भाजपा ने पहले योजनाओं का विरोध किया अब कर रहे वायदों का विरोध
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि भूपेश सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों से भयभीत भाजपा ने पहले भूपेश सरकार की योजनाओं का विरोध किया, भ्रम फैलाने का प्रयास किया, मोदी सरकार के माध्यम से अड़चन डालने का प्रयास किया और अब भाजपा कांग्रेस द्वारा की जा रही घोषणाओं का भी विरोध कर रही है और भ्रम फैलाने का प्रयास कर रही है। छत्तीसगढ़ के 9 भाजपा सांसद पूरे पांच साल मोदी सरकार के साथ मिलकर हर पल यह षड्यंत्र रचते रहे किस प्रकार से भूपेश सरकार की योजनाओं को रोका जाए। जब भूपेश सरकार ने किसानों को 2500 रु. समर्थन मूल्य देने की बात कही तब मोदी सरकार ने सेंट्रल पूल में चावल लेने से मना कर दिया, धान खरीदी के समय केंद्र सरकार बारदाने की आपूर्ति रोक देती है, कभी मोदी सरकार कहती है कि हम केंद्रीय पूल में उसना चावल नहीं लेंगे। जैसे ही भूपेश सरकार ने 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की घोषणा की भयभीत मोदी सरकार और भाजपा ने छत्तीसगढ़ से चावल खरीदी के कोटे को 86 लाख मिट्रिक टन से घटाकर 61 लाख मिट्रिक टन कर दिया। कांग्रेस सरकार द्वारा बनाए गए 76 प्रतिशत प्रतिशत आरक्षण के विधेयक को अमित शाह के दबाव में राज भवन में ही रोक दिया गया। भूपेश सरकार ने जब पुरानी पेंशन स्कीम की घोषणा की तो मोदी सरकार ने छत्तीसगढ़ के कर्मचारीयों द्वारा जमा किया गया 17200 करोड़ देने से मना कर दिया।
योजनाओं के विरोध और उनके बारे में भ्रम फैलाने के बाद भी भाजपा खुद को असफल महसूस कर रही है और इसीलिए कांग्रेस पार्टी के द्वारा की जा रही घोषणाओं से भयभीत होकर उनके बारे में भ्रम फैलाना और विरोध करना शुरू कर दिया है। 15 साल सत्ता में रही और अविश्वास का पर्याय बन चुकी भाजपा न तो अपने 15 साल के काम गिनाने में सक्षम है और न ही कोई घोषणा करने की स्थिति में है इसीलिए जनकल्याणकारी घोषणाओं से डरकर भाजपा इसका विरोध करने और भ्रम फैलाने में लगी हुई है। सत्ता की लालसा में पागल हो चुकी भाजपा कांग्रेस का विरोध करते-करते यह भूलती जा रही है कि इस फेर में उनका जनविरोधी चरित्र भी उजागर हो रहा है।