गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य एवं पोषण पर राज्य नीति आयोग की वर्किंग समिति की द्वितीय बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा और सुझाव
अमृतकाल : छत्तीसगढ़ विजन @ 2047’ डॉक्यूमेंट तैयार करने वर्किंग ग्रुप के अधिकारियों की बैठक
सबके लिए बेहतर स्वास्थ्य एवं खुशहाल समाज पर दिया गया जोर
’गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य एवं पोषण’ विषय पर आधारित वर्किंग समिति ने लघु, मध्यम एवं दीर्घकालिक लक्ष्य पर दिए सुझाव
सभी के लिए किफायती और सुलभ स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने अधिकारियों ने किया मंथन
रायपुर। राज्य में सभी के लिए किफायती और सुलभ स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने विभिन्न विभाग के अधिकारियों ने गहन विचार विमर्श किया। ’अमृतकाल: छत्तीसगढ़ विजन @ 2047’ डॉक्यूमेंट तैयार करने ’गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य एवं पोषण’ विषय पर गठित वर्किंग समिति की द्वितीय बैठक राज्य नीति आयोग अटल नगर, नवा रायपुर के सभा कक्ष में आज गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित लक्ष्य, चुनौतियां एवं सामर्थ्य विषय पर विस्तार से चर्चा की गई तथा वर्किंग समिति के सदस्यों द्वारा सुझाव दिए गए।
बैठक में सदस्यों ने सभी के लिए सार्वभौमिक, किफायती और सुलभ स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने, किशोरों और जनजातियों पर अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता, रोग प्रोफाइल विकसित करने स्वास्थ्य देखभाल, चिकित्सा पर्यटन और फार्मास्यूटिकल्स विनिर्माण को बढ़ावा देने विस्तार से चर्चा की। इसी प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता की प्रभावी व्यवस्था, जनसंख्या विविधता और कठिन तथा पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा की पहुंच बढ़ाने, अनुसंधान संस्थान विकसित करने तथा वृद्धावस्था और जलवायु संबंधी स्वास्थ्य मुद्दे पर गहन विचार विमर्श किया गया।
इसी तरह राज्य में मृत्युदर कम करने, एनीमिया फ्री करने ,सभी के अच्छे स्वास्थ्य, टेली मेडिसिन, मदर एंड चाइल्ड केयर, हॉस्पिटल के अपग्रेडेशन, पीपीपी मॉडल की उपयोगिता, केंद्र सरकार की योजनाओं से आम लोगों को लाभान्वित करने, प्रशिक्षण संस्थाओं की गुणवत्ता सुधारने, रिसर्च संस्थानों पर जोर, टीकाकरण, मेडिकल टूरिज्म हब बनाने, स्वस्थ एवं खुशहाल समाज बनाने सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों को दस्तावेज में शामिल करने पर भी चर्चा किया गया।
राज्य नीति आयोग के सदस्य श्री के. सुब्रमण्यम ने विभागों द्वारा बनाए गए लघु, मध्यम एवं दीर्घकालीन विजन एवं रणनीतियों के निर्धारण हेतु आमजनों को लाभान्वित करने, गुड गवर्नेंस, गुणवत्तापूर्ण जीवन सहित अन्य कल्याणकारी उपायों पर सुझाव दिए।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ ने आम जनों को त्वरित चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने तथा ग्रामीण एवं दूरस्थ अंचलों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार जैसे विषयों को दस्तावेज में शामिल कराने सुझाव दिए।
मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ धीरज तिवारी ने कहा कि नागरिकों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक सभी उपायों का समावेश डॉक्यूमेंट में होना चाहिए।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के विशेष सचिव श्री चंदन कुमार, स्वास्थ्य संचालक श्री ऋतुराज रघुवंशी, संयुक्त संचालक श्री नीतू गौरड़िया, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग, राज्य शहरी विकास अभिकरण, छत्तीसगढ़ लघु वनोजन सहकारी संघ, जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के अधिकारी सहित अन्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।