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प्रधानमंत्री ने किया ‘जय जोहार’ के साथ जनता का अभिनंदन
दुर्ग। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के संक्षिप्त प्रवास के दौरान आज भिलाईनगर की विशाल आमसभा में अपने भाषण की शुरूआत छत्तीसगढ़ी भाषा में की। उन्होंने ‘जय जोहार’ कहकर जनता का अभिवादन और अभिनंदन किया। श्री मोदी ने छत्तीसगढ़ी भाषा में ही अपने भाषण का समापन भी किया। श्री मोदी ने उद्बोधन के प्रारंभ में जनता का अभिनंदन करते हुए कहा-दाई, दीदी, सियान, जवान, संगी, जहुरिया अउ नोनी-बाबू मन ला जय जोहार। भिलाई स्टील प्लांट छत्तीसगढ़ महतारी के कोरा के अनमोल रतन हे। ये ह छत्तीसगढ़ महतारी के परताप के चिन्हारी हे। उन्होंने भाषण के अंत में कहा-मैं जब-जब छत्तीसगढ़ आथां, तब-तब इहां नवा-नवा काम-बुता, देख बर मिलथे। इही कारण ले इहां के विकास होवत हे। श्री मोदी ने कहा- नया छत्तीसगढ़ वर्ष 2022 के पहले नये भारत का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने जनता को बताया कि केन्द्र सरकार ने देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सम्मान में हर राज्य में संग्रहालय बनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने भिलाई में हुए आत्मीय सम्मान का उल्लेख करते हुए कहा कि आज यहां देश के हर राज्य की संस्कृति के दर्शन हुए। एक लघु भारत देखने को मिला। देश की एकता का दृश्य मैंने देखा। भिलाईनगर का और आप सब का आभार।
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अटलजी के विजन को मेरे मित्र रमन सिंह जी आगे बढ़ा रहे हैं: श्री नरेन्द्र मोदी
दुर्ग। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ में तेजी से हो रहे विकास के लिए आज मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह की तारीफ करते हुए कहा-जिस राज्य के निर्माण के पीछे तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी का विजन है, राज्य के लोगों का कठोर परिश्रम है, उस राज्य को तेज गति से आगे बढ़ते देखना एक सुखद अनुभव है। श्री मोदी ने कहा- अटल जी के विजन को मेरे मित्र रमन सिंह जी पूरे परिश्रम के साथ आगे बढ़ा रहे हैं। हर बार वह कोई नई कल्पना और नई योजना, नये उत्साह और उमंग के साथ मेरे पास लेकर आते हैं और उसे लागू करके सफलता के शिखर तक पहुंचाते हैं। उन्होंने डाॅ. रमन सिंह को यशस्वी और लोकप्रिय मुख्यमंत्री बताया। श्री मोदी ने बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर को आज घरेलू विमान सेवा से जोड़े जाने का उल्लेख करते हुए कहा-कई वर्षों पहले बस्तर की पहचान सिर्फ बम, बंदूक और पिस्तौल के नाम पर होती थी, लेकिन आज जगदलपुर की पहचान हवाई अड्डे से भी होने लगी है।
श्री मोदी ने कहा-अगर विकास करना है, प्रगति करनी है, तो शांति और कानून व्यवस्था भी बहुत जरूरी है। डाॅ. रमन सिंह ने एक तरफ शांति और स्थिरता कायम करने पर बल दिया, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने छत्तीसगढ़ को आगे बढ़ाने के लिए नई कल्पनाओं के साथ विकास यात्रा का भी आयोजन किया। श्री मोदी ने छत्तीसगढ़ में केन्द्र और राज्य की विभिन्न योजनाओं और उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि- नया छत्तीसगढ़ वर्ष 2022 में नये भारत का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने आमसभा में छत्तीसगढ़ की जनता के साथ वर्षों पुराने संबंधों को याद करते हुए कहा-यह क्षेत्र मेरे लिए नया नहीं है। छत्तीसगढ़ जब मध्यप्रदेश का हिस्सा था, तब मैं यहां टू-व्हीलर में भी आया करता था। तब से अब तक छत्तीसगढ़ से मेरी कोई दूरी नहीं है। शायद पिछले 25 वर्षों में एक भी वर्ष ऐसा नहीं गया, जब मेरा यहां आना नहीं हुआ। यहां