लाकडाउन में केवल फिजिकल डिस्टेंसिंग, नालेज डिस्टेंसिंग नहीं
पढ़ई तुहर द्वार से पढ़ाई कर रहे दुर्ग के 94 हजार से अधिक बच्चे
दुर्ग। अप्रैल महीना चल रहा है। पूरे देश में लाकडाउन है और स्कूल बंद हैं लेकिन आनलाइन एजुकेशन की वजह से छत्तीसगढ़ और दुर्ग जिले में बच्चे उसी तरह पढ़ रहे हैं जैसे स्कूल में इस वक्त पढ़ते होते। दुर्ग जिले के 6937 शिक्षकों की टीम ने अपनी कड़ी मेहनत से लाकडाउन के दौरान भी आनलाइन पढ़ाई कर बच्चों की पढ़ाई जारी रखी है। पढ़ई तुहर द्वार से दुर्ग जिले के 94 हजार से अधिक बच्चे पंजीकृत हैं। इसके लिए टीचर्स बच्चों के लिए शैक्षणिक सामग्री जिसमें आडियो, वीडियो, पीडीएफ वर्जन भी शामिल हैं बनाकर एप्रूवल के लिए एडमिन के पास भेज रहे हैं। एडमिन का एक पैनल जिला स्तर पर बनाया गया है जो सामग्री की गुणवत्ता को देखता है और इसके एप्रूवल के बाद यह बच्चों को भी नजर आने लगता है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल ने बताया कि पढ़ई तुहर द्वार अभियान वरदान साबित हुआ है। हमारे पास जो सामग्री आई है वो काफी गुणवत्तापूर्वक है। इससे छात्र-छात्राओं को काफी मदद मिलेगी। श्री बघेल ने बताया कि आनलाइन कक्षाएं भी नियमित समय पर चलाई जा रही हैं जो बच्चों के लिए काफी उपयोगी हैं। बच्चों को होमवर्क भी दिया जा रहा है और वे होमवर्क को पूरा कर रहे हैं। श्री बघेल ने बताया है कि बस मोड बदला है अब फिजिकल डिस्टेंसिंग है लेकिन नालेज डिस्टेंसिंग नहीं है। सहायक संचालक श्री अमित घोष ने बताया कि बच्चे डिजिटल माध्यम में काफी रुचि ले रहे हैं। आनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से पढ़ाई करना बच्चों के लिए बहुत अच्छा अनुभव होता है। यह उन्हें डिजिटली साक्षर बनाने के लिए भी उपयोगी है। साथ ही बच्चों के लिए ज्ञान का नया संसार खोल देता है और इंटरनेट के रचनात्मक पक्षों की समझ उन्हें प्रदान करता है। आनलाइन कक्षाओं के माध्यम से बच्चों को पढ़ा रही ऋतु सिन्हा, रश्मि नामदेव एवं मिलिंद चंद्रा ने बताया कि बच्चों का रिस्पांस बहुत अच्छा है। हमने लाकडाउन के समय का काफी रचनात्मक उपयोग कर लिया। सामग्री एप्रूवल करने वाले एडमिन ने चर्चा में बताया कि शिक्षकों से बहुत अच्छी सामग्री आ रही है। हमने अलग-अलग खंड को अलग-अलग शिक्षकों को सौंपा है। उनके अनुभवों से और पढ़ाने के नवाचार का लाभ भी इन वीडियो के माध्यम से मिलेगा। cgschool.in एक ऐसा वेबसाइट है जिसमें बहुत अच्छी शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध होगी। उल्लेखनीय है कि बच्चों को मध्याह्न भोजन में किसी तरह की दिक्कत न आए, इसके लिए भी शिक्षा विभाग ने सभी बच्चों के घरों में निर्धारित सामग्री का राशन पहुंचा दिया है।
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सहकारी समितियों से बीज एवं उर्वरक का अग्रिम उठाव प्रारंभ
