उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की पहल पर मस्कट में बंधक महिला मुक्त
ओमान एम्बैसी से लगातार संपर्क कर की गई कार्रवाई, उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने फोन पर महिला से की बातचीत, कहा कि आपके आने की व्यवस्था हम करेंगे
कहा कि जिन लोगों ने आपको धोखा दिया, उस मामले की तह पर जाकर दोषियों पर करेंगे कार्रवाई
दुर्ग। परित्राणाय साधुनाम, गीता के इस वाक्य को छत्तीसगढ़ पुलिस ने अपना ध्येय वाक्य रखा है। उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री श्री विजय शर्मा छत्तीसगढ़ में ही नहीं, छत्तीसगढ़ के बाहर विदेशों में भी फंसे लोगों की मदद के लिए पहल कर इस वाक्य को चरितार्थ कर रहे हैं। मस्कट में बंधक बनाई गई खुर्सीपार निवासी जोगी दीपिका के मामले में ओमान स्थित इंडियन एम्बैसी से उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने लगातार संपर्क किया। त्वरित की गई कार्रवाई के पश्चात दीपिका को सुरक्षित एम्बैसी लाया गया। ओमान में इंडियन एम्बैसडर से उपमुख्यमंत्री लगातार संपर्क में रहे। विधानसभा से भी वे लगातार इस मामले पर अपडेट लेते रहे। उन्होंने बंधक बनाई गई महिला से बातचीत भी की। उन्होंने दीपिका से सबसे पहले हालचाल पूछा। दीपिका ने बताया कि अभी बिल्कुल सुरक्षित हूँ। मस्कट की एम्बैसी में आ गई हूँ। श्री शर्मा ने कहा कि आप बिल्कुल चिंता मत करिये। आपके आने की व्यवस्था हम करेंगे। आप मेरा नंबर रख लीजिए। आप छत्तीसगढ़ आने के बाद मुझे फोन करिये और आप अपने साथ मस्कट में हुए वाकये के बारे में बताइये। आपको जिन लोगों ने धोखा दिया, उस मामले की तह में जाकर कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि दुर्ग जिले की निवासी जे. मुकेश ने पुलिस को आवेदन दिया कि उनकी पत्नी खुर्सीपार निवासी जोगी दीपिका नामक महिला को घरेलू काम दिलाने के बहाने हैदराबाद निवासी अब्दुल्ला नामक व्यक्ति ने ओमान देश की राजधानी मस्कट निवासी हाफिजा के घर गत वर्ष मई 2023 में भेजा था जहां जोगी दीपिका को बंधक बनाकर रखा गया था तथा दीपिका का पासपोर्ट , वीजा संबंधित सारे दस्तावेज़ भी रख लिए गए थे तथा उसे भारत वापस भेजने रकम की भी मांग की जा रही थी। यह विषय जैसे ही उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा के संज्ञान में आया। उन्होंने स्वतः पहल करते हुए पुलिस को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।