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पूर्ववर्ती रमन सरकार के मुखिया, पूर्वमंत्री गण, भाजपा नेता ओवर वेट थे और प्रदेश की गर्भवती माता कमजोर और बच्चे कुपोषित थे
कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ के तहत 67000 से अधिक बच्चे सुपोषित और स्वस्थ हुये है
मुख्यमंत्री भूपेश के सुशासन के कारण रमन राज में कुल 4 लाख 92 हजार बच्चो को सुपोषित करने का लक्ष्य है
रमन राज में मुख्यमंत्री, मंत्री, अधिकारी, भाजपा नेता, आरएसएस स्वयंसेवक ही सुपोषित थे बच्चे कुपोषित थे
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को अपने इस कृत्य के लिये कुपोषित बच्चों और उनके परिजनों से माफी मांगनी चाहिये
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रवक्ता विकास तिवारी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा चलाए गए कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान पर कहा कि सुपोषण अभियान की इस सफलता के लिये प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विभागीय मंत्री एवं सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को विशेष रूप से बधाई के पात्र कहा है जिनके दृढ़ संकल्प ने इस अभियान को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश में कुपोषण की समस्या को चुनौती के रूप में यह बताते हुए संतोष हो रहा है कि गत वर्ष बापू की जयंती के अवसर पर शुरू हुए “मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान“ का एक वर्ष पूरा हो गया है। इस अभियान के सकारात्मक परिणामों को आप सभी के साथ साझा कर रहा हूँ।
आज “कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ“ की संकल्पना साकार हो रही है-
योजना के प्रारंभ होने के समय कुल कुपोषित बच्चेः 4 लाख 92 हजार।
एक वर्ष में कुपोषण मुक्त बच्चेः 67 हजार से अधिक।
इस प्रकार कुपोषित बच्चों की संख्या में 13.79 प्रतिशत की कमी आई है।
यह बताते हुए संतोष हो रहा है कि गत वर्ष बापू की जयंती के अवसर पर शुरू हुए “मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान“ का एक वर्ष पूरा हो गया है।
तिवारी जी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पूर्ववर्ती रमन सरकार के समय प्रदेश के लगभग पाँच लाख बच्चे कुपोषित थे और पूर्व मुख्यमंत्री उनके मंत्री गण अधिकारीगण भारतीय जनता पार्टी के नेता और आरएसएस के स्वयंसेवक ही सुपोषित थे पूर्ववर्ती रमन सरकार के मुखिया, मंत्रीगण, अधिकरी गण ओवर वेट (सामान्य से ज्यादा भारीभरकम वजन) थे और नवजात बच्चे कुपोषित थे। रमन राज में कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार के कारण प्रदेश के माताओं को भरपेट भोजन नहीं मिला करता था जिसके कारण प्रदेश के नवजात शिशु जन्म से ही कुपोषित होते थे। जच्चा और बच्चा दोनों ही कमजोर रहते थे और पूर्ववर्ती रमन सरकार के समय मातृत्व मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर इंडेक्स में भी छत्तीसगढ़ का नाम प्रथम पांच स्थानों पर रहता था और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह इस ओर किसी भी प्रकार का ध्यान नहीं दिया करते थे भाजपा और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह केवल कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार के कार्यों को संपादित करने में व्यस्त रहते थे जिसका खामियाजा प्रदेश के सुदूर अंचल के आदिवासियों और गरीब मध्यम वर्गीय परिवार के माताओं को भुगतना पड़ता था और जिसके कारण पाँच लाख से अधिक बच्चे कुपोषण का शिकार हो गए थे।
उन्होंने पूर्ववर्ती रमन सरकार के मुखिया और उनके मंत्रियों से कहा है कि पाँच लाख बच्चों को कुपोषित करने के अपराधियों को प्रदेश के कुपोषित बच्चों के माता-पिता से माफी मांगना चाहिए पूर्ववर्ती रमन सरकार के कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार के ही कारण इन माताओं को सही मात्रा में आहार नहीं मिला करता था जिनके कारण उनके बच्चे जन्म से ही कुपोषित होते थे प्रदेश के नई पीढ़ी और नस्लों को कुपोषित करने का भी श्रेय पूर्ववर्ती रमन सरकार के मुखिया डॉ रमन सिंह और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों को जाता है अब जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत 67000 से अधिक बच्चे कुपोषण से मुक्त होकर स्वस्थ हो गए हैं तो पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और उनके मंत्री परिषद के लोगों को प्रदेश की जनता से माफी मांगना चाहिए और अपने इस कर्म के लिए पश्चाताप भी करना चाहिये।