दुर्ग। राज्य शासन ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के दौरान लाॅक डाउन की स्थिति में कृषि क्षेत्र मे छुट प्रदान की है। जिले में खरीफ सत्र के दौरान महत्वपूर्ण कृषि आदान बीज एवं उर्वरकों की उपलब्धता कृषकों को सुनिश्चित कराने के संबंध में जिले की सेवा सहकारी समितियों में खरीफ बीजों का भण्डारण 01 अप्रैल 2020 से प्रारम्भ कर अद्यतन जिले में 10671 क्विंटल धान बीज एवं 17120 मि.टन उर्वरकों का जिले की समस्त 59 समितियों में भंडारण किया गया है तथा जिले की कुल बीज मांग के विरूद्ध 50 प्रतिशत बीजों का भण्डारण माह- अप्रैल अंत तक किया जाना प्रस्तावित है। शेष बीजों का भंडारण निर्धारित समय सीमा मई अंत तक कर लिया जाएगा। खरीफ 2020 के लिए धान मोटा-2250 रु., धान पतला-2500 रु. तथा सुगंधित धान-2900 रु. की विक्रय दर निर्धारित की गई है। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव हेतु समितियों से खाद एवं बीज वितरण हेतु जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित द्वारा ग्रामवार रोस्टर प्लान तैयार किया गया है। इसके अलावा वितरण संबंधी जानकारी संबंधित समिति, शाखा एवं ग्राम पंचायतों के सूचना पटल पर चस्पा करने के साथ खाद एवं बीज वितरण हेतु सामाजिक दूरी का कड़ाई से पालन किया जावे साथ ही एक समय में एक ही कृषक की उपस्थिति सुनिश्चित की जावे, समिति प्रांगण एवं गोदाम के बाहर साबुन एवं स्वच्छ पानी की व्यवस्था की जावे तथा आगंतुक कृषकों को हाथ धोने उपरांत ही प्रवेश दिया जावे। उर्वरक विक्रय हेतु प्रयोग की जाने वाली पी.ओ.एस. मशीन कृषक का अंगुठा लगाया जाना होता है उसे भी सेनेटाईज किया जावे।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव हेतु शासन द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशानुसार उचित सामाजिक दूरी बनाये रखते हुये तथा अनिवार्यतः मास्क पहन कर समितियों से बीजों एवं उर्वरकों का अग्रिम उठाव कर लें ताकि कृषि कार्य मानसून प्रारंभ होने पर कृषि आदान बीज एवं उर्वरक उठाव हेतु समितियों में अनावश्यक भीड़ न हो एवं कृषकों की मांग अनुरूप बीज एवं उर्वरक का भण्डारण-वितरण कराया जा सके।
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एजुकेशन वल्र्ड पत्रिका के सर्वेक्षण में साइंस काॅलेज दुर्ग
को मिला पूरे देश में 10वां स्थान
दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग (छ.ग.) की उपलब्धियों में आज एक और अध्याय जुड़ गया जब एजुकेशन वल्र्ड नामक पत्रिका द्वारा सम्पूर्ण भारत के शासकीय स्वशासी महाविद्यालयों की गुणवत्ता संबंधी जारी रैंकिंग में साइंस काॅलेज दुर्ग को पूरे देश में 10वां स्थान प्राप्त हुआ। महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. आर. एन. सिंह ने प्रसन्नतापूर्वक यह जानकारी देते हुए बताया कि भारत में शीर्षस्थ 10 शासकीय स्वशासी महाविद्यालयों की सूची में छ.ग. से एकमात्र साइंस काॅलेज दुर्ग को स्थान प्राप्त हुआ है। यह स्थान महाविद्यालय की अकादमिक, सांस्कृतिक, अन्य पाठयेत्तर गतिविधियां, रिसर्च, खेलकूद, एवं अन्य गतिविधियों में सहभागिता पर किये गये सर्वेक्षण व मूल्यांकन के आधार पर प्राप्त हुआ है।
इस सफलता का श्रेय समूचे महाविद्यालय परिवार को देते हुए डाॅ. आर. एन. सिंह ने बताया कि इस सूची में शास. बिलासा कन्या महाविद्यालय बिलासपुर को 12वां, शासकीय इंजीनियर राघवराव साइंस कालेज बिलासपुर को 17वां तथा शासकीय नागार्जुन साइंस कालेज रायपुर को 31वां स्थान प्राप्त हुआ हैं।
