महादेव ऐप को संरक्षण देने वाले मोदी, योगी के चेले चला रहे जुआ अड्डा
रायपुर। जुआ अड्डा चलाने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं के पकड़े जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता मणी वैष्णव ने कहा कि एक ओर भाजपा महादेव सट्टा ऐप पर खुलकर राजनीति कर रही है, कांग्रेस पर संरक्षण देने का आरोप लगा रही है वहीं दूसरी ओर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने अपने घरों को जुआ खिलाने का अड्डा बना रखा है। महादेव ऐप के बारे में जानकारी मिलने के बाद से ही भूपेश सरकार इस ऐप से जुड़े लोगों के खिलाफ लगातार कार्यवाहियां कर रही है लेकिन जब छत्तीसगढ़ की पुलिस इस ऐप से जुड़े आरोपी को गिरफ्तार करने उत्तर प्रदेश जाती है तो योगी आदित्यनाथ की पुलिस बीच में ढाल बनकर खड़ी हो जाती है। महादेव ऐप के मुख्य कर्ताधर्ता जो कि दुबई में बैठे हुए हैं उन्हें भी गिरफ्तार कर देश लाने का काम मोदी सरकार नहीं कर रही है।
प्रवक्ता मणी वैष्णव ने कहा कि असल में भारतीय जनता पार्टी जुआ सट्टा को एक शानदार और फायदेमंद पेशा मानती है इसीलिए व्यक्तिगत तौर पर भाजपा नेताओं को जुआ सट्टा से कोई परहेज नहीं है। मोदी सरकार देश में चल रहे ऑनलाइन बेटिंग ऐप को बैन करने के बजाय उसपर 28 प्रतिशत जीएसटी वसूल कर कमीशन खोरी कर रही है। 30 प्रतिशत आयकर और उस पर 4 प्रतिशत सरचार्ज भी वसूलती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद एक ऑनलाइन बेटिंग एप का प्रचार करते नजर आते हैं। मोदी सरकार का पूरा फोकस अपनी कमाई पर है, जुआ, तीन पत्ती, जंगली रमी, लूडो जैसे आनलाइन गेम पर मिलने वाले टैक्स के मोह में संरक्षण दे रहे है। मोदी सरकार को इसके कारण बर्बाद होती जनता नहीं दिख रही है बल्कि जीएसटी से मिलने वाला लाभ दिख रहा है।
कांग्रेस पार्टी और भूपेश सरकार हमेशा से ही जुआ सट्टा के विरुद्ध रही है और इस समाज की बर्बादी का कारण मानती है। महादेव ऐप के विषय में जैसे ही भूपेश सरकार को सूचना मिली सरकार ने तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए। छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा 400 से अधिक प्रकरण दर्ज किए गए हैं और डेढ़ सौ से अधिक गिरफ्तारियां की हैं। छत्तीसगढ़ की पुलिस अन्य राज्यों में भी छापामार कार्यवाही कर रही है। भूपेश बघेल देश के बाहर बैठे महादेव ऐप के कर्ताधर्ता को गिरफ्तार कर देश लेकर आने के लिए पत्र भी लिख चुकी है मगर मोदी सरकार संवेदनहीन बनी हुई है। मोदी सरकार और भाजपा के रवैये से साफ समझ में आता है कि उन्हें जुआ सट्टा से विशेष कोई मतलब नहीं है बल्कि उन्हें केवल भूपेश बघेल और कांग्रेस पार्टी को बदनाम करना है।