सबसे पहले कोविड की जानकारी और बचाव के उपाय फिर होती है क्लास शुरू
ऑनलाइन कक्षा में शिक्षक विद्यार्थियों और अभिभावकों को कर रहे हैं कोविड 19 के बारे में जागरुक
बदलाव ये आया कि क्लास में मिली शिक्षा से बच्चे खुद तो जागरुक हुए ही अब तो गांव और मोहल्ले के लोगों को भी देने लगे सीख
दुर्ग। जिले में ऑनलाइन क्लास के दौरान कोविड- 19 के प्रति बच्चों एवं उनके परिवार के सदस्यों को जागरुक करने हेतु शिक्षकों द्वारा गतिविधियां आरंभ हो गई हैं। जिसका परिणाम है कि कोविड-19 के प्रति लोग पूर्ण जागरूकता व स्व-जिम्मेदारी दिखला रहे हैं। दुर्ग जिले के कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के निर्देश एवं जिला शिक्षाधिकारी श्री प्रवास बघेल के मार्गदर्शन में जिले के सभी विकासखंडों के सभी शिक्षकों को निर्देशित किया गया था की वे ऑनलाइन क्लास के शुरु में छात्रों एवं उनके परिवार को कोविड-19 के लक्षण और बचाव के तरीकों की सम्पूर्ण जानकारी नियमित रूप से देते रहें। इस प्रकार दुर्ग जिले के शिक्षकों द्वारा नियमित रूप से ऑनलाइन क्लास के द्वारा जागरुकता के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। लोगों में जिम्मेदारी की भावना स्पष्ट देखी जा सकती है।
दुर्ग जिले के कोड़िया स्कूल के कक्षा 12वीं के छात्र कुणाल बताते हैं कि ऑनलाइन क्लास के दौरान उन्हें एवं उनके परिवार को कोविड -19 के लक्षणों के साथ साथ उसके बचाव के बारे में भी बताया जाता है। ऑनलाइन क्लास में ही उनको मास्क के महत्व की जानकारी मिली। कुणाल बताते हैं जब भी ऑनलाइन क्लास मे व्याख्याता निभा रानी मधु के द्वारा कोविड-19 की जानकारी दी जाती है परिवार के सभी सदस्य मोबाइल के सामने बैठ कर ध्यान से पूरी जानकारी सुनते हैं। इस प्रकार की जानकारी से बच्चे हाइजीन के बारे में जागरुक हो रहे हैं साथ ही पहले से अधिक अनुशासित बन रहे हैं। कोविड-19 के बारे अपने शिक्षकों से प्राप्त जानकारी को छात्र – छात्राएँ ग्रामीण महिलाओं , अपने परिवार के बुजुर्गों और आस-पास के लोगों को बता कर जागरुक कर रहे है। हर कक्षा में जिले के आपातकालीन नम्बरों, होम आइसोलेशन की जानकारी भी दी जा रही है। अपने गांव मोहल्ले और परिवार में अब बच्चे लोगों को जागरुक करने लगे हैं जैसे समूह में नहीं घूमना, प्रत्येक दुकान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और एक व्यक्ति से 2 गज की दूरी बना कर रखना, बिना मास्क लगाए घर से बाहर नहीं जाना, बार नार हाथों को साबुन से धोना, रोज मास्क को बदलना या साबुन से धोना जैसी महत्वपूर्ण बातों को समझा रहे है।
इस प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों मे कोविड-19 की सावधानियों सम्बंधी जागरूकता फैलाने का कार्य शिक्षक अपने छात्रों के जरिये ऑनलाइन क्लास के माध्यम से कर रहें है। कोविड-19 के विरुद्ध लोगों को एकजुट करने व दृढ़तापूर्वक जंग लड़ने हेतु दुर्ग जिले में चिकित्सक, नर्स, पुलिस के साथ शिक्षक भी अपने छात्रों के माध्यम से लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे से बचाव हेतु जागरुक करने में निरंतर प्रयासरत है।
कृषि उपकरण एवं खाद बीज की दुकान सुबह 9 बजे से 12 बजे तक रहेंगी खुली
कृषकों को सुविधा देने मुख्यमंत्री के निर्देश पर जारी किए गए आदेश
दुर्ग। किसानों को कृषि कार्य में कोई परेशानी न हो, इसे ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार कृषि उपकरण एवं खाद बीज की दुकानों को सुबह 9 से 12 बजे तक खोले जाने की अनुमति देने संबंधी आदेश जिला प्रशासन ने जारी किया है। ग्रामीण क्षेत्रों की और नगर पंचायतों की कृषि उपकरण और खाद बीज संबंधी दुकान इस समय कृषकों की सुविधा के लिए खुल सकेंगी।