R.O. No. : 13047/ 53 M2
छत्तीसगढ़रायपुर

नवा रायपुर में साइबर भवन का शुभारंभ: मुख्यमंत्री साय ने साइबर अपराध से निपटने के लिए उठाए ठोस कदम

साइबर भवन का उद्घाटन:

  • मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नवा रायपुर में राज्य स्तरीय साइबर भवन का शुभारंभ किया
  • साइबर अपराध की चुनौती से निपटने के लिए जागरूकता और तकनीकी दक्षता पर जोर

जनजागरूकता अभियान:

  • अक्टूबर में 410 कार्यक्रमों के माध्यम से 23 लाख लोगों तक पहुंचाई गई साइबर सुरक्षा की जानकारी
  • जनजागरूकता को अपराध रोकने का सबसे कारगर उपाय बताया

पुलिस विभाग की सराहना:

  • क्रिप्टोकरेंसी और शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़
  • छत्तीसगढ़ पुलिस की तकनीकी दक्षता और ट्रैकिंग क्षमता की प्रशंसा

शैक्षणिक संस्थानों के साथ सहयोग:

  • आईआईटी भिलाई और आईआईएम रायपुर के साथ हुए अनुबंध
  • साइबर अपराध और मानव तस्करी जैसे मुद्दों पर समाधान के लिए नए प्रयास

पुलिस कल्याण के लिए एमओयू:

  • 8 बैंकों के साथ समझौता, पुलिसकर्मियों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की पहल
  • “समाधान” और “सशक्त” मोबाइल ऐप का लॉन्च

सम्मान और प्रोत्साहन:

  • साइबर अपराधों की उत्कृष्ट विवेचना करने वाले पुलिसकर्मियों का सम्मान
  • बच्चों की सुरक्षा के लिए यूनिसेफ के ऑनलाइन मॉड्यूल की सराहना

       रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर में राज्य स्तरीय साइबर भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने साइबर अपराध की चुनौतियों और उससे निपटने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री ने कहा साइबर अपराध आज के समय की सबसे बड़ी चुनौती है और इसे रोकने के लिए जागरूकता और तकनीकी दक्षता का होना अत्यंत आवश्यक है। राज्य सरकार ने इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिनमें साइबर भवन का उद्घाटन एक अहम पहल है।

       मुख्यमंत्री श्री साय ने अक्टूबर माह में प्रदेश में आयोजित 410 जनजागरूकता कार्यक्रमों का उल्लेख किया, जिसके माध्यम से 23 लाख लोगों तक साइबर सुरक्षा की जानकारी पहुंचाई गई। उन्होंने कहा कि जनजागरूकता अभियान साइबर अपराध रोकने का सबसे महत्वपूर्ण कदम है।

       मुख्यमंत्री श्री साय ने पुलिस विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा हमारे पुलिस अधिकारियों ने क्रिप्टो करेंसी और शेयर ट्रेडिंग के बहाने ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह को पकड़ा है। यह साबित करता है कि छत्तीसगढ़ पुलिस अपराधियों को ट्रैक करने में पूरी तरह सक्षम है। उन्होंने तकनीकी दक्षता को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आईआईटी भिलाई और आईआईएम रायपुर के साथ हुए अनुबंध साइबर अपराध और मानव तस्करी जैसी समस्याओं के समाधान के लिए एक मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होंने बच्चों की सुरक्षा को लेकर यूनिसेफ द्वारा बनाए गए ऑनलाइन मॉड्यूल की प्रशंसा की।

       कार्यक्रम में पुलिस कर्मियों के कल्याण के लिए 8 बैंकों के साथ एमओयू साइन किया गया, जिसके तहत पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को विपरीत परिस्थितियों में आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने पुलिस विभाग द्वारा निर्मित समाधान मोबाइल ऐप और सशक्त मोबाइल ऐप को लांच किया। उन्होंने साइबर अपराधों की उत्कृष्ट विवेचना करने वाले पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया।

Related Articles

Back to top button