आयोग के मध्यस्थता से शिक्षक भर्ती वर्ग-2 के होल्ड अभ्यार्थियों को जारी किया गया नियुक्ति पत्र

आयोग के पहल से डेढ़ साल से लम्बित आवेदन बाबत जाति प्रमाण पत्र किया गया जारी
आवेदकों द्वारा उनकी समस्याओं का निराकरण होने से प्रसन्न होकर तथा उनका नियुक्ति पत्र जारी होने से आयोग में आकर मुख्यमंत्री एवं आयोग को ज्ञापित किया गया धन्यवाद : आर.एन.वर्मा
दुर्ग। छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के माध्यम से प्रथम चरण में कुल 83 ओबीसी शिक्षक भर्ती वर्ग 2 के अभ्यार्थियों को डीवीसी पूर्ण हो जाने के बावजूद भी नियुक्ति पत्र जारी नहीं किए जाने से तथा होल्ड कर देने से परेशान होकर पिछड़ा वर्ग के अभ्यार्थियों द्वारा पिछड़ा वर्ग आयोग में 20 सितंबर 2023 को आवेदन किया गया था। आवेदकों के आवेदन को संज्ञान में लेते हुए संचालक लोक शिक्षण रायपुर को वस्तु स्थिति से अवगत कराने उसी दिनांक 20 सितंबर 2023 को ही पत्र जारी किया गया, आयोग का 20 सितंबर 2023 को पत्र प्राप्त होने के तत्काल बाद 21 सितंबर 2023 को होल्ड ओबीसी वर्ग के अभ्यार्थियों को नियुक्ति पत्र जारी करने का आदेश की जानकारी आयोग में उपस्थित होकर सहायक संचालक लोक शिक्षण संचालनालय श्री प्रकाश मिश्रा द्वारा दिया गया है। आवेदकों द्वारा उनकी समस्याओं का निराकरण होने से प्रसन्न होकर आयोग में आकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी को एवं आयोग के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया गया। उसी प्रकार श्री कमलनारायण देवांगन निवासी बिरगांव द्वारा आयोग में आवेदन प्रस्तुत किया गया था कि संपूर्ण औपचारिकताओं के बावजूद भी उसके पुत्र वेदप्रकाश देवांगन, सुभाष देवांगन पुत्री प्रीति देवांगन का जाति प्रमाण पत्र विगत डेढ़ साल से नहीं बनाया जा रहा है एवं तहसीलदार महासमुंद द्वारा घुमाया जा रहा है, आयोग द्वारा आवेदक की आवेदन पर संज्ञान लेकर अनुविभागीय अधिकारी महासमुंद को वस्तुस्थिति से अवगत कराए जाने बाबत आयोग से पत्र लिखा गया एवं निर्देशित किया गया कि शासन के निर्देशों का पालन करते हुए आवेदक के पुत्र पुत्री का जाति प्रमाण पत्र बनाकर आयोग के समक्ष जानकारी प्रस्तुत करें आयोग का पत्र प्राप्त होने पर 13 सितंबर 2023 को आवेदक के पुत्र वेदप्रकाश देवांगन, सुभाष देवांगन एवं पुत्री प्रीति देवांगन का स्थायी जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया गया जिस पर आवेदक कमलनारायण आयोग में उपस्थित होकर पिछड़ा वर्ग आयोग को धन्यवाद ज्ञापित किए। पिछड़ा वर्ग आयोग कार्यालय रायपुर में 20 सितंबर 2023 को एवं 22 सितंबर 2023 को प्रस्तुत अन्य 9 प्रकरणों पर सुनवाई किया गया एवं निराकरण किया गया। पिछड़ा वर्ग आयोग में जनसुनवाई के दौरान अध्यक्ष श्री थानेश्वर साहू, उपाध्यक्ष श्री आर एन वर्मा, सदस्य श्री साधुचरण यादव, श्रीमती किरण सिन्हा, सचिव श्री बीरू कुमार साहू, अनुसंधान अधिकारी श्रीमती अनिता डेकाटे जी उपस्थित रहीं।
डीडीयूजीकेवाय संचालित संस्थाओं के विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित
दुर्ग। जिला प्रशासन के निर्देशानुसार भूतपूर्व 3 वर्षों के प्रतिभावान छात्र-छात्राएं, जो डीडीयूजीकेवाय के संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त कर भारत देश के अलग-अलग राज्यों में रोजगार कर रहे हैं। ऐसे प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित कर व उनके अनुभव साझा किए गए। 300 छात्र-छात्रायें, जो रामकली देवी सेवा संस्थान दुर्ग, सन स्किल दुर्ग व अन्य डीडीयूजीकेवाय संचालित संस्थानों से विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा 70 से अधिक विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र व उपहार भेंट किये गए। दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास योजना डीडीयूजीकेवाय भारत सरकार द्वारा संचालित ऐसी योजना है, जिसके तहत 18-35 वर्ष के ग्रामीण युवाओं को विभिन्न ट्रेडों में 3 माह का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण उपरांत संस्थान की जिम्मेदारी होती है कि, उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए। इसी योजना के तहत दुर्ग जिले के 100 प्रतिभागी जो केपीआर तिरुपूर, कोयम्बटूर, बैंगलोर, चेन्नई एवं छत्तीसगढ़ में रोजगार कर रहे हैं। कार्यक्रम में जिला पंचायत दुर्ग से उपसंचालक श्रीमती काव्या जैन एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री सागर पंसारी एनआरएलएम मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। कार्यक्रम छत्तीसगढ़ इंजीनियरिंग कॉलेज दुर्ग के रामकली देवी सेवा संस्थान के तत्वाधान में प्रोजेक्ट हेड श्री वी.पी. सिंह के समन्वय से किया गया।