इस प्रकार भारत के 50 श्रेष्ठ शासकीय स्वशासी महाविद्यालयों की सुची में छत्तीसगढ़ के 4 महाविद्यालयों को स्थान मिला है। प्रथम स्थान केरल एर्नाकुलम के महाराजा कालेज को मिला है। इंदौर के होलकर साइंस कालेज को तृतीय स्थान मिला है। प्राचार्य डाॅ. आर. एन. सिंह ने बताया कि इस प्रकार के रचनात्मक सर्वेक्षण से प्राध्यापकों एवं विद्यार्थीयों में एक नई ताजगी आ जाती है और जिन महाविद्यालयों को स्थान प्राप्त नहीं हो पाया है वे पुनः नई ऊर्जा के साथ अपनी कमियों को दूर करने में लग जाते है।
प्राचार्य डाॅ. आर. एन. सिंह के अनुसार वर्तमान में महाविद्यालय में लगभग 6 हजार नियमित विद्यार्थी, लगभग 100 नियमित सहायक प्राध्यापक, 75 से अधिक नियमित व जनभागीदारी मद पर कार्यरत कर्मचारी है। 18 विषयों में स्नातकोत्तर अध्ययन की सुविधा वाले इस महाविद्यालय में 16 स्नातकोत्तर विभाग मान्यता प्राप्त शोध केन्द्र है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महाविद्यालय के शोधकर्ताओं के शोध पत्र प्रकाशित हैं। खेलकूद व अकादमिक, सांस्कृतिक गतिविधियों में भी महाविद्यालय ने राष्ट्रीय स्तर पर अनेक सफलता अर्जित की है लगभग 1 लाख से अधिक पुस्तकों वाला कम्प्यूटरीकृत ग्रंथालय विद्यार्थियों हेतु सुविधा प्रदान करने में विशिष्ट स्थान रखता हैै। महाविद्यालय में इग्नू एवं पं. सुंदरलाल शर्मा मुक्त वि. वि. के अध्ययन केन्द्र भी संचालित हैं।
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जरूरतमंद लोगों को किया गया सवा लाख रुपए
का राशन दान
दुर्ग। मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुरूप की कोई व्यक्ति भूखा न सोये इसी तारतम्य में धर्मेंद्र यादव जी के द्वारा भिलाई निगम के विभिन वार्डो में 6100 कि.ग्रा. केला वितरण किया गया व थाना जामुल में 1000 कि.ग्रा. सब्जी मंगवाकर सुबह-सुबह जरूरतमंद लोगों में वितरण करने के लिए दिया गया। 900 कि.ग्रा. अभिषेक यादव जी द्वारा व 7400 कि.ग्रा. बबला जी के द्वारा गरीब बस्तियों में वितरित करने सब्जी दिया गया। इस प्रयास को निगम क्षेत्रो में जनता द्वारा व्यापक सराहना मिल रहीं है। इनसे विभिन्न सेवाभावी नागरिको को भी सहयोग मिल रहा है।
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महिला बाल विकास विभाग के सभी अधिकारियों ने किया गृह भेंट, लगभग साढ़े पांच सौ घरों में पहुंचे
-लॉक डाउन के दौरान विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन का किया निरीक्षण
दुर्ग। कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान यद्यपि आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन बंद है तथापि शासन के निर्देशानुसार आंगनबाड़ी केन्द्रों के हितग्राहियों को घर पहुॅच सेवायें दी जा रही है।इन्ही सेवाओं का आकस्मिक निरीक्षण करने हेतु आज जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित जिले के सभी परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों के द्वारा हितग्राहियों के घर पहुॅच कर उन्हें प्रदान की जा रही विभिन्न सेवाओं को आकस्मिक निरीक्षण किया गया। वे लगभग साढ़े पांच सौ घरों में गृह भेंट के लिए पहुंचे। