपरागत ज्ञान पुनः सहेजा जा रहा है। आप लोगों की इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भागीदारी से अच्छा लग रहा है। मचांदुर में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लालजी सिंह राठिया ने कहा कि सरकार ने ग्रामीण विकास के लिए कर्जमाफी और २५०० रुपए में धान खरीदी जैसे निर्णय लिये। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था बहुत बेहतर हुई है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति बचेगी तो हम भी बचेंगे। शासन ने हरेली के अवसर पर अवकाश की जो घोषणा की है। उससे बहुत उत्साह है। आज हरेली के आयोजन में आप लोग जिस तरह से भागीदारी कर रहे हैं। वो बहुत अच्छा लग रहा है। भिलाई में भी खुर्सीपार और रिसाली में आज नगरीय निकाय स्तर पर आयोजन हुआ। भिलाई ३ में मंगल भवन में यह कार्यक्रम हुआ। इस मौके पर छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का भी प्रदर्शन किया गया। यह व्यंजन स्वसहायता समूहों की बहनों ने तैयार किए थे। मुख्यमंत्री सहित अन्य अतिथियों ने यह व्यंजन खाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज गुलगुला भजिया भी खाया और चीला भी। गेड़ी भी चढ़े, आप लोगों के साथ उत्साह से इस त्योहार को मनाकर बहुत अच्छा लग रहा है। इस मौके पर विधायक श्री अरुण वोरा, विधायक श्री देवेंद्र यादव एवं अन्य अतिथि उपस्थित थे। कमिश्नर श्री दिलीप वासनीकर एवं कलेक्टर श्री अंकित आनंद सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी भी सभी कार्यक्रमों में उपस्थित रहे।

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छत्तीसगढ़ी संस्कृति के चिन्हारी को संजोने मना रहे हरेली तिहार
मचांदुर में आयोजित जिला स्तरीय हरेली कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लाल जी सिंह राठिया ने
अपने संबोधन में कहा गाय को लोंदी खिलाकर परंपरागत रूप से हरेली की शुरुआत की
कबड्डी, फुगड़ी, खोखो आदि खेलों का लिया आनंद,
मुख्य अतिथि ने कहा कि बचपन में खेलते थे,
आज यह सब देखना बहुत सुखद,
मुख्यमंत्री की इस सोच को मैं धन्यवाद देता हूं जिससे इतने सुंदर कार्यकम की परिकल्पना तैयार हुई है।

       दुर्ग। छत्तीसगढ़ की संस्कृति की चिन्हारी हमारे उत्सवों में हैं। हमारे उत्सवों में हमारी संस्कृति रची बसी है। अगर यह नष्ट हुई तो हमारी छत्तीसगढ़ी अस्मिता भी नष्ट हो जाएगी। आज हरेली त्योहार का इतने भव्य और सुंदर रूप में जो आयोजन सरकार ने किया है उससे बहुत उम्मीद बढ़ी है। हम अपनी परंपराओं की ओर लौट रहे हैं। यह बात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लालजी सिंह राठिया ने अपने संबोधन में कही
श्री राठिया ने कहा कि मुख्यमंत्री की इस सोच को मैं धन्यवाद देता हूं। उन्होंने परंपरागत रूप से हमारी चार चिन्हारियो नरवा, गरुवा, घुरूवा, बाड़ी को पुनः आरम्भ कराया। यह ग्रामीण विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी। नालों के रिचार्ज से बेहतर सिंचाई का रास्ता खुलेगा। पशुधन संवर्धन से भी हम इनका प्रभावी इस्तेमाल कर सकेंगे। इस योजना से पशुधन वरदान की तरह हो गया है। गौठान में नस्ल सुधार भी हो सकेगा। पशुओं का टीकाकरण भी हो सकेगा। जैविक खेती का रास्ता भी तैयार होगा। इस अवसर पर श्री राठिया ने स्वसहायता समूहों को सहायता राशि भी प्रदान की। उन्होंने पशुधन विकास विभाग, उद्यानिकी विभाग एवं अन्य विभागों के अंतर्गत हितग्राहीमूलक योजनाओं में हितग्राहियों को सहायता भी दी।
इस मौके पर विधायक श्री अरुण वोरा ने भी जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पहली बार हरेली पर अवकाश घोषित किया गया है। आप लोग बहुत उल्लसित हैं। यह बहुत अच्छा लग रहा है। आज के दिन बहुत से गौठान का लोकार्पण भी हुआ। यह ग्रामीण विकास की दिशा में मील के पत्थर साबित होंगे। कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष दुर्ग श्रीमती माया बेलचंदन एवं श्रीमती तुलसी साहू ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने पारंपरिक ग्रामीण खेलों का आनंद भी लिया। उन्होंने कबड्डी, खोखो, फुगड़ी के मैच देखे और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया तथा पुरस्कृत किया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट किया एवं उपस्थिति के लिए आभार जताया।

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