आधा दर्जन केंद्रीय मंत्री भी सजा नहीं पाए भाजपा के झूठ की दुकान, परिवर्तन यात्रा में हर जगह नकारे जा रहे हैं भाजपाई
राजनैतिक स्वार्थ के लिए गलत आंकड़े प्रस्तुत कर छत्तीसगढ़ की जनता को अपमानित कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री
भाजपा का परिवर्तन यात्रा केवल बाहरी नेताओं के भरोसे, न स्थानीय नेता है, न ही कार्यकर्ता
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा के परिवर्तन यात्रा और चुनावी सभा के लिए आज छत्तीसगढ़ आए 6-6 केंद्रीय मंत्रियों के दौरे पर तंज कसते हुए कहा है कि अपनी विश्वसनीय खत्म हो जाने के बाद अब छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता नए-नए केंद्रीय मंत्रियों को बुलाकर उनसे लगातार झूठ बुलवाने का काम कर रहे हैं। मैनपुर में केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने बेरोजगारी और अपराध के गलत आंकड़े प्रस्तुत कर छत्तीसगढ़ की जनता को अपमानित किया। वादाखिलाफी भाजपा का राष्ट्रीय चरित्र है, अपराध में नंबर वन भाजपा शासित राज्य है, छत्तीसगढ़ तो 18वें क्रम पर है भूपेश सरकार में अपराध लगातार नियंत्रित हुए हैं और सबसे कम बेरोजगारी दर वाला राज्य तो छत्तीसगढ़ है। केंद्रीय मंत्री यह भूल गए कि रमन सरकार के दौरान छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर 22.2 प्रतिशत हुआ करता था, जो भूपेश सरकार आने के बाद लगातार कम हुआ है। विगत 1 साल से छत्तीसगढ़ देश भर में सबसे कम बेरोजगारी दर वाला राज्य है, आधा फ़ीसदी से भी कम बेरोजगारी दर है छत्तीसगढ का। लेकिन दलिय चाटुकारिता में देश के केंद्रीय मंत्री बेशर्मी से झूठ बोल कर छत्तीसगढ़ की जनता को अपमानित कर रहे हैं।
2014 से 2018 तक केंद्र और राज्य दोनों जगह बीजेपी की सरकार थी और छत्तीसगढ़ की जनता पर सबसे ज्यादा अत्याचार भी इन्हीं चार सालों में हुए। आदिवासियों को जल, जंगल, जमीन के अधिकार से वंचित किया। गरीबों को आवास से वंचित किया। किसानों को बोनस के नाम पर ठगे। फर्जी मामलों में हजारों आदिवासियों को जेलों में बंद किया, लाखों लोग पलायन के लिए मजबूर किए गए, हजारों स्कूल बंद किया। भूपेश सरकार में तो छत्तीसगढ़ में समृद्धि आई है लगातार वादे पूरे किए जा रहे हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और आम जनता की समृद्धि के लिए तो भूपेश सरकार ने वादे से ज्यादा काम किया है। स्कूल, कॉलेज, अस्पताल खोलने के साथ ही सभी विभागों में नियमित पदों पर भर्ती की गई है। छत्तीसगढ़ की जनता ने एक तरफ जहां रमन सिंह का 15 साल का कुशासन भी भोगा है, वहीं पौने पांच साल के भूपेश सरकार के सुशासन के चलते अब 2024 में मोदी सरकार को बदलने का मन बना लिया है। परिवर्तन तो 2024 में होगा, केंद्र की मोदी सरकार का।