जासूसी कराने का ही काम करती है भाजपा की सरकारें
रायपुर। पूर्ववर्ती रमन सरकार के दौरान इजरायली इंटेलिजेंस साइबर कंपनी के द्वारा छत्तीसगढ़ में आकर पुलिस के अधिकारियों से बैठक की खबर एवं वैश्विक स्तर पर व्हाट्सएप टेपिंग कांड उजागर होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर व्हाट्सएप टेपिंग कांड की जांच की घोषणा की। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा का स्वागत किया। प्रदेश महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि जिन-जिन राज्यों में भाजपा की सरकार रहती है उन राज्यों में अक्सर विपक्षी दल के नेताओं, मानव अधिकार संगठन के कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी पत्रकार, बड़े उद्योगपति, व्यापारी के पीछे जासूसी कराने का काम भाजपा की सरकारों का रहा है। छत्तीसगढ़ में 15 साल तक रमन सिंह की सरकार सत्ता में रही है इस दौरान भी इस प्रकार की घटनाएं निश्चित रूप से हुई है। विश्व स्तर पर इजराइली सॉफ्टवेयर पिगासो के जरिए नामचीन लोगों की व्हाट्सएप की टेपिंग का मामला सामने आने के बाद इजरायली कंपनी के छत्तीसगढ़ में आकर बैठक करने की भी जानकारी प्रकाश में आई है। ऐसे में छत्तीसगढ़ के नागरिकों की निजता पर गंभीर संकट उत्पन्न हुए होंगे, इससे इंकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में पूर्ववर्ती सरकार के दौरान इजराइली सॉफ्टवेयर कंपनी के अधिकारी छत्तीसगढ़ आकर किस से मिले हैं? किसने उनको बुलाया था? और किनके-किनके व्हाट्सएप मोबाइल की टेपिंग की गई है? इसकी जानकारी के लिए राज्य सरकार ने राज्य के नागरिकों निजता की सुरक्षा के मद्देनजर पूरे प्रकरण की जांच के लिए कमेटी गठित किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्णय का कांग्रेस पार्टी स्वागत करती है और अवैधानिक रूप से निजता का हनन करते हुए फोन टैपिंग मैसेज एवं व्हाट्सएप टाइपिंग के इस अवैधानिक कृत्य में शामिल व्यक्तियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग करती है।