कोविड मरीजों के बेहतरीन इलाज के लिए होंगे हरसंभव उपाय
शंकराचार्य हॉस्पिटल प्रबंधन के साथ कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने की चर्चा
दुर्ग। शंकराचार्य हॉस्पिटल कोविड केअर सेंटर की सुविधाओं को और बेहतर करने के संबंध में आज कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने शंकराचार्य हॉस्पिटल प्रबंधन के साथ बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि कोविड में रिस्पांस टाइम का बेहद महत्व है। मरीजों के इलाज में लगे कोविड वारियर्स मरीजों की नियमित अंतराल पर बेसिक जांच करते रहें। ऑक्सीजन सपोर्ट की स्थिति में त्वरित कार्रवाई करें। यदि किसी अन्य तरह की जटिलताएं दिखे तो हायर सेंटर में रेफर करने की कार्रवाई करें। कलेक्टर ने कहा कि साफ सफाई की मॉनिटरिंग बेहद जरूरी है। टॉयलेट की नियमित अंतराल में सफाई, फ्लोर सैनिटीजशन के कार्य की मॉनिटरिंग जरूरी है। मरीजों के पीछे नर्सिंग स्टाफ पर्याप्त होने चाहिए ताकि मरीजों को राहत मिलती रहे। कोविड प्रोटोकॉल के मुताबिक कोरोना वारियर की सुरक्षा भी अहम है। इसके लिए ट्रेनिंग भी कराई जा चुकी है। इसके मुताबिक ही कार्रवाई होनी चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि मॉनिटरिंग जितनी अच्छी होगी और समन्वय जितना अच्छा होगा। रिकवरी रेट उतना ही अच्छा होगा और लोगों को भी संतोष मिलेगा। कलेक्टर ने बुजुर्ग मरीजों पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि इनके साथ आयु से जुड़ी हुई अन्य परेशानियां भी होती हैं। इसकी वे दवा कर रहे होते हैं। ऐसे मामलों में विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल मैनेजमेंट छोटी-छोटी बारीकियों पर भी ध्यान दें। हॉस्पिटल डिस्चार्ज के पश्चात मरीजों को घर तक विदा करना और आइसोलेशन के नियमों के बारे में अवगत कराना। उन्होंने भोजन की व्यवस्था की विशेष मॉनिटरिंग करने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खाना रिच प्रोटीन डाइट होना चाहिए। साथ ही रोज इसकी गुणवत्ता का निरीक्षण करें। कलेक्टर ने बायो वेस्ट मैनेजमेंट के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से भी कोविड केअर को और बेहतर बनाने सुझाव लिए। बैठक में सीएमएचओ डॉ गंभीर सिंह ठाकुर भी उपस्थित थे।