विविध ख़बरें
3 लाख से अधिक संक्रमण होने पर कांग्रेस के मोदी से 5 सवाल
21 दिन में कोरोना पर जीत हासिल करने की घोषणा का क्या हुआ?
आत्मनिर्भर बनने के नाम पर देश को मोदी जी ने उसी के हाल में छोड़ दिया
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि विश्व में कोरोना संक्रमितों की संख्या में चौथे नंबर में पहुंच गया। जिस समय मोदी जी को वैज्ञानिको और विशेषज्ञों की सलाह लेनी थी लेकिन मोदी जी ने मात्र दिखावा किया। थाली बजाकर, घंटा बजाकर, लाईट बुझाकर, दिया जलाकर कोरोना महामारी से लड़ने जैसे मोदी सरकार के खोखले उपायों का ही परिणाम है कि आज देश में कोरोना प्रभावितों की संख्या तीन लाख से अधिक हो चुकी है। प्रतिदिन 12,000 से अधिक रिकार्ड मामले आने के बाद और कुल संक्रमण प्रभावितों की संख्या 3,00,000 से अधिक हो जाने के बाद भारत आज विश्व में चौथे नंबर पर है।
उन्होंने कहा है कि मोदी जी ने पहले लाकडाउन की घोषणा करते समय 24 मार्च को देश से 21 दिनों में करोनों से जीतने का वादा किया था। 12 मई को मोदी जी ने कहा था कि देश आत्मनिर्भर बने। आत्मनिर्भरता के नाम पर देश को अपने हाल पे छोड़ दिया है। 12 मई को मोदी ने कहा था कि देश आत्मनिर्भर बने और निश्चित रूप से उसी दिन से मोदी ने देश के नाम संदेश बंद कर दिया। क्या मोदी जी का आत्मनिर्भरता से यही आशय था? मोदी जी ने सपने दिखाये थे देश को विश्वगुरू बनाने के लेकिन वास्तव में मोदी जी ने हताशा और निराशा के गर्त में डुबो दिया। कोरोना से लड़ाई लेकर बेरोजगारी, मजदूरों का बुराहाल और अर्थव्यवस्था तक हर मोर्चे पर यही हाल है।
शैलेश नितिन त्रिवेदी ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वितम मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ का पैकेज को लाभ किसी को भी नहीं मिला है। मोदी भाजपा की सरकार कोरोना महामारी संकटकाल में देश की जनता को सुरक्षा रोजगाार बेहतर स्वास्थ्य के संबंध में विश्वास दिलाने में विफल हो चुकी है। 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज आज 30 दिन हो चुके हैं अब तक किसी को कोई लाभ नहीं मिल पाया है। किसान सम्मान निधि के नाम से किसानों का अपमान किया जा रहा है। गरीब और मध्यम वर्ग, छोटे एवं मध्यम उद्यमी व्यापारी मजदूर किसान निजी नौकरी करने वालों को 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज के नाम से गुमराह करने का काम मोदी भाजपा किया है।
आज की परिस्थितियों में देश मोदी जी से जानना चाहता है कि –
1. 12 मई के बाद से प्रधानमंत्री मोदी का देश के नाम कोई संदेश क्यों नहीं आया?
2. 11 मई के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की कोई पत्रकार वार्ता नहीं हुई है?
3. स्वास्थ्य सचिव के द्वारा रोज कोविद मामले की प्रेस ब्रीफिंग क्यों बंद हो गई है?
4. आई सी एम आर आई की पत्रकारों से चर्चा भी क्यों बंद की गई?
5. पहले लाकडाउन के समय की 21 दिन में कोरोना से लड़ाई जीतने की घोषणा के आगे क्या रोडमैप है?
उन्होंने आगे कहा है कि देश यह भी जानना चाहता है कि मोदी जी ने कहा था पहला लॉक डाउन करते समय 21 दिन के भीतर हम करो ना पर जीत हासिल कर लेंगे लेकिन 2 महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद और 3,00,000 से अधिक मामलों के साथ रोज 12,000 से अधिक संक्रमितोंं की संख्या बढ़ने के साथ आज मोदी जी और भाजपा सरकार देश को बताएं कि अब उनका करोना में आगे का रोडमैप क्या है?