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छत्तीसगढ़दुर्ग-भिलाई

भू-अर्जन क्षतिपूर्ति के लिए जनदर्शन में नागरिकों ने लगाई गुहार

ग्राम भटगांव निवासियों ने पेयजल की समस्या से निजात दिलाने दिया आवेदन

जनदर्शन में आज 132 आवेदन प्राप्त हुए

       दुर्ग। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज जनदर्शन में पहुंचे लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने जनदर्शन में लोगों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और समुचित समाधान एवं निराकरण करने संबंधित विभागों को शीघ्र कार्यवाही कर आवश्यक पहल करने को कहा। एडीएम श्री अरविंद एक्का, डिप्टी कलेक्टर श्री हितेश पिस्दा भी जनदर्शन में मौजूद थे। जनदर्शन में आज 132 आवेदन प्राप्त हुए।

       ग्राम कोलिहापुरी निवासियों ने भारत माला परियोजना अंतर्गत भू-अर्जन क्षतिपूर्ति राशि की मांग की। उन्होंने बताया कि उन्हें आधी भूमि का ही भू-अर्जन राशि प्रदान किया गया है और आधी भूमि की राशि प्रदान नही की गई है, जिस आधी भूमि की राशि प्रदान नही की गई है, वहां दो मंजिला मकान निर्मित किया है, जिसमें दो परिवार निवासरत है। आवेदक द्वारा इस संबंध में राजस्व विभाग में भी आवेदन प्रस्तुत किया गया था। दो मंजिला मकान की क्षतिपूर्ति राशि प्रदान करने आवेदन दिया। इस पर कलेक्टर ने एसडीएम दुर्ग को निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

       ग्राम भटगांव के निवासियों ने पेयजल की समस्या से निजात दिलाने आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत गांव में पानी टंकी का निर्माण किया गया है, लेकिन ग्रामवासियों को पानी नही मिल पा रहा है। गांव के कुछ हिस्सों में पानी आवश्यकता से अधिक पहुंचता है, जो कि उपयोग न होने की दशा में नालियों में बहता रहता है। दूसरी तरफ गांव के कुछ हिस्सों में आवश्यकता के अनुरूप पानी नही मिल पा रहा है। इस समस्या से ग्राम पंचायत को भी अवगत कराया गया था। इस पर कलेक्टर ने सीईओ जनपद पंचायत/लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।

       वार्ड-5 के वार्डवासियों ने किसी अन्य स्थान पर कचरा डम्प करने आवेदन दिया। वार्डवासियों ने बताया कि कसार मेटल्स की निजी भूमि पर निगम द्वारा वर्षाें से कूड़ा कचरा डम्प किया जा रहा है, जिसके कारण यहां रहने वाले आसपास के घरों में कचरा उड़कर अंदर घर में पहुंच जाता है। जब कूड़ा कचरा को जलाया जाता है, तो इसका प्रदूषित धूंआ पूरे वातावारण को दूषित करने के साथ ही घर के अंदर प्रवेश कर जाता है। कचरे के बदबू से गंभीर संक्रमण होने की संभावना बनी रहती है। कचरे के कारण आसपास के क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। इस पर कलेक्टर ने नगर निगम दुर्ग आयुक्त को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। जनदर्शन के दौरान विभागीय अधिकारी भी मौजूद थे।

 

 

 

 

एलजीबीटीक्युआइए+ सदस्यों के अधिकारों एवं समस्याओं के संबंध में एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न

दुर्ग। छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकारण, बिलासपुर के निर्देशन पर जिला विधिक सेवा प्राधीकरण दुर्ग के तत्वाधान में एवं प्रधान जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, दुर्ग डॉ. प्रज्ञा पचौरी के मार्गदर्शन में नालसा के गार्डलाइन के अनुसार एलजीबीटीक्युआइए+ सामुदाय के संबंध में माननीय सर्वाेच्च न्यायालय द्वारा सुप्रिया चक्रबोर्ती के मामले में दिये गये निर्देशानुसार एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन विगत 30 नवम्बर 2024 को अपरान्ह 02 बजे जिला न्यायालय दुर्ग के सभागार स्थल पर आयोजित की गई।

