Big News: हर बार नई अपंगता के साथ दिव्यांगता सर्टिफिकेट अटैच करने वाली ट्रेनी IAS पूजा पर गिरी गाज, महाराष्ट्र से छुट्टी
- दिव्यांग कोटे से बनी है IAS। दिव्यांगता प्रमाण पत्र सहित जाति प्रमाण पत्र में है भारी झोल।
सूचनाजी न्यूज, मुंबई। UPSC सलेक्शन (UPCS Selection) को लेकर विवादों में घिरी महाराष्ट्र कैडर की ट्रेनी IAS पूजा खेडकर पर शिकंजा कसता ही जा रहा है। प्रोविजनल पीरियड (परिवीक्षा अवधि) में अतिरिक्त स्टाफ, आलीशान बंगला, एक्स्ट्रा कार, गनमैन जैसे नियम विरुद्ध मांग करके सुर्खियों में आई पूजा खेडकर बुरी तरह से नप चुकी है।
मामले ने तूल पकड़ा, जिसके बाद जांच शुरू हो चुकी है। प्राइवेट Audi में लाल-नीली बत्ती लगाकर घूमने वाली पूजा की कार को भी जब्त कर लिया गया है। इस मामले में पुलिस और RTO से भी रिपोर्ट मांगी गई है।
दूसरी ओर UPSC में विकलांगता प्रमाण पत्र लगाकर दिव्यांग कोटे से सलेक्ट होने वाली पूजा मेडिकल चेकअप के लिए कभी नहीं पहुंची। UPSC द्वारा अपने मापदंड के अनुसार दिव्यांगता को क्रॉस करने, मेडिकल चेकअप के लिए पूजा को छह बार कॉल किया गया था। लेकिन करीब दो साल के अंतराल में पूजा मेडिकल चेकअप करवाने के बजाए बचती ही रही और आनाकानी करती रही।
हर बार नए दिव्यांग सर्टिफिकेट के साथ होती रही पेश
पूजा स्वयं दिव्यांगता को सर्टिफाइड करवाकर प्रमाण पत्र प्रस्तुत करती रही, जिसे UPSC के नियमानुसार खारिज ही किया जाते रहा। हमेशा सवाल यही उठता रहा कि पूजा द्वारा प्रस्तुत विकलांगता प्रमाण पत्र में दिव्यांगता का प्रतिशत और स्तर क्यों बदल जाता रहा है। पूजा ने एक बार मानसिक दिव्यांग, एक बार आंखों में कमी, दृष्टि बाधिता जैसी समस्या और एक बार पैरों में अपंगता का प्रमाण पत्र पेश कर चुकी है।
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केन्द्र ने रोक दी ट्रेनिंग
ट्रेनी IAS पूजा खेडकर पर विवाद बढ़ने के बाद केन्द्र सरकार ने उनकी ट्रेनिंग को रोकने 16 जुलाई को आदेश जारी कर दिया है। जबकि केन्द्रीय कार्मिक मंत्रालय के सिंगल मेंबर कमेटी ने पूजा से OBC में नॉन क्रीमीलेयर (Non Creamy Layer in OBC) और विकलांगता सर्टिफिकेट (Disability Certificate) मंगाएं है।
पूजा केन्द्र द्वारा मसूरी के ‘सिविल सर्विस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी’ (LBSNAA) में 23 जुलाई से पहले वापस बुला लिया गया है। बताया जा रहा है कि जांच पूरी होने तक पूजा वहीं रहेंगी।
OBC सर्टिफिकेट भी विवादों में
पूजा खेडकर द्वारा जातिगत और आर्थिक कमजोरी का प्रमाण पत्र संलग्न करके UPSC में चयनित हुई है। जबकि उनके नाम 17 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति बताई जाती है। पूजा के पिता दिलीप खेडकर पूर्व प्रशानसिक अधिकारी है, जिन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 में बतौर उम्मीदवार हलफनामे में 40 करोड़ रुपए की संपत्ति बताई थी। ऐसे में पूजा का OBC कैटेगरी से नॉन क्रीमीलेयर में सलेक्ट होना सिस्टम में बड़ा सवाल खड़ा करता है।
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