अब समृद्धि के दूसरे दौर की तैयारी, गौठानों में बड़े पैमाने पर बन रहे वर्मी कंपोस्ट
गोबर से होने वाले आय की तुलना में चार गुना आय होगी क्योंकि वर्मी कंपोस्ट की कीमत आठ रुपए
कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज तीन गांवों के गौठानों का किया निरीक्षण, इनमें बासीन, बोड़ेगांव और अरसनारा के गौठान शामिल
दुर्ग। गोधन न्याय योजना का पहला पेमेंट ग्रामीणों को मिल चुका है। पशुपालक काफी खुश हैं। इनमें से कई ऐसे हैं जिन्होंने बीस हजार रुपए तक कमा लिये हैं। अब समृद्धि का दूसरा दौर गौठानों में तैयार हो रहा है। क्रय किये गए गोबर से वर्मी कंपोस्ट बनाये जा रहे हैं। वर्मी कंपोस्ट बनने के बाद इसे प्रशासन द्वारा क्रय किया जाएगा। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज दुर्ग ब्लाक के तीन गांवों के गौठानों का निरीक्षण किया। इनमें से बासीन, बोड़ेगांव और अरसनारा के गौठान शामिल हैं। कलेक्टर ने यहां तैयार हो रहे वर्मी कंपोस्ट की स्थिति देखी। कलेक्टर ने कहा कि वर्मी कंपोस्ट का भाव प्रति किलोग्राम आठ रुपए रखा गया है। इसमें से छह रुपए स्वसहायता समूहों का और दो रुपए गौठान समिति का हिस्सा होगा। कलेक्टर ने कहा कि गांव में जितना अधिक गोबर एकत्रित होगा, उतना ही अधिक लाभ समिति को और स्वसहायता समूहों को होगा। अरसनारा पहुंचने पर वहां गौठान समिति के अध्यक्ष ने बताया कि यहां अब तक 42 हजार किलो गोबर एकत्रित किया जा चुका है और इस पर वर्मी कंपोस्ट बनाने की प्रक्रिया चल रही है। बासीन में गौठान समिति के अध्यक्ष ने बताया कि यहां यह हर दिन पांच सौ से छह सौ किलोग्राम गोबर गौठान में इकट्ठा हो रहा है। कलेक्टर ने कहा कि जहां पर नाडेप के टांके खाली हैं वहां पर वर्मी कंपोस्ट बनाया जा सकता है इसके लिए अतिरिक्त जगह मिल जाएगी। कलेक्टर ने गौठान समिति के सदस्यों और सरपंच से कहा कि आप लोग सभी ग्रामीणों को गोधन योजना के लाभों के संबंध में जानकारी दें। जितना गोबर एकत्रित होगा और वर्मी कंपोस्ट बनेगा, उतना ही अधिक लाभ स्वसहायता समूहों और गौठान समितियों को होगा। उन्होंने गौठान समिति के पदाधिकारियों से कहा कि विक्रय का पचीस फीसदी गौठान समिति को मिलेगा, इसके माध्यम से गौठान की बेहतरी के लिए आवश्यक खर्च गौठान समिति कर सकेगी। उन्होंने कहा कि लोगों को इस बात के लिए प्रेरित करें कि अपने पशुधन को गौठान भेजें एवं खुले में न छोड़े। गांव के पशुधन के माध्यम से मिलने वाले लाभों को जितना संग्रहित करेंगे, यह उतना ही उपयोगी होगा। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक भी उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि हर गौठान में जरूरत के मुताबिक अतिरिक्त वर्मी टैंक बनाने की कार्रवाई की जा रही है। प्रशिक्षण पूरी तरह से दिया जा चुका है तथा वर्मी कंपोस्ट बनाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। कलेक्टर ने गौठान समिति के पदाधिकारियों से कहा कि आप लोगों पर गौठान के विकास का सर्वाधिक दायित्व है। आपके द्वारा पूरी तरह से लगन से किये गए कार्य से जरूर सफलता मिलेगी और अपने पर्याप्त पशुधन के बूते गांव आर्थिक तरक्की के रास्ते पर बढ़ेगा। इस दौरान स्वसहायता समूहों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन भी किया। कलेक्टर ने इसकी प्रशंसा की। जिला पंचायत सीईओ ने भी इसे सराहा। इस दौरान सहायक कलेक्टर श्री जितेंद्र यादव सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।