का कोई भी जिला ऐसा नहीं है, जहां मैं नहीं गया हूं। श्री मोदी ने आमसभा में मौजूद विशाल जनसमूह के माध्यम से छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ जनता को अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा-आज से दो महीने पहले भी मैं छत्तीसगढ़ आया था, वो भी 14 तारीख थी और आज भी 14 तारीख है। मुझे दोबारा यहां की जनता का आशीर्वाद मिला है। उल्लेखनीय है कि श्री मोदी विगत 14 अप्रैल 2018 को राज्य के बस्तर संभाग के ग्राम जांगला (जिला-बीजापुर) आए थे, जहां उन्होंने देश के 115 आकांक्षी जिलों के लिए ग्राम स्वराज अभियान सहित सम्पूर्ण राष्ट्र के लिए वन-धन योजना और आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रथम चरण में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का भी शुभारंभ किया था।
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हर तरह की हिंसा का एक ही जवाब विकास, विकास और सिर्फ विकास: श्री नरेन्द्र मोदी
प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ को दी 22 हजार करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं की सौगात
लगभग 18500 करोड़ की लागत से आधुनिकीकरण की पूर्ण परियोजना का लोकार्पण
भिलाई आई.आई.टी. के लिए लगभग ग्यारह सौ करोड़ के परिसर का शिलान्यास
भारत नेट परियोजना के दूसरे चरण का शुभारंभ
रायपुर-जगदलपुर घरेलू विमानसेवा की भी शुरूआत
दुर्ग। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा – सरकार की हर योजना गरीबों और वंचितों के सशक्तिकरण के लिए है। आज देश में किसी भी तरह की हिंसा या किसी भी तरह की साजिश का एक ही जवाब है और वो है – विकास, विकास और सिर्फ विकास। उन्होंने कहा -विकास हर तरह की हिंसा को खत्म कर देता है। आज देश में और छत्तीसगढ़ में हमने विकास के माध्यम से विश्वास का वातावरण बनाने का प्रयास किया है।
श्री मोदी आज छत्तीसगढ़ के भिलाई नगर के जयंती स्टेडियम में विशाल जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह, केन्द्रीय इस्पात मंत्री चैधरी वीरेन्द्र सिंह, केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री श्री मनोज सिन्हा, केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी, केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल और प्रदेश सरकार के मंत्रीगण, सांसद और विधायकगण भी मौजूद थे। आमसभा को मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह और केन्द्रीय इस्पात मंत्री चैधरी वीरेन्द्र सिंह ने भी सम्बोधित किया। स्वागत भाषण प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने दिया।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर राज्य के विकास के लिए लगभग 22 हजार करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं का डिजिटल लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास किया, जिनमें भिलाई इस्पात संयंत्र के आधुनिकीकरण और विस्तारी करण की 18 हजार 500 करोड़ रूपए की पूर्ण हो चुकी परियोजना भी शामिल है, जिसका लोकार्पण प्रधानमंत्री के हाथो सम्पन्न हुआ। प्रधानमंत्री ने आमसभा में छत्तीसगढ़ की शेष छह हजार 104 ग्राम पंचायतों को इंटरनेट कनेक्टिविटी देने के लिए भारत नेट परियोजना के दूसरे चरण (लागत 2066 करोड़) का शुभारंभ, केन्द्र सरकार की उड़ान योजना के तहत रायपुर-जगदलपुर-विशाखापट्नम घरेलू विमान सेवा का शुभारंभ और 40 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित जगदलपुर विमानतल का लोकार्पण भी किया। श्री मोदी ने इसके पहले नया रायपुर में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत नागरिक सेवाओं की आॅन लाइन निगरानी के लिए एकीकृत कमांड एवं नियंत्रण केन्द्र का भी लोकार्पण किया। श्री मोदी ने भिलाई नगर की आमसभा में इसका उल्लेख करते हुए कहा – देश के पहले ग्रीन फील्ड शहर नया रायपुर में पूरे शहर की सार्वजनिक सेवाओं की निगरानी का काम इस केन्द्र में एक छोटे से भवन में आधुनिक टेक्नाॅलाजी के जरिये किया जा सकेगा।