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन द्वारा धमधा परियोजना के दूरस्थ ग्राम साल्हे खुर्द के आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण किया गया। साथ ही कई हितग्राहियों के घरों में जाकर आंगनबाड़ी केन्द्रोें से संबंधित विभिन्न सेवाओं जैसे-रेडी टू ईंट एवं सूखा राशन का प्रदाय, वीडियों के माध्यम से 03 से 06 वर्ष के बच्चों को प्रदाय की जा रही शाला पूर्व शिक्षा सहित अन्य विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी गई। साल्हे खुर्द के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 02 एवं 03 के भवनों के शीघ्र निर्माण हेतु प्रस्ताव जनपद पंचायत को पे्रषित करने हेतु निर्देशित किया गया। इसी क्रम में परियोजना अहिवारा के वार्ड क्रमांक 01 तथा सेक्टर गिरहोला के ग्राम सेमरिया के आंगनबाड़ी केन्द्रों का अवलोकन कर विभिन्न हितग्राहियों से घर जाकर विभागीय योजनाओं की जानकारी ली गई। निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों के साफ-सफाई करने का भी निर्देश संबंधित परियोजना अधिकारी को दिया गया।
उल्लेखनीय है कि माननीय मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप आंगनबाड़ी केन्द्रों के लगभग 90000 हितग्राहियों को लाॅकडाउन की अवधि में पात्रतानुसार रेडी टू ईंट एवं सूखा राशन का वितरण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा घर-घर जाकर किया जा रहा है। साथ ही 3 से 06 वर्ष के बच्चों को आॅडियोध्वीडियों के माध्यम से मोबाईल पर ऑनलाइन शिक्षाप्रद सामग्रियाॅंं प्रदान की जा रही है। इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए आज संपूर्ण जिले में अभियान चलाकर प्रत्येक परियोजना अधिकारियों तथा पर्यवेक्षकों के द्वारा जमीनी स्तर पर हितग्राहियों के घर-घर जाकर कार्यक्रम के क्रियान्वयन का अवलोकन किया गया। निरीक्षण के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा शासन की मंशा के अनुरूप विभाग की सेवाओं को हितग्राहियो तक निर्बाध रूप से पहुॅचाने का निर्देश भी दिया। साथ ही इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही करने पर कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की भी चेतावनी दी।
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अधिकारियों कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री सहायता कोष में 1 करोड़ 23 लाख 41 हजार 399 रूपये किये जमा
दुर्ग। कोरोना वायरस के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए संघर्ष में दुर्ग जिला के कर्मचारी एवं अधिकारियों ने मुख्यमंत्री सहायता कोष में एक दिन का वेतन से अभी तक 1 करोड़ 23 लाख 41 हजार 399 रुपए स्वेच्छा से जमा किया है।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन जिला दुर्ग के संयोजक विजय लहरे ने बताया कि फेडरेशन के जिला अध्यक्षों ने आज कलेक्टर, दुर्ग श्री अंकित आनंद जी को 21000 रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष में दिया है। जिसमें सहयोग करने वाले संगठन छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, छ.ग. राजपत्रित संघ, छ.ग. प्रदेश शिक्षक फेडरेशन, छ.