जिला अस्पताल में भर्ती के लिये राशन कार्ड और आधार कार्ड लाना आवश्यक
जीवनदीप समिति की बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश
कलेक्टर ने कहा जीवनदीप समिति आय बढ़ाए ताकि लोगों को ज्यादा से ज्यादा दी जा सके चिकित्सकीय सुविधाएं
दुर्ग। जिला अस्पताल में भर्ती के लिए आने के समय आधार कार्ड और राशन कार्ड लाना आवश्यक होगा। इस संबंध में निर्देश कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने आज जीवनदीप समिति की बैठक में दिए। कलेक्टर ने कहा कि जिला अस्पताल में राज्य शासन की स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत इलाज होता है इससे इससे प्राप्त आय का हिस्सा जीवनदीप समिति को भी प्राप्त होता है। जीवनदीप समिति की आय बढ़ाकर अस्पताल में आवश्यक सुविधाएं बढ़ाई जा सकती है जिस से अंततः जिला अस्पताल को अधिक हाईटेक कर सकते हैं। अस्पताल में ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं दे सकते हैं। जीवनदीप समिति की बैठक में समिति में लंबे समय से कार्य कर रहे लोगों को 10 प्रतिशत मानदेय बढ़ाने का निर्णय लिया गया। कलेक्टर ने कहा कि यह बढ़ी हुई राशि जून महीने से ही दी जाए। जीवनदीप समिति की बैठक में अस्पताल में विभिन्न विशेषज्ञों की नियुक्ति पर भी चर्चा की गई। कलेक्टर ने निश्चेतना विशेषज्ञ, एक सर्जन तथा पैथोलॉजिस्ट की नियुक्ति की के निर्देश दिए। जिला अस्पताल में खाली पदों पर भी शीघ्र लोगों को नियुक्त करने के निर्देश की बैठक में दिए गए। इसके साथ ही सेंट्रल सेक्शन एवं सेंट्रल ऑक्सीजन के कार्य के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए हैं।साफ सफाई की मुकम्मल व्यवस्था के संबंध में भी आवश्यक निर्देश कलेक्टर ने दिए। साथ ही रैन बसेरा में यहां आए मरीजों के परिजनों को भी रखने के संबंध में भी चर्चा की गई। कलेक्टर ने कहा कि जीवनदीप समिति की बैठक अब हर महीने होगी क्योंकि समिति के निर्णय बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं और जल्दी-जल्दी बैठक होने से लोगों के फीडबैक के आधार पर जिला अस्पताल में अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल में चिकित्सा और साफसफाई की व्यवस्था मुकम्मल होनी चाहिए। अच्छा कार्य करें और अस्पताल को सर्वोत्कृष्ट बनाये। हर महीने सर्वोत्तम कार्य करने वाले डॉक्टर और नर्स का सम्मान करें। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक, सीएमएचओ डॉ गंभीर सिंह ठाकुर, सिविल सर्जन डॉ पी बालकिशोर, समिति के सदस्य श्री दिलीप ठाकुर, श्री पुरुषोत्तम कश्यप, श्री दुष्यंत देवांगन भी उपस्थित थे।
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कोसा नाला की सफाई, 40 ट्रक जलकुंभी निकली
कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे भी पहुंचे सफाई व्यवस्था के निरीक्षण के लिए
डेंगू प्रभावित इलाकों में भी पहुंचे कलेक्टर, निगम द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी ली और लोगों को सतर्क रहने की दी सलाह
