भाजपा धान पर दो मुंही राजनीति करना बंद करे – कांग्रेस
रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा दूसरे राज्यों से आने वाले अवैध धान पर होने वाली कार्यवाही का विरोध किये जाने पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सिंह भाजपा चाहते है पड़ोसी राज्यो से अधिक मात्रा में धान राज्य में जमा हो जाये ताकि राज्य की धान खरीदी व्यवस्था बिगड़ जाए। राज्य सरकार दूसरे राज्यो से आने वाले चावल की निगरानी कर रही है। अवैध धान के परिवहन करने वाले कोचियों पर होने वाली कार्यवाही का रमन सिंह विरोध कर रहे हैं। रमन सिंह बताए दूसरे राज्यो से आने वाले धान के खिलाफ होने वाली कार्यवाही से उनको तकलीफ क्यो हो रही है ? वे किसानों के बजाय कोचियों के समर्थन में क्यो खड़े हैं? भारतीय जनता पार्टी धान के मुद्दे पर दिग्भ्रमित और दो मुंही राजनीति कर रही है। भाजपा नहीं चाहती छत्तीसगढ़ के किसानों का धान 250 रू. प्रतिक्विंटल में खरीदा जाय। पूरी की पूरी भारतीय जनता पार्टी धान खरीदी की अड़ंगेबाजी में लगी है। भाजपा की केंद्र सरकार 2500 रू. में धान खरीदी की अनुमति नही दे रही। केंद्र सरकार राज्य सरकार को धमकी दे रही कि धान की कीमत 1815 रू. से अधिक देने पर छत्तीसगढ़ से सेंट्रलपुल के कोटे के चावल नही लिया जाएगा। छत्तीसगढ़ के सांसद धान के मामले में अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे है। संसद के अंदर भी धान की कीमत 2500 रु देने के समर्थन में एक भी भाजपाई सांसद ने आवाज नही उठाई। पूर्व में भाजपा सरकार के समय भी प्रदेश के बाहर से आने वाले धान पर कार्यवाही होती रही है लेकिन रमन सिंह के इशारे पर उनके चहेते कोचियों धान तस्करों और धान दलालों को इस कार्यवाही से मुक्त रखा गया। अब जब कांग्रेस सरकार सब पर कार्यवाही कर रही है तो रमन सिंह जी अपने चहेते धान तस्करों और कोचियों को बचाने के लिए बयानबाजी का सहारा ले रहे हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्पष्ट कर दिया है कि हर हाल में सरकार 2500 रू. प्रति क्विंटल के दर से धान खरीदी करेगी जिस पर केन्द्र की भाजपा सरकार अडंगे लगा रही है। अगर सचमुच भाजपा नेताओं को छत्तीसगढ़ के किसानों की चिंता है तो उन्हें जाकर प्रधानमंत्री को समझाना चाहिये कि भूपेश सरकार का 2500 रू. में धान खरीदी के निर्णय से छत्तीसगढ़ के किसान खुश है। भाजपा नेताओं द्वारा धान खरीदी को लेकर की जा रही बयानबाजी गलत व निराधार है। जिस भाजपा ने 15 वर्षो तक किसानों से सिर्फ धोखाधड़ी और वादाखिलाफी ही की है, उन्हें अब सत्ता जाने के बाद किसानों की याद आ रही है। भाजपा के नेता किसानों के लिये घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।