ग. डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन संघ, छ.ग. वाहन चालक संघ, छ.ग. कर्मचारी कांग्रेस संघ, छ.ग. शिक्षक संघ, छ.ग. स्वास्थ्य एवं बहुद्देश्शीय कर्मचारी संघ, राज्य कर्मचारी संघ, छ.ग. लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ, प्रदेश लिपिक वर्ग कर्मचारी संघ, छ.ग. वन कर्मचारी संघ, छ.ग. पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी संघ उपरोक्त संघ के अध्यक्षों ने अपील किया कि जिन कर्मचारी/अधिकारियों के द्वारा किसी कारणवश वेतन से स्वेच्छा दान नहीं कर पाये है वे माह अप्रैल के वेतन में यह दान कर सकते हैं।
आज छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय सचिव एवं प्रभारी दुर्ग जिला राजेश चटर्जी, जिला संयोजक विजय लहरे, आनंदमूर्ति झा, संभागीय संयोजक डाॅ. व्ही. के. गुप्ता, अनुरूप साहू, दीपक देवागंन, सी.एल. निर्मलकर, अजीत गुप्ता, हरि शर्मा, डी.एस. भारद्धाज, बी. दास गुप्ता, मोतीराम खिलाड़ी, प्रमोद यादव, प्रमोद श्रीवास्तव, विजय शर्मा, यदुसुदन ठाकरे, अश्वनी वर्मा, एम.एल. कुरैशी, डी.के. ठाकुर, मनीष तिवारी, नवीन गुप्ता खोबरागडे, हर्षवर्धन श्रीवास्तव, डी.के. द्विवेदी, कुबेर सिंह शर्मा, धर्मेन्द्र देशमुख, जी.एस. रावना उपरोक्त पदाधिकारियों द्वारा सहयोग प्रदान किया गया है।
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सार्वजनिक स्थल पर थूकने वाले से लिया गया जुर्माना, मास्क नहीं पहने कुछ लोगों को जुर्माना लगाकर दिया गया मास्क
दुर्ग। आज एक व्यक्ति द्वारा सार्वजनिक स्थल पर थूकने के कारण 100 रुपए जुर्माने की कार्रवाई की गई। बिना मास्क लगाए घर से बाहर निकलने के आदेश का उल्लंघन करने वालों पर निगम की टीम ने आज दूसरे दिन भी कार्यवाही की। सुबह से ही विभिन्न क्षेत्रों के चैराहों पर तैनात कर्मचारियों ने 380 लोगों से 71100 रुपए जुर्माना वूसला और बिना मास्क या फेस कवर किए बाहर नहीं निकलने की समझाइश दिए। जोन कार्यालयों की टीम सुबह से ही चिन्हित क्षेत्र के स्थानों में जहां से अधिकाधिक लोगों का आवागमन होता है वहां पर बिना मास्क लगाए घूमने, सार्वजनिक स्थानों पर थूकने व सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन व दो पहिया वाहन व चार पहिया वाहन में अधिक सवारी होने पर अर्थदंड की कार्यवाही किए। उड़नदस्ता की टीम ने दुकानों का निरीक्षण कर बिना मास्क लगाए दुकानदार व ग्राहर पर चालानी कार्यवाही किए। नगर पालिक निगम, भिलाई क्षेत्र में कोविड – 19 नोवल कोरोना वायरस के रोकथाम एवं बचाव के लिए आम जनता को घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है ताकि कोई भी व्यक्ति के नजदीक आने छींकने या खांसने से फैलने वाले संक्रमण से बचाव हो सके। आज की कार्यवाही में बिना मास्क पहने 264 लोग, सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन करने व थूकने वाले 40 लोग, दो पहिया एवं चार पहिया वाहन में अधिक सवारी के 79 लोग तथा छूट प्राप्त दुकानों में बिना मास्क लगाए लेन देन करने वाले 31 दुकानदार व ग्राहकों से निगम की टीम ने अर्थदंड की कार्यवाही किए।