यह देश के अन्य स्मार्ट शहरों के लिए भी एक मिसाल बनेगा।
ग्राम स्वराज अभियान जनभागीदारी का बड़ा माध्यम
उन्होंने कहा – दो महीने पहले जब मैं छत्तीसगढ़ आया था, तो यहां की धरती (ग्राम जांगला, जिला-बीजापुर) से देश के 115 आकांक्षी जिलों के विकास के लिए ग्राम स्वराज का सकारात्मक अभियान शुरू किया गया था। वह 14 अप्रैल की तारीख थी और आज जून माह की 14 तारीख है। हर गांव में हर परिवार का बैंक खाता हो, बिजली और रसोई गैस कनेक्शन हो, बीमा सुरक्षा हो और घर में एलईडी बल्ब हो, ये सब इस अभियान के जरिये गरीबों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए है। छत्तीसगढ़ में भी ग्राम स्वराज का यह अभियान जनभागीदारी का बड़ा माध्यम बना है। राज्य में जन-धन योजना के तहत एक करोड़ 30 लाख लोगों के खाते खुले हैं। 26 लाख लोगों को मुद्रा योजना के तहत कारोबार के लिए बिना बैंक गारंटी के ऋण मिला है और 13 लाख किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ मिला है। विकास की एक नई गाथा छत्तीसगढ़ में लिखी जा रही है।
कच्छ से कटक और कारगिल से कन्या कुमारी तक
रेल पटरियों में छत्तीसगढ़ का लोहा
श्री मोदी ने भिलाई इस्पात संयंत्र की आधुनिकीकरण परियोजना की प्रशंसा करते हुए कहा -18 हजार 500 करोड़ की लागत से इसके तहत किए गए कार्याें की वजह से भिलाई इस्पात संयंत्र नई तकनीक और नई क्षमताओं से सुसज्जित हो गया है। श्री मोदी ने कहा – कच्छ से कटक तक और कारगिल से कन्या कुमारी तक देश में जो भी रेल की पटरियां बिछी है, वो देश को छत्तीसगढ़ की इसी धरती के लोहे सेे और यहां के लोगों के पसीने के प्रसाद के रूप में मिली है। उन्होंने कहा भिलाई इस्पात संयंत्र ने न सिर्फ स्टील बनाया, बल्कि लोगों की जिंदगी को सजाया और संवारा है। भिलाई का यह आधुनिक संयंत्र नये भारत के सपनों को साकार करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा भिलाई इस्पात संयंत्र की तरह छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल में बन रहा नगरनार का इस्पात संयंत्र भी उस अंचल के लोगों की जिन्दगी में परिवर्तन लाएगा।
श्री मोदी ने इस अवसर पर भिलाई इस्पात संयंत्र के आधुनिकीकरण और विस्तारीकरण की 18 हजार 500 करोड़ की परियोजना सहित छत्तीसगढ़ की चार हजार से अधिक ग्राम पंचायतों को इंटरनेट से जोड़ने के लिए छत्तीसगढ़ के विकास को गति देने में यहां के लौह अयस्क जैसे खनिजों का भरपूर योगदान है। यही कारण है कि हमने पूरे देश के खनिज बहुल राज्यों के लिए जिला खनिज निधि (डी.एम.एफ.) का प्रावधान किया है। खनिज उत्पादन का निश्चित हिस्सा डीएमएफ के माध्यम से वहां के लोगों के विकास पर खर्च करना इसका उद्देश्य है। छत्तीसगढ़ को लगभग तीन हजार करोड़ रूपए की राशि मिल चुकी है।
राज्य के भविष्य को मजबूत बनाने का सुनहरा अध्याय
उड़ान योजना के तहत रायपुर-जगदलपुर -विशाखापट्नम विमान सेवा की शुरूआत होने पर श्री मोदी ने कहा – सरकार देश के लोगों को जल, थल और नभ तीनों से जोड़ने का काम कर रही है। श्री मोदी ने आज शुरू की गई परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा – छत्तीसगढ़ के इतिहास में आज इस राज्य के भविष्य को मजबूत बनाने वाला एक नया और सुनहरा अध्याय जोड़ा जा रहा है। श्री मोदी ने जगदलपुर हवाई अड्डे के लोकार्पण और रायपुर – जगदलपुर- विशाखापट्नम विमान सेवा के शुभारंभ का उल्लेेख करते हुए कहा – देश के ऐसे इलाके जहां कभी सरकारें सड़क निर्माण में