स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की खूब तारीफ की ,कहा दिवाली की शॉपिंग का सारा सामान यहां मौजूद , राजभवन में भी 200 दर्जन दीयों के पैकेट किये गए क्रय, सीएम हाउस में 4000 पैकेट दीयों का हुआ ऑर्डर, अब तक साढ़े चार लाख रुपये की बिहान बाजार से हुई बिक्री
दुर्ग। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की धर्मपत्नी श्रीमती मुक्तेश्वरी बघेल एवं उनकी बिटिया श्रीमती स्मिता बघेल ने आज जिला पंचायत परिसर में लगे बिहान बाजार में दिवाली की शॉपिंग की। इस दौरान उन्होंने स्व सहायता समूह की महिलाओं की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि दिवाली की शॉपिंग के लिए यहां सारा सामान मौजूद है। उन्होंने यहां से दीये, सजावटी सामग्री, मोमबत्ती आदी के साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ी व्यंजन भी खरीदे।इस मौके पर मौजूद जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक ने बताया कि अब तक यहां से साढ़े चार लाख रुपये की सामग्री की खरीदी हो चुकी है 86 समूहों ने अपने विभिन्न उत्पाद यहां डिस्प्ले किए हैं इनमें पूजा की पूरी थाली और सुंदर कलाकृतियां मौजूद हैं। अपने हुनर और कौशल से इन्होंने बहुत सुंदर पूजा की थाली तैयार की है। श्रीमती बघेल ने कहा कि आप लोगों ने बहुत अच्छा काम किया है। पूजा सामग्री बहुत सुंदर तैयार हुई है जिसके चलते काफी लोग आकर्षित हुए हैं। सीईओ ने बताया कि इन उत्पादों की बिक्री तेजी से हो रही है। राजभवन में 200 दर्जन दीयों के पैकेट आर्डर किये गए हैं सीएम हाउस में 4000 पैकेट स्व सहायता समूह की महिलाओं से बिहान बाजार के माध्यम से खरीदे गए हैं। स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि यहां पर बिहान बाजार में शहर के बीचो-बीच हमें बहुत अच्छा स्पेस मिला है। काफी संख्या में ग्राहक आ रहे हैं पहले दिन जो ग्राहक यहां आए थे उन्होंने हमारे उत्पादों की तारीफ की होगी, इससे अगले 2 दिनों में काफी संख्या में ग्राहक हमारे यहां सामान खरीदने आ रहे हैं। हम लोग काफी खुश हैं जिला पंचायत ने हमारे लिए बहुत अच्छी व्यवस्था की है। सबसे खुशी की बात यह है कि हमारे छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की काफी तारीफ हो रही है। हम लोग यहां पर छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का एक पूरा सेट विक्रय कर रहे हैं। एक साथ बहुत सारे परंपरागत आइटम होने की वजह से हमारा गिफ्ट पैक काफी आकर्षक है। इसके साथ ही उसमें वैरायटी काफी मौजूद है इसमें खुरमी, बीरिया, पीडिया आदि आइटम शामिल है जो परंपरागत छत्तीसगढ़ी व्यंजन है और लोगों को काफी लुभाते हैं क्योंकि यह काफी श्रम साध्य कार्य है और एक साथ इतने सारे व्यंजनों का बनाया जाना घर में संभव नहीं होता लेकिन छत्तीसगढ़ी घरों में लोग इसे काफी चाव से खाते हैं। इसलिए लोग इसे बड़ी संख्या में खरीद रहे हैं साथ ही एक और भी चलन लोगों में बढ़ा है कि छत्तीसगढ़ी व्यंजन के गिफ्ट पैक अपने लोगों को दें तो वे परंपरागत व्यंजनों को गिफ्ट पैक के रूप में देने के लिए खरीद रहे हैं इससे हमारी बिक्री में काफी इजाफा हुआ है।
रिसाली निगम पहुंचे कलेक्टर
दुर्ग। रिसाली नगर पालिक निगम के प्रस्तावित अस्थाई कार्यालय भवन का निरीक्षण शनिवार को कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने किया। वे लगभग 30 मिनट तक रिसाली सेक्टर स्थित भिलाई इस्पात संयत्र के प्राथमिक शाला भवन में रहे। रिनोवेशन कार्य का अवलोकन करने के बाद कलेक्टर आम लोगों की सुविधाओं को देखते हुए अलग से प्रवेश द्वार बनाने निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि भिलाई नगर पालिक निगम के विभाजन के बाद अलग हुए रिसाली निगम कार्यालाय पूर्व जोन कार्यालय क्रमांक 6 में संचालित है। कार्यालय विस्तार करने के लिए प्रशासन ने रिसाली सेक्टर स्थित बंद हो चुके बीएसपी के प्राथमिक स्कूल को विकल्प के रूप में चिन्हित कर रिनोवेशन कार्य शुरू किया है। इस कार्य का अवलोकन करने कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे बीएसपी स्कूल पहुंचे। इस अवसर पर अपर कलेक्टर व निगम आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे, नोडल अधिकारी रमाकांत साहू, कार्यपालन अभियंता आर. के. साहू, सहायक अभियंता बी. के. सिंह, उपअभियंता गोपाल सिन्हा व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
सुविधा जनक हो एंट्रेस-निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कहा कि नगर पालिक निगम कार्यालय में आम लोगों की अवाजाही अधिक होती है। समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए लोग पहुंचते है। ऐसे में उन्हे किसी तरह का भटकाव न हो इसलिए अस्थाई कार्यालय का प्रवेश द्वार सुगम हो।
चिन्हित जगहों के बारे में ली जानकारी-रिसाली नगर पालिक निगम गठन के बाद क्षेत्र के विकास के लिए गृहमंत्री की मंशा के अनुरूप कार्यालय, अस्पताल, व्यवसायिक समेत अन्य भवन निर्माण के लिए खाखा तैयार किया है। इन भवनों के लिए कुछ स्थानों को आरक्षित किया गया है। वहीं कई भवनों के लिए स्थल चयन प्रक्रिया भी जारी है। कलेक्टर ने चर्चा के दौरान अन्य आरक्षित व प्रक्रियाधीन स्थल के बारे में जानकारी ली।