जोन क्रं. 01 में नेहरू नगर क्षेत्र में 42 लोगों से 7550, जोन क्रं. 02 वैशालीनगर में 154 लोगों से 20650, जोन क्रं. 03 मदरटेरेसा नगर क्षेत्र में 131 लोगों से 26250, जोन क्रं. 04 शिवाजी नगर क्षेत्र में 27 लोगों से 4350 जोन क्रं. 05 सेक्टर एरिया में 26 लोगों से 5200 इस प्रकार कुल 380 लोगों 71,100 रूपए अर्थदंड लिए। इसके अतिरिक्त उड़नदस्ता की टीम ने नियमों का पालन नहीं करने वाले 17 लोगों से 39900 रुपए के अर्थदंड की वसूली की।
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लॉक डाउन के दौरान वैशाली नगर संस्कृतिक भवन में ठहरे 48 लोगों के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है तीन टाइम का भोजन, चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है नियमित रूप से परीक्षण
दुर्ग। झारखंड, सरगुजा, उड़ीसा, बिहार एवं अन्य जगहों से लॉक डाउन के दौरान फंसे हुए लोगों के लिए वैशाली नगर सांस्कृतिक भवन राहत शिविर बना हुआ है जहां पर स्व सहायता समूह की महिलाएं तीन टाइम का गर्म भोजन इन लोगों को उपलब्ध करा रही है! रहने के लिए सारी सुविधा इन्हें मुहैया कराई गई है प्रत्येक व्यक्ति के लिए बिस्तर, चादर की व्यवस्था की गई है। और बहुत से ऐसे सामाजिक संगठन समाजसेवी है जो इनके लिए राशन उपलब्ध कराकर सहयोग कर रहे हैं ऐसे ही वीटीपी बीडीएस के संचालक अरविंदर सिंह जी एवं वासुदेव ने इन लोगों के लिए राशन की सामग्री जिसमें आलू, प्याज, सब्जी के लिए सहयोग राशि दी है ऐसे ही कई अन्य लोगों ने भी इनको जरूरत के लिए राहत सामग्री प्रदाय करने का कार्य किया है। वैशाली नगर सांस्कृतिक भवन में स्व सहायता समूह की महिलाएं गायत्री साहू एवं तीजन देवांगन उपस्थित रहती है जो गर्म भोजन इन ठहरे हुए लोगों को प्रदाय कर रही हैं! सरगुजा से 4, उड़ीसा से 2, बिहार से 3 और अधिकतर लोग झारखंड के है, कुल 48 लोग यहां पर ठहरे हुए हैं। 28 मार्च से लॉक डाउन के दौरान फंसे हुए लोगों का यहां पर आना शुरू हुआ तथा प्रारंभिक में 23 व्यक्ति पहुंचे थे जिसके बाद कुछ और फंसे हुए लोग यहां पर रह रहे हैं। इन लोगों को सुबह एवं शाम चाय उपलब्ध कराया जाता है, सभी लोगों को मास्क एवं सैनिटाइजर दिया किया गया है तथा इन लोगों का चिकित्सीय परीक्षण भी किया जाता है। सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने के लिए सभी को अलग-अलग दूरी बनाकर रहने की समझाइश लगातार दी जा रही है। वैशाली नगर सांस्कृतिक भवन में गर्मी से बचने के लिए पंखे की व्यवस्था एवं मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी उपलब्ध है, पेयजल एवं शौचालय भी इस प्रांगण पर मौजूद है। महापौर एवं भिलाई नगर विधायक श्री देवेंद्र यादव तथा आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी सहित निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी समय-समय पर इनका हालचाल जानने संस्कृतिक भवन में पहुंचते हैं तथा दूरभाष एवं अन्य माध्यमों से लगातार संपर्क बनाए हुए है। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के सहायक परियोजना अधिकारी फणींद्र बोस भी प्रतिदिन पहुंचकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में लगे हुए है ताकि बाहर से आए हुए मेहमानों को यहां पर कोई दिक्कत न हो।