पीछे रह जाती थी, आज वहां हवाई अड्डे बन रहे हैं। ऐसा ही एक शानदार हवाई अड्डा जगदलपुर में भी बनाया गया है। हमारी सरकार की यह सोच है कि हवाई चप्पल पहनने वाले भी हवाई जहाज में यात्रा करें। इस वजह से देशभर में उड़ान योजना के तहत सस्ती घरेलू विमानसेवाएं शुरू की जा रही है। श्री मोदी ने कहा रायपुर से जगदलपुर की जो दूरी अब तक सड़क मार्ग से 6-7 घंटे की होती थी, वह सिर्फ 40 मिनट में पूरी होगी। यातायात के इस नये माध्यम से न सिर्फ सफर की दूरियां कम होंगी , बल्कि पर्यटन और रोजगार के नये अवसर भी बढ़ेंगे। श्री मोदी ने कहा – हवाई यात्रा सस्ती होने के कारण अब ट्रेन के वातानुकुलित डिब्बों की जगह हवाई जहाजों में यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है। उन्होंने कहा – छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के हवाई अड्डे में किसी जमाने में दिनभर में छह उड़ाने हुआ करती थी, आज वहां उड़ानों की संख्या 50 हो गई है।
आई.आई.टी. से भिलाई बनेगा तकनीकी शिक्षा का नया तीर्थ
प्रधानमंत्री ने भिलाई नगर में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.) के शिलान्यास पर कहा कि मेक-इन-इंडिया के लिए कौशल विकास बहुत जरूरी है। भिलाई नगर को पिछले कई दशकों से देश में एजुकेशन हब के रूप में पहचाना जाता रहा है, लेकिन इतनी व्यवस्थाओं के बाद भी यहां पर आई.आई.टी. की कमी महसूस हो रही थी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह लगातार कोशिश कर रहे थे कि भिलाई को आई.आई.टी. मिल जाए। देश में जब हमारी सरकार ने पांच नये आई.आई.टी. मंजूर किए तो उसमें भिलाई भी शामिल किया गया। इस नये आई.आई.टी. के लिए लगभग ग्यारह सौ करोड़ रूपए की लागत से जो नया कैम्पस विकसित किया जाएगा, वह तकनीकी शिक्षा का तीर्थ बनेगा।
अगले वर्ष मार्च तक पूर्ण करेंगे भारत नेट परियोजना का दूसरा चरण
श्री मोदी ने भारत नेट परियोजना के दूसरे चरण के शुभारंभ पर कहा कि केन्द्र सरकार डिजिटल इंडिया अभियान के तहत सूचना तकनीक को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना चाहती है। इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार भी प्रयासरत है। मैं जब दो माह पहले 14 अप्रैल को छत्तीसगढ़ आया था, तो मुझे बस्तर नेट परियोजना के प्रथम चरण के लोकार्पण का अवसर मिला था। आज भारत नेट परियोजना के दूसरे चरण के लोकार्पण का अवसर मिला है। उन्होंने कहा – यह परियोजना अगले वर्ष मार्च तक पूर्ण कर ली जाएगी और छत्तीसगढ़ की शेष छह हजार 104 ग्राम पंचायतें इससे जुड़ जाएंगी। अब तक इस परियोजना में भारत संचार निगम लिमिटेड द्वारा राज्य की चार हजार ग्राम पंचायतों को जोड़ा जा चुका है।
देश भर में 22 हजार हाट विकसित किए जाएंगे
प्रधानमंत्री ने केन्द्र सरकार की वनधन योजना का उल्लेख करते हुए जनता को बताया – दो महीने पहले 14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती के दिन मैने छत्तीसगढ़ की धरती से ही वनधन योजना की शुरूआत की थी। जंगल के उत्पादों का सही दाम हमारे वनवासी भाई-बहनों को मिले, यह इस योजना का उद्देश्य है। देशभर में 22 हजार ग्रामीण हाट विकसित किए जाएंगे। शुरूआती दौर में पांच हजार हाट विकसित करने की दिशा में काम शुरू हो गया है। श्री मोदी ने बताया कि गांव के पांच-छह किलोमीटर के दायरे में ही हमारे वनवासी ग्रामीण भाई-बहनों को मंडियो जैसी सुविधाएं देने का प्रयास सरकार कर रही है। अब किसान अपने खेत में उगाएं बांस को भी आसानी से बेच सकते हैं। श्री मोदी ने आमसभा में केन्द्र और राज्य सभा की विभिन्न योजनाओं के तहत कई हितग्राहियों को सामग्री और चेक आदि का वितरण किया। उन्होंने आमसभा में कहा – हमारी योजनाएं गरीबों और वंचितों के सशक्तिकरण के लिए हैं।
