SAIL BSP Hospital: आर्थो, मेडिसिन, आंख, ENT, पीडियाट्रिक, चेस्ट, मनोविज्ञान के डॉक्टर बैठेंगे सेक्टर 1 अस्पताल के OPD में
- फार्मेसी को चुस्त दुरुस्त एवं उन्नत बनाना बहुत जरूरी है।
- पीडियाट्रिक, चेस्ट एवं मनोविज्ञान विभाग की ओपीडी शुरू हो रही है।
- दवाइयां रखने का अलग से बंदोबस्त किया जाता है।
सूचनाजी न्यूज़, भिलाई। भिलाई में सेक्टर 9 अस्पताल (Sector 9 Hospital) एवं सेक्टर 1 अस्पताल (Sector 1 Hospital) के अलावा अलग-अलग सेक्टरों में हेल्थ सेंटर (Health center) का एक बड़ा ताना बाना था, जो लगातार घटता चला गया। सेक्टर 1 जैसे अस्पताल भी बंद होने की कगार पर पहुंच गया, जिस पर सीटू लगातार बात उठा रहा था।
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पिछले कुछ समय से वहां कुछ विभागों की ओपीडी (OPD) शुरू करने के संदर्भ में बात सामने आ रही थी। 4 दिसंबर को इस आशय का पत्र सेक्टर 9 अस्पताल प्रबंधन की तरफ से जारी किया गया, जिसके तहत 9 दिसंबर से सेक्टर 1 अस्पताल में छः नई ओपीडी शुरू हो रहे हैं, जिसका सीटू स्वागत करता है।
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इन डॉक्टरों के सेक्टर 1 ओपीडी में बैठने से ना केवल खुर्सीपार से लेकर सेक्टर 1 के आसपास के सेक्टर के निवासियों को मदद मिलेगा, बल्कि सेक्टर 9 के ऊपर दबाव भी कम होगा।
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अब लगभग 6 विभाग के डॉक्टर बैठेंगे सेक्टर 1 अस्पताल के ओपीडी में
सेक्टर 9 अस्पताल प्रबंधन दिनांक 9 दिसम्बर सोमवार से सेक्टर 1 अस्पताल में छः विभागों की नई ओ पी डी व्यवस्था चालू करने जा रहा है जिसमें
> बच्चों के डाक्टर सोमवार यूनिट-2 और गुरूवार यूनिट-1
> चेस्ट मेडिसिन के डाक्टर मंगलवार (डा सुदिप्तो,डा ए के बैनर्जी) और शुक्रवार (डा अतुल,डा टी दास)
> हड्डियों के डाक्टर बुधवार ( डा जे दवे) और शनिवार को ( डा वी के बंसल)
> आंखों के डाक्टर शनिवार को यूनिट 1/2 से
> नाक कान गला के डाक्टर बुधवार और शनिवार को (डा नीता शर्मा)
> मनोविज्ञान के डाक्टर बुधवार को डा राहुल और शनिवार को डा अमित नायक बैठेंगे।
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यह आदेश 4 दिसंबर को अस्पताल प्रबंधन डा सौरव मुखर्जी ने जारी किया है। ज्ञात हो कि मेडिसिन एवं ऑंकोलॉजी के डॉक्टर पहले से ही सेक्टर 1 अस्पताल के ओपीडी में बैठ रहे हैं
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नर्सिंग स्टाफ एवं अटेंडेंट की संख्या भी बढ़ाना जरूरी
सीटू महासचिव जगन्नाथ प्रसाद त्रिवेदी ने कहा कि मूलभूत सुविधाओं में मैनपावर की कटौती करना ठीक नहीं है। किंतु उच्च प्रबंधन संयंत्र के विभिन्न विभागों से लेकर कर्मियों एवं उनके परिजनों को मूलभूत सुविधाएं देने वाले विभागों तक हर जगह मैनपॉवर में कटौती कर रहा है, जिसके कारण लगातार समस्याएं बढ़ रही है।
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सीटू ने मांग की है कि सेक्टर 1 में खोले जा रहे नई ओपीडी सहित सेक्टर 9 में नर्सिंग स्टाफ एवं अटेंडेंट की संख्या भी बढ़ाना जरूरी है, ताकि लोगों के स्वास्थ्य सुविधाओं में किसी तरह की परेशानी एवं दिक्कत ना हो।
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फार्मेसी एवं फार्मासिस्ट की व्यवस्था को करें चुस्त
सेक्टर 1 अस्पताल में विभिन्न ओपीडी के शुरू करने के साथ ही फार्मेसी को चुस्त दुरुस्त एवं उन्नत बनाना बहुत जरूरी है, क्योंकि पीडियाट्रिक, चेस्ट एवं मनोविज्ञान विभाग की ओपीडी शुरू हो रही है जिसकी दवाइयां रखने का अलग से बंदोबस्त किया जाता है। साथ ही साथ सेक्टर 1 अस्पताल में फार्मासिस्ट भी सेवानिवृत हो रहे हैं। और यह बात संज्ञान में आ रही है कि प्रबंधन अभी तक नए फार्मासिस्टों के भर्ती करने के संदर्भ में कोई विशेष प्लान नहीं किया है। इसीलिए अविलंब इस दिशा में प्लान करने एवं उस प्लान पर अमल करने की आवश्यकता है।
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लगातार काम का बोझ बढ़ रहा है अस्पताल कर्मियों पर
सीटू नेता ने कहा कि अस्पताल कर्मियों के लगातार सेवनिवित्त होने के कारण मौजूदा कर्मियों पर लगातार काम का बोझ बढ़ रहा है, जो कि अस्पताल की व्यवस्था तथा कर्मियों एवं उनके परिजनों को मुवैया करवाए जा रहे।
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स्वास्थ्य सेवाओं के लिए ठीक नहीं है, क्योंकि कार्य के बोझ बढ़ाने के कारण यदि स्वास्थ्य कर्मी मानसिक दबाव में काम करते हैं तो यह बीमार लोगों के इलाज के लिए ठीक नहीं है। इसीलिए उच्च प्रबंधन को इस पूरे विषय पर अध्ययन कर उचित कदम उठाना चाहिए।
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