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15 साल तक मेवा खाकर नकली सेवा करने वालों को जनता ने 15 सीटों में ही  सिमटा दिये : वंदना राजपूत

नोटबंदी में समय मांगा और अर्थव्यवस्था तबाह कर दिये कोरोना में समय मांगा और जिंदगियां तबाह कर दी – वंदना राजपूत
मोदी जी की तीन भूलो को इतिहास कभी माफ नही करेगा नोटबन्दी, जीएसटी, और कोविड मिस मैनेजमेंट
राज्य में महिलाएँ  आत्मनिर्भर बन रही है तो भाजपा नेत्रियों को खुश होना चाहिए
मजदूरों, किसानों, पशुपालकों के जीवन मे क्रांति लाये गये आज छत्तीसगढ़ में गाँव से लेकर शहर तक अर्थव्यवस्था व्यवस्थित है
       रायपुर। भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती पूजा विधानी ने काँग्रेस पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया तो व्यक्त कर दी पर वे ये भूल गयीं कि आत्मचिंतन और आत्म मंथन के परिणामस्वरूप ही आज छत्तीसगढ़ जैसे कृषिप्रधान प्रदेश में काँग्रेस की सरकार है। मजदूरों, किसानों, पशुपालकों के जीवन मे क्रांति लाये गये आज छत्तीसगढ़ में गाँव से लेकर शहर तक अर्थव्यवस्था व्यवस्थित है। कोरोना संकट में भी शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कोरोना संकट के कारण आई कठिनाइयों के बावजूद उस प्रक्रिया को भी पूरा करने की  दिशा में काम करना बहुत ही सराहनीय है। कोरोना संकट में भी मध्याह्न भोजन के सफलतापूर्वक संचालन होने से कुछ लोगों के पेट में दर्द हो रहा है। राज्य में महिलाएँ आत्मनिर्भर बन रही है तो भाजपा नेत्रियों को खुश होना चाहिए कि 15 सालों बाद ऐसा समय देखने को मिला।
       प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि भूपेश बघेल की  सरकार जमीन स्तर पर कार्य कर रही है तो भाजपाइयों को अनपचक हो रहा है। और यदि बात कोरोना महामारी की है तो इसका श्रेय सर्वप्रथम केंद्र की मोदी सरकार को जाता है जिन्होंने नमस्ते ट्रम्प जैसे बड़े उत्सव का आयोजन करके न केवल इस देश को अपितु देश की अर्थव्यवस्था को, देश की प्रगति को, देश के प्रत्येक नागरिक के जीवन को असमय ही काल के गाल में समा जाने के लिये असहाय छोड़ दिया और फिर भारत की भोली भाली जनता से ताली और थाली बजवा कर नौटंकी के नये-नये कारनामे भी करवाये गये ।
       जलसा, उत्सव, मन की बात, मोर के साथ समय व्यतीत करने की सीख, आत्मनिर्भर बनने की बात करना, महंगा कपड़े पहनने का शौक ये पूरा देश जान रहा है। हमारे देश के मुखिया को  यह भी नहीं पता कि कोविड काल में कितने प्रवासी मजदूरों के जान चली गई। बेपरवाह केंद्र सरकार को इसकी जानकारी भी नहीं। नोटबंदी में समय मांगा अौर अर्थव्यवस्था तबाह कर दिये।कोरोना में समय मांगा अौर जिंदगियां तबाह कर दी।
       15 साल तक मेवा खाकर नकली सेवा करने वालों को जनता ने 15 सीटों में सिमटा दिए। यहाँ इनका घमंड टूटा है अब उनका घमंड टुटेगा। ” आत्मनिर्भर भारत” से जुड़ी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की घोषणा एक अौर जुमला है केंद्र सरकार में सिर्फ नारे गढे जा रहे है अौर काम कुछ होता नहीं।
       कोविड काल मे देश मे हजारो जाने मजदूरों की गई, वही लाखो लोग केंद्र सरकार के मिस मैनेजमेंट से बेरोजगार हुए। छोटे व्यापारी का व्यापार खत्म हो गया। मोदी जी की तीन भूलो को इतिहास नोटबन्दी, जीएसटी, और कोविड मिस मैनेजमेंट कभी माफ नही करेगा।

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