सीमित संसाधनों में सबको गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना सराहनीय कदम – संभागायुक्त दिलीप वासनीकर
दुर्ग। सीमित संसाधनों में सबको गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना सराहनीय कदम है। राष्ट्रीय भारतीय विद्यालय का प्रबंधन इस कार्य को बेहतरीन तरीके से कर रहा है। यह बात संभागायुक्त श्री दिलीप वासनीकर ने डुंडेरा स्थित राष्ट्रीय भारतीय विद्यालय में अतिरिक्त शाला भवन के लोकार्पण के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि महापुरुषों ने शिक्षा को उन्नति का सबसे बड़ा माध्यम माना है। चाहे आप गांधी को पढ़ें, अंबेडकर को पढ़ें अथवा कलाम को पढ़ें। इन्होंने शिक्षा को बदलाव का बड़ा माध्यम माना। श्री वासनीकर ने कहा कि राष्ट्रीय भारतीय विद्यालय ने अपनी स्थापना से ही इस क्षेत्र में शिक्षा की वृद्धि के लिए काफी काम किया है। सीमित संसाधनों में इस विद्यालय ने कमाल के रिजल्ट हासिल किए हैं। इस विद्यालय के 80 फीसदी बच्चे प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हो रहे हैं। यह अच्छी बात है। श्री वासनीकर ने कहा कि पढ़ाई के साथ ही खेल और सांस्कृतिक गतिविधियां भी बच्चों के लिए बेहद आवश्यक है। इससे व्यक्तित्व का समग्र विकास होता है।
संभागायुक्त श्री वासनीकर ने शिक्षकों सेे कहा कि अभी यहां पांच सौ विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। यह बहुत बड़ी संख्या है। इनके व्यक्तित्व निर्माण की जिम्मेदारी आप पर है। पढ़ाई के साथ-साथ इनके समग्र विकास पर भी कार्य करें ताकि यहां से पढ़कर निकले बच्चे जीवन में अच्छा मुकाम हासिल कर सकें। उन्होंने कहा कि शिक्षा के माध्यम से न केवल विद्यार्थी अपनी जिंदगी बदल सकता है अपितु अन्याय के विरुद्ध लड़ाई में भी अपनी बड़ी भागीदारी दे सकता है। संभागायुक्त ने कहा कि अभी मैंने बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुति देखी। बच्चों में बहुत प्रतिभा है। यह अच्छी बात है कि आप लोग पढ़ाई के साथ ही इनके व्यक्तित्व के अन्य पहलुओं को भी उभार रहे हैं। यहां स्कूल प्रांगण में मैंने देखा कि महापुरुषों की उक्तियां सभी जगह पर अंकित की गई है। इस तरह के माहौल में विद्यार्थी का बहुमुखी विकास होता है।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता चेयरमेन सेल एससी, एसटी फेडरेशन श्री सुनील रामटेके ने की। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्वक शिक्षा हम सबका लक्ष्य होना चाहिए क्योंकि शिक्षा ही हमें जीवन में उन्नत लक्ष्य प्रदान करती है। शिक्षा के माध्यम से हमें सही और गलत की समझ होती है। कार्यक्रम में आभार व्यक्त प्राचार्य श्री बीआर मौर्य ने किया। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि श्री वासनीकर को प्रतीक चिन्ह देकर स्कूल प्रबंधन ने आभार जताया।
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सद्भावना दौड़ में दिखी राष्ट्रीय एकता व अखण्डता की झलक
विधायक श्री अरूण वोरा ने दौड़ को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना
दुर्ग। जिले में स्वतंत्रता सद्भावना दौड़ का आयोजन किया गया। सद्भावना दौड़ में विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के साथ अधिकारियों-कर्मचारियों एवं नागरिकगणों ने सहभागिता दी। स्वतंत्रता सद्भावना दौड़ को दुर्ग शहर विधायक श्री अरूण वोरा ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि देश की आजादी में अनेक वीर जवानों ने अदम्य साहस का परिचय दिया है। उनके योगदान के लिए देश सदैव उनका ऋणी रहेगा। उनके शहादत को अविस्मरणीय बनाए रखने के लिए सद्भावना दौड़ का आयोजन किया जाता है। इस तरह का आयोजन कर हम उनके शहादत को याद करते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह का आयोजन लगातार होना चाहिए। जिससे आज के युवा पीढ़ी में राष्ट्रीय भावना का संचार कर आने वाले कल के सुखद, समृद्ध, सशक्त भारत बनाने का संकल्प पूरा कर सके।