दुर्ग। बारिश की वजह से नालों में जाम की स्थिति होने की वजह से शहरवासियों को किसी तरह की परेशानी नहीं आए, इस हेतु कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने नगरवासियों को विशेष निर्देश दिए थे। इस संबंध में सभी निगमों में नालों की साफ-सफाई का व्यापक कार्य किया जा रहा है। आज शाम कलेक्टर स्वयं इसके निरीक्षण के लिए निकले। कलेक्टर ने कोसा नाला की सफाई का जायजा लिया। निगम आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी ने बताया कि अब तक 40 ट्रक जलकुंभी निकाली जा चुकी है। जलकुंभी का प्रसार इस बार तेजी से हुआ। जलकुंभी निकल जाने से नाले का सामान्य प्रवाह स्थापित हो गया है। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर ने शंकर नाला, कोसा नाला आदि सभी महत्वपूर्ण नालों की साफ-सफाई का खुद अवलोकन किया। उन्होंने स्वयं निरीक्षण कर यहां सफाई की स्थिति का जायजा लिया। कलेक्टर ने कहा कि ड्रेनेज सिस्टम पुख्ता होना चाहिए। कहीं भी वाटर लागिंग की समस्या नहीं होनी चाहिए। तेज बारिश होने पर वाटर लागिंग की स्थिति में तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन निचले इलाकों में पूर्व में पानी जमा होता हो, वहां पर विशेष निगरानी रखे। कलेक्टर ने आज भिलाई के डेंगू प्रभावित इलाकों का भी निरीक्षण किया। वहां उन्होंने निगम अमले एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी ली। साथ ही लोगों से भी मिले। उन्होंने लोगों से कहा कि डेंगू का पानी चूंकि साफ जल में ठहरता है। अब मानसून आ गया है तो इस बात की आशंका है कि डेंगू के लार्वा पनपेंगे। इसलिए जागरूक रहें। जहां जलजमाव की आशंका बनती है। उसे ठीक कराते रहें। निगम के अमले को भी उन्होंने युद्धस्तर पर अलर्ट रहने के निर्देश दिए। उन्होंने सतत रूप से टैमीफास की दवा के वितरण के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने कहा कि पूरी तरह सतर्क रहकर डेंगू की आशंका को पूरी तरह टाला जा सकता है। निगम कमिश्नर ने बताया कि इस संबंध में लगी टीमें लगातार काम कर रही हैं तथा फागिंग एवं अन्य सभी व्यवस्थाओं की पूरी मानिटरिंग कराई जा रही हैं। कलेक्टर ने भिलाई निगम में निर्माण कार्यों का भी अवलोकन किया तथा इस संबंध में जरूरी निर्देश अधिकारियों को दिए।
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नजूल भूखंडों की नीलामी शुरू, पहले दिन 72 लाख तक पहुंची बोली
17 आवेदन आए थे गायत्री मंदिर वार्ड दुर्ग के नजूल भूखंड के लिए, आज एक नीलामी और
दुर्ग। नजूल भूखंडों की नीलामी शुरू हो गई है। पहले दिन इसको बहुत अच्छा प्रतिसाद मिला है। आज तहसील कार्यालय में नजूल भूखंड की पहली नीलामी के लिए 17 आवेदन आए थे। इसके लिए बेस प्राइज कोट किया गया था। नीलामी दोपहर को शुरू हुई। अंततः 72 लाख रुपए अंतिम बोली गई। यह आवासीय प्रयोजन के लिए थी। इसमें 2370 वर्गफीट जमीन के लिए नजूल भूखंड क्रमांक 9 बटे एक के लिए बोली की गई थी। यह बोली ग्राहक विजय कुमार जैन ने लगाई। नजूल अधिकारी श्री अरुण वर्मा ने बताया कि आज भी नजूल जमीन की बोली होगी। उल्लेखनीय है कि इस संबंध में अखबारों के माध्यम से इश्तहार भी प्रकाशित कराया गया था। जिले में नजूल भूमि को चिन्हांकित किए जाने की कार्रवाई की गई है। समय समय पर नीलामी के माध्यम से इनकी बिक्री जिला प्रशासन के निर्णय के पश्चात हो पाएगी। इस संबंध में अखबार में इश्तहार का प्रकाशन किया जाएगा। नजूल अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में तहसील आफिस के सभाकक्ष में नीलामी का आयोजन किया गया था। उन्होंने बताया कि आवासीय प्रयोजन के लिए विक्रय की जा रही भूमि कई मायनों में कई उपभोक्ताओं के लिए उपयोगी हो सकती है इसलिए लोगों में इसका अच्छा प्रतिसाद आ रहा है। प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी हो, इसके लिए पूरी प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है।