छत्तीसगढ़

भाजपा की करारी हार देखते हुये उनकी बी टीम सक्रिय

वोट कटवा के भरोसे चुनाव लड़ रहे हैं भाजपाई, अंतागढ़ के षड़यंत्रकारी पुनः सक्रिय

 

       रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भाजपा जनता का भरोसा विश्वास पाने में असफल हो गई तब अपने आदत एवं 9 साल में भ्रष्टाचार से कमाई कालाधन एवं अडानी की दलाली में कमाये पैसो के दम पर चुनाव लड़ने अपनी बी टीम को खड़ा कर रही है। भाजपा की बी टीम जो जनता के लिये नहीं बल्कि अपनी स्वार्थ और पैसा की भूख के लिये जानी जाती है। भाजपा का यह षडयंत्र भी असफल रहेगा। कांग्रेस का 75 सीट जीत पुनः सरकार बनायेगी।

       वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में सीधे तौर पर चुनावी मुकाबले में भारतीय जनता पार्टी दूर-दूर तक नहीं है और अब वोट कटवा प्रत्याशियों के भरोसे जमानत बचाने का प्रयास कर रही हैं। भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को अपने छत्तीसगढ़ के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर भरोसा पूरी तरह उठ चुका है। यही कारण है कि अंतागढ़ के षड्यंत्रकारी एक बार फिर से साजिश रच रहे हैं। राजनीतिक नफे-नुकसान के लिए भाजपा कहीं पर निर्दलीयों के सहारे है तो कहीं पर अन्य छोटे दलों के सहारे चुनाव लड़ने का प्रयास कर रही है। एक तरफ जहां जेसीसीजे से भाजपा में आए धर्मजीत सिंह को लोरमी से और रोहित साहू को राजिम से भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है तो वही भाजपा से जेसीसीजे में वापस आए आरके राय को जेसीसीजे ने प्रत्याशी बनाया है। असलियत यही है कि एक दूसरे के कंधे पर सवार होकर कांग्रेस को नुकसान पहुंचने का षड्यंत्र फिर से रच रहे हैं अंतागढ़ उपचुनाव में भाजपा और जैसी चीज के लोकतंत्र विरोधी चरित्र और पाप उजागर हुए, उसके बाद मरवाही उपचुनाव में दोनों साथ मिलकर लड़े अब छत्तीसगढ़ की जनता इन पर विश्वास नहीं करने वाली है ।

       भूपेश पर भरोसे की सरकार के काम और कांग्रेस की लोक कल्याणकारी योजनाओं को लेकर पूरे प्रदेश में उत्साह का वातावरण है। सामाजिक न्याय और समृद्धि के भूपेश सरकार मॉडल की धमक पूरे देश में है जिसके चलते भाजपा के सारे पैतरे नाकाम हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ में भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा करने के लिए पिछले 3 साल से ईडी और आईटी मैदान पर थी लेकिन अब वह भी हार मान चुकी है। रमन राज के 15 साल के कुशासन, भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी सर्वाधिक है। भूपेश बघेल के 5 साल के कामकाज, जनहितैषी योजनाओं के बाद अब 2018 की तर्ज पर पुनः कर्ज माफी के वायदे, 20 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से धान खरीदी, छत्तीसगढ़ आवास न्याय योजना के माध्यम से साढ़े 16 लाख गरीबों के लिए आवास और जातिगत जनगणना की घोषणा से भाजपाई भयभीत हैं। चुनाव में आसन्न हार से भाजपाई हताश और निराश हैं  और अब अपने राजनीतिक आचरण के अनुरूप तरह तरह के लोकतंत्र विरोधी साजिश रच रहे हैं। रमन सरकार के 15 साल के कुशासन, वादाखिलाफ़ी, भ्रष्टाचार और विगत साडे 9 साल से मोदी सरकार की नाकामी, बढ़ती महंगाई, बढ़ती बेरोजगारी, बढ़ती असमानता को छुपाने जनता के सवालों से बचने के लिए छत्तीसगढ़ में हर विधानसभा की सीट पर वोट कटवा प्रत्याशी ढूंढ-ढूंढ कर उतार रहे हैं। छत्तीसगढ़ की जनता ने अंतागढ़ और मरवाही उपचुनाव में भाजपा का षड्यंत्र देखा है। भाजपा का कोई भी साजिश अब नहीं चलेगा। जनता उन्हें पहचान चुकी है और भूपेश पर भरोसे की सरकार फिर से बनाने का मन बना चुकी है।

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