जिले में अब तक 879.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
दुर्ग। जिले में 1 जून से 23 सितंबर तक 879.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 जून से अब तक सार्वाधिक वर्षा 1055.2 मिमी पाटन तहसील में तथा न्यूनतम 613.4 मिमी. बोरी तहसील में दर्ज की गई है। इसके अलावा तहसील दुर्ग में 833.4 मिमी, तहसील धमधा में 883.5 मिमी, तहसील भिलाई 3 में 883.8 मिमी और तहसील अहिवारा में 1009.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई। 23 सितंबर तहसील दुर्ग में 82.0 मिमी, तहसील धमधा में 93.4 मिमी, तहसील पाटन में 12.0 मिमी, तहसील बोरी में 45.5 मिमी, तहसील भिलाई 3 में 37.2 मिमी और तहसील अहिवारा में .73.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप राज्य के स्कूली बच्चों को दी जाएगी इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग
स्वामी आत्मानंद कोचिंग के नाम से शुरू होगी योजना
25 सितम्बर से 150 केन्द्रो में कोचिंग देने की तैयारी
रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर व कोरबा शहरों में भी होंगे कोचिंग के लिए स्त्रोत केन्द्र
कोचिंग की व्यवस्था हेतु कलेक्टरों और जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश
दुर्ग। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप ख्याति प्राप्त प्रशिक्षण संस्थान से राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा प्री मेडिकल टेस्ट (नीट) और प्री इंजीनियरिंग (आईआईटी, जेईई मेन एवं एडवांस ) की कोचिंग दी जाएगी। कोंचिग के लिए संस्थान का चयन प्रक्रियाधीन है। राज्य शासन के निर्णय अनुसार 25 सितम्बर 2023 से इस योजना का शुभारंभ राज्य के 146 विकासखण्ड मुख्यालयों में बीआरसीसी केन्द्र या इसके नजदीक हायर सेकेण्डरी में ऑनलाइन अध्ययन की व्यवस्था होगी। इसके अतिरिक्त 04 शहरी स्त्रोत केन्द्रों- रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर व कोरबा में (सीआरसी) संचालित किए जाना है। कोचिंग राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के माध्यम से छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम से चयनित संस्था द्वारा प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर घोषणा की थी की दूरस्थ क्षेत्रों के शासकीय शालाओं के 11वीं, 12वीं के विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग हेतु देश की ख्याति प्राप्त संस्थाओं द्वारा सभी विकासखण्ड मुख्यालयों में ऑनलाईन कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इस संबंध में सभी कलेक्टरों और जिला शिक्षा अधिकारियों को कोचिंग के लिए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी पत्र में कहा गया है कि, चूंकि ख्याति प्राप्त प्रशिक्षण संस्थान का चयन अभी नहीं हो पाया है इसलिए भौतिक, रसायन, जीवविज्ञान और गणित विषय के शासकीय संस्थाओं से ऑफ लाइन माध्यम से प्रारंभ करने की कार्यवाही की जाए। इस संबंध में कोचिंग के लिए उपयुक्त भवन या कक्ष का चयन किया जाए। प्रत्येक कक्ष में 100 प्रशिक्षणार्थियों में 50 मेडिकल और 50 इंजीनियरिंग का चयन किया जाए। प्रशिक्षणार्थियों का न्यूनतम 60 प्रतिशत अंको के साथ कक्षा 10 वीं में उत्तीर्ण होना आवश्यक है। अभ्यर्थी को संबंधित विकासखण्ड, शहर के शासकीय विद्यालय में कक्षा 12 वीं का नियमित विद्यार्थी होना चाहिए। विकासखण्ड मुख्यालय की शालाओं में कक्षा 12 वीं में जीवविज्ञान तथा गणित संकाय अंतर्गत अध्ययनरत विद्यार्थी ही पात्र होंगे। निर्धारित संख्या से अधिक आवेदन पत्र प्राप्त होने पर कक्षा 10 वीं की प्राप्त अंको की मेरिट के आधार पर चयनित किया जाएगा। कोचिंग प्रतिदिन अपरान्ह 4.30 बजे से 6.30 बजे तक संचालित होगी। विषयवार प्रशिक्षण रोस्टर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा तैयार किया जाएगा।
