BSP बायोमेट्रिक का असर: भारत-रूस मैत्री चौक की चौड़ाई 10 दिन में होगी डेढ़ मीटर कम
- ईडी पीएंडए पवन कुमार, सीजीएम पर्सनल संदीप माथुर, सीजीएम टाउनशिप जेवाई सपकाले, सिविल के प्रभारी विष्णु पाठक आदि अधिकारियों ने मौका मुआयना किया।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL) के भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) में बायोमेट्रिक लागू कर दिया गया है। बायोमेट्रिक अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम (Biometric Attendance Management System) को लागू किए जाने के बाद अब व्यवस्था सुधाने की दिशा में भी काम तेजी से होने लगा है।
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अचानक से भीड़ होने के कारण मेन गेट पर जाम की स्थिति बन रही है। मेन गेट (MAIN Gate) के सामने भारत-रूस मैत्री चौक पर जाम लग रहा है। इसके कारण कर्मचारियों और अधिकारियों को समय पर ड्यूटी पहुंचने में काफी दिक्कतें भी हो रही है। समस्या समाधान करने और हादसों की आशंका से बचाव के लिए बीएसपी प्रबंधन (BSP Management) ने बड़ा फैसला लिया है।
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ईडी पीएंडए पवन कुमार, सीजीएम पर्सनल संदीप माथुर, सीजीएम टाउनशिप जेवाई सपकाले, सिविल के प्रभारी विष्णु पाठक आदि अधिकारियों ने मौका मुआयना किया। हालात बिगड़ने से पहले ही चौराहे की चौड़ाई को कम करने का फैसला लिया गया है।
करीब डेढ़ मीटर इसकी चौड़ाई कम की जाएगी, जिसका फायदा यह होगा कि जाम की समस्या दूर हो जाएगी। मुर्गा चौक की तरफ से आने वाले भारी वाहनों की वजह से चौक के पास स्थिति पहले से ही खतरनाक बनी हुई है। चौक से ही ट्रकें प्लांट में दाखिल होती हैं।
हर दिन सैकड़ों भारी वाहनों की आवाजाही होती है। इन्हीं के बीच ड्यूटी जाने वाले कार्मिकों की भी आवाजाही होती है। इसलिए चौक की चौड़ाई कम करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है।
पिछले दिनों इसी चौक पर ही हादसा हुआ था। ड्यूटी से निकले कर्मचारी की बाइक अनियंत्रित हो गई थी। गंभीर चोट लगने की वजह से उसे सेक्टर 9 हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
बता दें कि भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) को रूस के सहयोग से बनाया गया था। पंडित जवाहर लाल नेहरू (Pandit Jawaharlal Nehru) की निशानी में से एक इस प्लांट के मेन गेट के सामने ही स्तंभ चौक यानी भारत-रूस मैत्री चौक बनाया गया था, जो आज भी है। स्तंभ को कोई नुकसान पहुंचाए बगैर ही यातायात व्यवस्था को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है। संभावना जताई जा रही है कि करीब 10 दिन के भीतर चौक की चौड़ाई कम कर ली जाएगी।
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