मोदी का विरोध करने जा रहे भूपेश बघेल गिरफ़्तार
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जांजगीर छत्तीसगढ़ प्रवास पर पूर्व घोषित विरोध प्रदर्शन के लिये पीसीसी चीफ भूपेश बघेल, ताम्रध्वज साहू, मोहम्मद अकबर, विकास तिवारी अपने कार्यकर्ताओं सहित कसडोल के आगे कटगी पहुंचे थे कि पुलिस ने उन्हे गिरफ़्तार कर लिया। कॉंग्रेसी नेताओं सहित भारी संख्या में कॉंग्रेसी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के लिये काले कपड़े पहने हुये थे और काले झंडे हांथो में लेकर जांजगीर की ओर जा रहे थे तभी पुलिस ने बड़े-बड़े ट्रेलर व ट्रकों को रोड मे आड़ा कर आवाजाही रोक दी थी। इसके बावजूद कॉंग्रेसियों ने पैदल चलते हुये आगे बढ़ने का प्रयास किया और पुलिस के बेरिकेट्स को तोड़ दिया। तब उपस्थित भारी पुलिस बल ने सबको गिरफ़्तार कर लिया।
ज्ञात हो कि बिलासपुर में हुए कॉंग्रेसियों पर लाठी चार्ज को लेकर भूपेश बघेल ने ट्विट किया था कि “तानाशाह रमन सिंह की दमनकारी नीतियों में पुलिस खिलौना बन गयी है। 20 सितम्बर तक अगर बिलासपुर प्रकरण में दोषी अफसरों पर कार्रवाई नहीं होती है तो प्रधानमंत्री का 22 सितम्बर को छत्तीसगढ़ की धरती पर जोरदार स्वागत किया जाएगा।
जिस पर मुख्यमंत्री रमनसिंह ने मीडिया से रूबरू होकर इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद ही एएसपी चंद्राकर को जांच पूरी होने तक पीएचक्यू में अटैच कर दिया गया था।
अपर्याप्त कार्यवाही के चलते मोदी का विरोध प्रदर्शन कॉंग्रेस द्वारा किया जाना तय था। वरिष्ठ कॉंग्रेसियों गिरफ़्तारी से छत्तीसगढ़ की राजनीति में उबाल आ गया है। आने वाले दिनों में रमन सरकार का विरोध और तेज़ होने के आसार है।