श्रमवीरों की नगरी में कर्मवीर प्रधानमंत्री का स्वागत: डाॅ. रमन सिंह
मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने आमसभा में प्रधानमंत्री श्री मोदी का स्वागत करते हुए कहा – प्रदेशवासियों ने आज श्रमवीरों की नगरी भिलाई में कर्मवीर प्रधानमंत्री का आत्मीय और अभूतपूर्व स्वागत और अभिनंदन किया है। फौलाद बनाने वाले भिलाई इस्पात संयंत्र में फौलादी इरादों वाले प्रधानमंत्री का स्वागत हुआ है। डाॅ. रमन सिंह ने कहा – जिस प्रकार भिलाई इस्पात संयंत्र की धमन भट्ठी छह दशकों में कभी बंद नहीं हुई, उसी तरह विगत चार वर्ष में हमारे प्रधानमंत्री ने कभी विश्राम नहीं किया। मुख्यमंत्री ने भिलाई नगर में आई.आई.टी. के शिलान्यास के लिए श्री मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैने वर्ष 2003 से 2013 तक भिलाई में आई.आई.टी. स्थापना के लिए लगातार प्रयास किया। श्री मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद सिर्फ पांच मिनट में इसकी मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री ने कहा – प्रधानमंत्री श्री मोदी ने छत्तीसगढ़ को अनेक सौगातें दी हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राज्य में छह लाख 40 हजार गरीब परिवारों को पक्का मकान दिलाने का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का लक्ष्य लेकर कई योजनाएं दी है। श्री मोदी ने ‘आयुष्मान भारत’ योजना की शुरूआत की है, जो देश के गरीबों को गंभीर बीमारियों में पांच लाख रूपए तक इलाज की सहायता देने वाली दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है।
प्रधानमंत्री के हाथों भिलाई संयंत्र का विस्तारित स्वरूप राष्ट्र को समर्पित
मुख्यमंत्री ने कहा – श्री मोदी ने छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय राजमार्गाें के लिए 350 करोड़ रूपए की सहायता दी है। उज्ज्वला योजना के तहत छत्तीसगढ़ के 36 लाख गरीब परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन दिए जा रहे हैं। श्री मोदी गरीबों और किसानों के मसीहा के रूप में उभरे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा -आज प्रधानमंत्री के हाथों भिलाई इस्पात संयंत्र का विस्तारित स्वरूप राष्ट्र को समर्पित हुआ है, जगदलपुर के लिए 40 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित हवाई अड्डे का लोकार्पण हुआ है और उड़ान योजना के तहत राज्य की पहली घरेलू विमान सेवा की शुरूआत हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा – भिलाई नगर उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा का केन्द्र है। राज्य सरकार ने यहां पर तकनीकी विश्वविद्यालय और पशु चिकित्सा के लिए कामधेनु विश्वविद्यालय की भी स्थापना की है।
मोदी देश की आशाओं का प्रतीक: केन्द्रीय इस्पात मंत्री ने कहा
केन्द्रीय इस्पात मंत्री चैधरी वीरेन्द्र सिंह ने आमसभा में अपने मंत्रालय और भिलाई इस्पात संयंत्र के अधिकारियों, कर्मचारियों और श्रमिकों की ओर से प्रधानमंत्री श्री मोदी का आत्मीय स्वागत किया। श्री वीरेन्द्र सिंह ने श्री मोदी को देश की आशाओं का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा – श्री मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने विगत चार वर्ष में देश के इस्पात उद्योग को कई समस्याओं से मुक्ति दिलायी है। आज देश का इस्पात उद्योग एक नई शक्ति के रूप में उभरा है। भारत ने 134 प्रतिशत इस्पात का निर्यात कर कीर्तिमान बनाया है। छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने अपने भाषण में लघु भारत की धरती भिलाई में प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए आई.आई.टी. की स्थापना के लिए उनके प्रति आभार प्रकट किया।