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छत्तीसगढ़

अरुण साव बतायें सांसद के तौर पर उनकी क्या उपलब्धि रही?

झूठ, जुमला, कुशासन और वादाखिलाफी भाजपा का पर्यायवाची बन चुका है

जनता से धोखा और अडानी परस्त नीतियां ही भाजपा का राजनैतिक चरित्र है


रायपुर।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि झूठ, जुमला, कुशासन और वादाखिलाफी भाजपा के पर्यायवाची बन चुके है। अरूण साव से छत्तीसगढ़ की जनता यह जानना चाहती है कि सांसद के तौर पर पिछले साढ़े 4 साल में उनकी क्या उपलब्धि है? भाजपा के 2003, 2008 और 2013 के घोषणा पत्र, रमन सिंह के 15 साल की वादाखिलाफ़ी, मोदी के साढ़े 9 साल के कुशासन और जुमला पत्र पर भाजपाई कब बात करेंगे? जब केंद्र की मोदी सरकार ने छत्तीसगढ़ के किसानों को बोनस देने में प्रतिबंध लगाया, यह कहा कि एमएसपी के अतिरिक्त एक रुपया भी अतिरिक्त नहीं देंगे, तब भी अरूण साव मौन रहे। दलीय चाटुकारिता में अरूण साव तब भी चुप रहे जब मोदी सरकार ने अपने मित्र अडानी के कोयले का परिवहन करने छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 63 हजार से अधिक ट्रेनें निरस्त कर दिए, अडानी के मुनाफे के लिए सीआईएल और एसईसीएल की कोल खदानों में खनन का कार्य मोदी के मित्रों को दबावपूर्वक दिए गए तब भी भाजपा सांसद मौन थे। हसदेव अरण्य और तमोर पिंगला के अति महत्वपूर्ण जैव विविधता संपन्न क्षेत्र में नो गो एरिया को संकुचित कर कोल खनन की अनुमति केंद्र की मोदी सरकार ने दी, तब भी छत्तीसगढ़ के भाजपाई छत्तीसगढ़िया हितों को दरकिनार कर मूक सहमति जताए। अब चुनाव नजदीक आते ही छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़िया हितैषी होने का ढोंग कर रहे हैं भाजपाई।

       वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि जनता के साथ विश्वासघात करना और केवल अडानी के मुनाफे के लिए काम करना ही भाजपा का राजनैतिक चरित्र बन चुका है। बिलासपुर की जनता ने अरुण साव को सांसद चुनकर केंद्र में भेजा है, सांसद के तौर पर असफल रहने के बाद अब विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है? मोदी के अडानी परस्त नीतियों में सहमति जताना अरुण साव की मजबूरी है या रणनीति? चाहे 2016-17 में रमन, मोदी के द्वारा नंदराज पर्वत बेचने का प्रकरण हो, कूटरचना करके ग्राम सभा की फर्जी सहमति से खदाने बेचने की साजिश हो, या एनएमडीसी के नगरनार संयंत्र जबरिया बेचने का मामला हो, भाजपाईयों ने जनता से झूठ ही बोला है। छत्तीसगढ़ की जनता अब भाजपा पर भरोसा नहीं करेगी।

       केंद्र में भाजपा की पूर्ण बहुमत वाली सरकार है छत्तीसगढ़ की जानकारी लोकसभा में भाजपा के 9-9 सांसद चुनकर भेजे हैं, लेकिन जब-जब छत्तीसगढ के हक और अधिकार की बात आई तब-तब भाजपा सांसदों ने छत्तीसगढ़ की जनता को निराश किया है। खाद के कोटे में कटौती, बारदाना सप्लाई में बाधा, केंद्रीय पुल में चावल के कोटे में कटौती, उर्वरक सब्सिडी में कटौती, खाद्य सुरक्षा बजट में कटौती करके मोदी सरकार ने लगातार जन विरोधी निर्णय थोपे हैं। सांसद के तौर पर पूरी तरह से असफल अरुण साव अब विधानसभा चुनाव के मैदान पर हैं, जनता जवाब मांग रही है, कब तक झांसे में फासने का षड्यंत्र रास्ते रहेंगे भाजपाई जवाब तो देना होगा।

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