कांग्रेस का सुझाव न मानने पर भाजपा सरकार को घेरा पूर्व मंत्री कुरैशी
दुर्ग। अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने विडियो कांफ्रेंस में कहा था कि कोरोना वायरस से निपटने केन्द्र सरकार के पास कोई ठोस कदम नहीं हैं। कोरोना वायरस एक संक्रामक बीमारी है, जिससे दुनिया के देशों का हर व्यक्ति भयभीत है। इसे उद्धृत करते हुए पूर्व मंत्री बदरूद्दीन कुरैशी ने आरोप लगाया है कि श्रीमती सोनिया गांधी की बातों को सरकार गंभीरता से नहीं ले रही है। जबकि भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन 5 करोड़ लोगों को खाना खिलाने की बात कहकर झूठी वाहवाही लूट रहे हैं। सच तो यह है कि यह व्यवस्था केन्द्र सरकार की थी न कि भाजपा की।
इसके पहले भी राहुल गांधी ने जनवरी में ही सरकार को सलाह देते हुए कहा था कि कोरोना वायरस से देश को बचाने अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों को बन्द करे। 11 मार्च को विश्व स्वास्थ संगठन ने कोरोना वायरस को भयंकर महामारी घोषित कर दिया था। इधर 14 मार्च को केन्द्र सरकार ने घोषणा आई कि भारत में किसी तरह की मेडिकल इमरजेंसी नहीं है। आखिर चार दिनों के बाद नींद से जागते हुए केन्द्र सरकार को स्वयं घोषणा करनी पड़ी कि हमारा देश भी स्वास्थ्य संकटों से गुजर रहा है।
श्री कुरैशी ने कहा कि यदि सरकार कांग्रेस के हमारे नेताओं की बात समय रहते मान लेते तो देश आज जैसे गंभीर स्थिति में जाने से बच सकता था। श्रीमती सोनिया गांधी देश के 130 करोड़ आम जनता के हर वर्ग, हर धर्म-जाति की चिंता करती है। सरकार द्वारा उनकी सलाह को गंभीरता से लेकर देश को संकट से उबारने ठोस कदम उठाया जाना चाहिए था।