रमन राज के अत्याचार में ओपी चौधरी थे सहभागी, गरीबों के घर दुकानों पर चलाया था बुलडोजर
चौधरी ने गरीबों के घर दुकान तुड़वाए, तत्कालीन विधायक मंत्री बृजमोहन, मूणत, सुंदरानी मूकदर्शक थे
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने भाजपा प्रदेश महामंत्री ओ.पी. चौधरी के ऑक्सीजोन के नाम पर हटाये गये व्यवस्थापन को लेकर दिये बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा है कि असलियत यह है कि 70 दुकानदारों को सड़क पर लाने के लिए ओपी चौधरी ही जिम्मेदार हैं और उन्हें अपने इस कृत्य के लिए दुकानदारों से माफी मांगनी चाहिए। रमन सरकार के दौरान ओपी चौधरी जब रायपुर कलेक्टर थे उस दौरान अनेको प्राचीन मंदिरों को तोड़ा गया। रमन राज में ही प्राचीन और ऐतिहासिक मरही माता मंदिर, मौली माता मंदिर तोड़े। कमीशनखोरी के लालच में डीएमएफ के पैसों से गलत तरीके से कटोरा तालाब का सौंदर्यीकरण किया गया, डीएमएफ के पैसों से वातानुकूलित ऑडिटोरियम, ऑक्सीजोन बनाए, दो-दो मंजिल के बिल्डिंग में चार-चार लिफ्ट लगाई अधिकारी के घरों में स्विमिंग पूल बनाए गए। खनन और उद्योग प्रभावित क्षेत्र के गरीब जनता के हक और अधिकार को लूट कर खाएं। भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में 5 साल से कांग्रेस की सरकार है लेकिन वह रायपुर शहर में ऑक्सीजोन के नाम पर हटाए गए 70 दुकानदारों का व्यवस्थापन नहीं कर पाई। असलियत यह है कि रमन सरकार के दौरान अनैतिक कार्यो और प्रशासनिक आतंकवाद में ओपी चौधरी की अग्रणी भूमिका थी। बिना व्यवस्थापन के गरीबों के घर, मकान तोड़े गये, बेदखल किया गया। रोजी-रोटी छीनी गयी। सत्ता में रहने के दौरान किये गये पाप पर माफी मांगने के बजाय अब राजनैतिक लाभ के लिये अनर्गल बयानबाजी कर रहे है।