प्रत्येक कोचिंग केन्द्र में भौतिक, रसायन, जीवविज्ञान और गणित विषय के लिए नोडल शिक्षक चिन्हित किया जाएगा और एक मुख्य नोडल अधिकारी भी होगा, जो प्राचार्य, वरिष्ठ व्याख्याता स्तर का होगा। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा केन्द्र वार नोडल अधिकारी का चयन कर आदेश जारी किया जाएगा। इन चयनित नोडल अधिकारियों को मानदेय का प्रावधान रहेगा। इसका भुगतान छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा किया जाएगा। कोचिंग संस्थान तथा विद्यार्थियों के मूल्यांकन के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा मानक मूल्यांकन पत्र विकसित किया जाएगा। कक्षा अध्यापन का प्रसारण राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के एडूसेट से किया जाना है। प्रसारण ई-विद्या चौनल के माध्यम से चौनल क्रमांक 72 पर ऑन एयर किया जाएगा तथा ऑनलाइन प्लेटफार्म गूगलमीट के माध्यम से 150 केन्द्रों में बैठे विद्यार्थी विषय विशेषज्ञों से चर्चा कर पाएंगे।
डेंगू की रोकथाम हेतु सघन अभियान
दुर्ग। दुर्ग जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जिनमें से भिलाई नगर निगम क्षेत्र व दुर्ग नगर निगम क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम के अमले द्वारा डेंगू से संबंधित नियंत्रण व रोकथाम का कार्य निरंतर किया जा रहा है। आज 23 सितम्बर 2023 को कुल 02 नये प्रकरण डेंगू एलिजा पॉजिटिव के मिले, जिसमें से भिलाई नगर निगम क्षेत्र कोहका भिलाई से 01 एवं न्यू संतोषी पारा कैंप-2 से 01 का रहवासी है। वर्तमान में 06 मरीज भर्ती है एवं कोई भी मरीज की गंभीर स्थिति नहीं है। मरीजों के निवास क्षेत्रों में घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले द्वारा मॉस्किटो सोस रिडक्शन का कार्य दैनिक रूप से किया गया है। नगर निगम भिलाई, चरोदा रिसाली जनस्वास्थ्य विभाग, भिलाई इस्पात संयंत्र एवं नगर निगम दुर्ग की टीम के द्वारा लगातार डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में लार्वा नष्टीकरण के लिए टेमीफॉस एवं एडिस मच्छर को नष्ट करने के लिए मेलाथियॉन से फागिंग का कार्य किया जा रहा है। डेंगू नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु दुर्ग, भिलाई चरोदा रिसाली नगर निगम जनस्वास्थ्य विभाग, भिलाई इस्पात संयंत्र, स्वास्थ्य विभाग ग्रामीण / शहरीय की टीम द्वारा कुल 103797 घरों का सर्वेक्षण किया जा चुका है. जांच किये कुलर पानी टंकी व अन्य कंटेनर की संख्या-144042 जिनमें से 48437 खाली कराये गये सभी कंटेनरों में 84764 स्थानों में टेमीफास डालकर लार्वा का नष्टीकरण किया गया, 106533 पाम्पलेट के माध्यम से डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए स्वास्थ्य शिक्षा दी गयी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री जे.पी. मेश्राम के अनुसार जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी सभी नगर निगम एवं मीडिया के द्वारा लगातार लोगों से यह अपील की जा रही है कि सप्ताह में एक दिन शुष्क दिवस के रूप में मनाया जाना डेंगू की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए उचित होगा। उस दिन घर के सारे कन्टेंनर जैसे कुलर, पानी टंकी व अन्य जिसमें बारिश का पानी एकत्रित हो उसको समतल जगह में उस पानी की निकासी की जाये। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग डेंगू एवं मलेरिया की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए कारगर होगा। अपील नहीं मानने पर यदि किसी घर में पहली बार लार्वा मिलता है तो नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा समझाईश दी जाएगी और दुसरी बार लार्वा मिलने पर 500 रूपए से लेकर 5000 रूपए तक का अर्थदंड वसूला जाएगा जिसकी जवाबदारी स्वयं की होगी। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे. पी. मेश्राम एवं जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. सी.बी.एस. बंजारे के द्वारा लोगां से यह अपील की जाती है कि बुखार आने पर मलेरिया एवं डेंगू की जाँच की जाये। डेंगू एवं मलेरिया की जाँच जिला चिकित्सालय, सिविल अस्पताल, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, उपस्वास्थ्य केन्द्र, हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में जाँच निःशुल्क किया जा रहा है। जाँच के उपरान्त ही डॉक्टर के परामर्श से दवा लेना उचित होगा।