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छत्तीसगढ़

यात्रा के लिए सुविधाजनक रही ट्रेन, अब जनता के लिए बनी दुविधाजनक

रेलवे मामले पर मोदी सरकार कर रही सीना जोरी, कांग्रेस के आंदोलन के बाद भी रेलवे कह रही कि हम ट्रेन रद्द करेंगे


रायपुर। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रकाश मणी वैष्णव ने कहा कि ने कहा कि निजीकरण की भूख से मोदी सरकार निरंकुश हो चुकी है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस द्वारा जनता की असुविधा दूर करने हेतु किए गए आंदोलन के बाद भी रेलवे सीना तानकर कह रही है कि हम ट्रेन रद्द करेंगे। जिस ट्रेन को कांग्रेस सरकारों में सबसे सुविधाजनक और सस्ता यात्रा का साधन माना जाता था उस साधन से यात्री हलकान हो चुके हैं। कांग्रेस की सरकारों में रेलवे को विकसित एवं व्यापक बनाकर एक सेवा के रूप में संचालित किया जाता था मगर मोदी सरकार में रेलवे को लाभकारी संस्था बनाने के लिए और उसके बाद अपने उद्योगपति मित्रों को बेचने के लिए यात्री ट्रेनों को लगातार रद्द किया जा रहा है और माल गाड़ियों को प्राथमिकता दी जा रही है। वृद्ध, विकलांग एवं छात्रों को यात्रा शुल्क में जो छूट दी जाती थी उसे भी मोदी सरकार द्वारा खत्म कर दिया गया है। अमृत भारत योजना के तहत देश भर के 508 रेलवे स्टेशनों का सौंदरयीकरण, कायाकल्प करने की बात कहने वाली मोदी सरकार को यह समझना चाहिए कि देश की जनता स्टेशनों में घूमने के लिए नहीं जाती है बल्कि इसलिए जाती है ताकि वो अपने कार्यस्थल, घर, अपने परिजनों के पास, अस्पताल आदि जगहों पर अविलंब समय पर पहुंच सके। बीते केवल कुछ महीनो में ही 2600 से अधिक ट्रेन रद्द हो चुकी है। 3 दिन पहले ही बिना कोई उचित कारण बताए 30 ट्रेनों को रद्द किया गया है। कभी ट्रेन को अचानक बीच में रोक कर ही रद्द घोषित कर दिया जाता है तो कभी महीनों पहले आरक्षित टिकट को रद्द कर दिया जाता है। देश का सबसे विश्वसनीय यात्रा का साधन रेलवे अब यात्रियों के लिए सरदर्द बन चुका है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि  ने कहा कि कांग्रेस द्वारा इस अव्यवस्था पर सवाल करने पर भाजपा के नेता और छत्तीसगढ़ के भाजपा सांसद व विधायक अजीब अजीब बहाने बताते नजर आते हैं। छत्तीसगढ़ की जनता के वोटो से चुने हुए भाजपा के जनप्रतिनिधि इस अव्यवस्था पर जनता के खिलाफ और अव्यवस्था के साथ खड़े दिखाई देते हैं। रेलवे व्यवस्था को इस कदर बेतरतीब बनाने वाली भाजपा से जनता 2023 और 2024 के चुनाव में बुरी तरह बदला लेगी।

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