इस अवसर पर दुर्ग संभागायुक्त श्री दिलीप वासनीकर ने कहा कि देश जब गुलामी की जंजीरों से जकड़ा था, तब देश के अनेक वीर जवानों ने अपने प्राणों की चिंता किए बिना देश को आजाद कराने में अपना योगदान दिया। उनके शहादत से देश को आजादी मिली। समूचा राष्ट्र उनका कृतज्ञ हैं। उनके बलिदान को अविस्मरणीय बनाए रखना हम सब का दायित्व है। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति से राष्ट्र को एक दिशा मिलती है। युवाओं के कंधे पर उन वीर जवानों के सपनों को साकार करने की जिम्मेदारी है। इस तरह के आयोजन होने से राष्ट्रीय एकता व अखण्डता को बल मिलता है।
संभागायुक्त श्री दिलीप वासनीकर एवं कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने निर्धारित दौड़ पूरी किया। उन्होंने स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ रूट-चार्ट अनुसार दौड़ लगाई। सद्भावना दौड़ रविशंकर स्टेडियम से प्रारंभ होकर आदर्श कन्या शाला, गांधी चैक, पटेल चैक, पुराना दुर्ग थाना, इंदिरा मार्केट, फरिश्ता काम्प्लेक्स चैक, पचरी पारा, नया बस स्टैण्ड रोड, बस स्टैण्ड, चर्च रोड होते हुए मुख्य गेट रविशंकर स्टेडियम पहुंचकर सम्पन्न हुई। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं एवं बड़ी संख्या में नागरिकगणों ने अपनी सहभागिता दी।
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दुर्ग संभाग में पहली बार हुई विभागीय परीक्षा
कमिश्नर ने अच्छी तैयारियों को लेकर प्रभारी अधिकारियों को दी बधाई
कमिश्नर श्री दिलीप वासनीकर ने किया निरीक्षण,
परीक्षा की मुकम्मल व्यवस्था को देखकर जताई खुशी
दुर्ग। दुर्ग संभाग में पहली बार विभागीय परीक्षा के लिए दुर्ग जिला मुख्यालय को परीक्षा सेंटर बनाया गया। संभाग में 245 अधिकारियों ने विभागीय परीक्षा दी। इसके लिए परीक्षा सेंटर बीआईटी दुर्ग को बनाया गया था। आज संभागायुक्त श्री दिलीप वासनीकर विभागीय परीक्षा का निरीक्षण करने परीक्षा सेंटर पहुंचे। वे परीक्षा के प्रभारी अधिकारियों से भी मिले। प्रभारी अधिकारी एसडीएम श्री अतुल विश्वकर्मा ने बताया कि संभागायुक्त द्वारा दिए गए निर्देशों के मुताबिक सारी तैयारियां परीक्षा हाल में कर ली गई थी। परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। इस संबंध में शासन द्वारा दिए गए निर्देशों और नियमों का अक्षरशः पालन किया गया। श्री वासनीकर ने परीक्षा कार्य में लगे अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि दुर्ग संभाग में पहली बार विभागीय परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। अधिकारियों ने पूरी तन्मयता के साथ कार्य करते हुए इस उत्तरदायित्व का बेहतर ढंग से पालन किया है।
उल्लेखनीय है कि बीआईटी कैंपस में विभागीय परीक्षा 5 अगस्त से आयोजित हो रही है। इस परीक्षा में राजस्व, वन, पुलिस, महिला एवं बाल विकास, मत्स्य, उद्योग आदि विभाग के अधिकारी सम्मिलित हुए। पहली पाली की परीक्षा का आयोजन सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक रखा गया था। दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर दो बजे से पांच बजे तक रखी गई थी। निरीक्षण के दौरान डिप्टी कमिश्नर श्रीमती मोनिका कौड़ो एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।