       उक्त आयोजित कार्यशाला में प्रमुख रूप में श्रीमती शिवानी सिंह, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी, दुर्ग, श्री आशीष डहरिया, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, दुर्ग, श्री सुदर्शन महलवार, चीफ लीगल एड डिफेंस कौंसिल सिस्टम, दुर्ग तथा श्री सौरभ शेन्द्रे, असिस्टेंट लीगल एड डिफेंस कौंसिल दुर्ग के अतिरिक्त पैनल अधिवक्तागण, लीगल एड डिफेंस कौंसिल के अन्य अधिवक्तागण तथा पैरालीगल वालेंटियर समिल्लित हुए।
       एलजीबीटीक्युआइए+ सदस्यों के अधिकारों एवं समस्याओं के संबंध में आयोजित इस एक दिवसीय कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए श्रीमती शिवानी सिंह, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी, दुर्ग द्वारा कार्यशाला में उपस्थितजनों को एलजीबीटीक्युआइए सदस्यों के कानूनी अधिकारों के संबंध में वर्तमान में आ रही प्रमुख व्यवहारिक समस्याओं के विषय पर विस्तृत जानकारी दिया जाकर उन अधिकरों से संबंधित विशिष्ट कानूनी प्रावधानों की आवश्यकता के बारे में बताया गया।
       रिसोर्स पर्सन श्री सुदर्शन महलवार, चीफ लीगल एड डिफेंस कॉसिल दुर्ग ने अपने उद्बोधन में प्रमुख रूप से एलजीबीटीक्युआइए सदस्यों के अधिकारों के प्रति जनजागरूकता लाये जाने पर विशेष महत्व दिये जाने की आवश्यकता के बारे में बताया।
       श्री सौरभ शेन्द्रे, असिस्टेंट लीगल एड डिफेंस कौंसिल सिस्टम दुर्ग द्वारा अपने उद्बोधन में एलजीबीटीक्युआइए की ऐतिहासिक पृष्टभूमि एवं शब्दावली के अर्थ को संक्षिप्त में बताते हुए माननीय सर्वाेच्च न्यायालय द्वारा पारित विभिन्न निर्णयों में एलजीबीटीक्युआइए+ सदस्यों के विभिन्न कानूनी अधिकारांे को मान्यता मिलने एवं उन्हें निशुल्क विधिक सहायता प्राप्त करने के अधिकार के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई।

       कार्यशाला के अंतिम भाग में श्री आशीष डहरिया, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, दुर्ग के द्वारा कार्यक्रम के रिसोर्स पर्सन एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यशाला का समापन किया गया।

 

राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय शिविर का हुआ समापन

संभाग आयुक्त श्री एस.एन. राठौर समापन समारोह में हुए शामिल

सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है: श्री राठौर
 
उत्कृष्ट स्वयंसेवी विद्यार्थियों का किया गया सम्मान

दुर्ग। जिले के विकासखण्ड दुर्ग अंतर्गत ग्राम कुथरेल में राष्ट्रीय सेवा योजना अंतर्गत आयोजित सात दिवसीय शिविर का आज समापन हुआ। सेठ आर.सी.एस. कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय दुर्ग एवं इंदिरा गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय वैशाली नगर भिलाई के संयुक्त तत्वावधान में  आयोजित इस शिविर के समापन समारोह में संभाग आयुक्त श्री सत्यनारायण राठौर शामिल हुए। शिविर में उक्त दोनों महाविद्यालय के स्वयंसेवी विद्यार्थियों के अलावा स्थानीय स्कूल के बच्चे भी शामिल थे।  समारोह को सम्बोधित करते हुए आयुक्त श्री राठौर ने स्वयंसेवी सेवकों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए बाधाई दी। उन्होंने कहा कि शिविर में शामिल सभी विद्याथिर्यों को इन सात दिनों में बहुत सिखने का अवसर मिला होगा। समूह में काम करने का अपना अलग ही अंदाज है।

       संभाग आयुक्त श्री राठौर ने कहा कि सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। स्वयंसेवी विद्यार्थियों ने सेवा के माध्यम से धर्म को सिखा है। उन्होंने विद्यार्थियों को सेवा के साथ अच्छी पढ़ाई कर अपने-आप को मजबूत बनाने की समझाईश दी। साथ ही विद्यार्थियों को अपने कैरियर पर विशेष ध्यान देने की बाते कहीं। संभाग आयुक्त श्री राठौर ने इस सात दिवसीय शिविर में उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वयंसेवियों को अपने करकमलों से प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। वैशाली नगर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अलका मेश्राम ने राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और शिविर के सफल आयोजन के लिए उपस्थित अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया। ग्राम पंचायत कुथरेल के सरपंच श्रीमती रश्मि चन्द्राकर ने भी शिविर के संबंध में अपने विचार व्यक्त किये। शिविर में सम्मिलित स्वयंसेवी विद्यार्थियों ने शिविर के दौरान किये कार्यों और अनुभव के संबंध में अपने विचार साझा किये। इस अवसर पर राष्ट्रीय योजना के प्रभारी अधिकारी, प्राध्यापक गण, पंचायत प्रतिनिधि, स्वयंसेवी विद्यार्थी उपस्थित थे।

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