कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में दिए महत्वपूर्ण निर्देश
सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और यातायात नियमों के पालन पर विशेष जोर
बोगदा पुलिया से डी-मार्ट एवं आरोग्यम हॉस्पिटल से झरोखा बोगदा पुलिया तक मुख्य सड़क मार्ग के दोनों ओर सर्विस रोड किया जाएगा निर्माण
राजेन्द्र पार्क चौक से ग्रीन चौक तक लगेगा डिवाईडर
सर्विस लेन से अतिक्रमण को हटाने अधिकारी को दिए निर्देश
दुर्ग। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने यातायात नियमों का कड़ाई से पालन कराने सहित सड़क दुर्घटनाओं को रोकने प्रभावी उपाय करने को कहा। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एन.एच.ए.आई.) को झरोखा बोगदा पुलिया से डी-मार्ट एवं आरोग्यम हॉस्पिटल से झरोखा बोगदा पुलिया तक मुख्य सड़क मार्ग के दोनों ओर सर्विस रोड निर्माण हेतु आवश्यक कार्यवाही करने को कहा, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे डी-मार्ट, मारूति शोरूम, झरोखा मैरिज पैलेस, हेरीटेज इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल जैसे अन्य व्यवसायिक संस्थाआंे में आवागमन के दौरान आम नागरिकों को सुविधा होगी। उन्होंने नगर निगम अधिकारी को नेहरू नगर चौक से कुम्हारी टोल प्लाजा तक राष्ट्रीय राजमार्ग-53 के दोनों ओर निर्मित सर्विस लेन में अतिक्रमण को हटाने के साथ समतल करने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती लता उर्वशा, आरटीओ श्री एस.एल.लकड़ा, श्री सुभाष बंजारे, डीएसपी श्री विंदराज, बीएसपी श्री सरोज झा व श्री कमरूद्दीन, कार्यपालन अभियंता, नगर निगम, एन.एच.ए.आई सहित लोक निर्माण विभाग विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
संभागायुक्त श्री राठौर ने न्यायालयीन आदेश पारित कर अपराधी को केन्द्रीय जेल दुर्ग में निरूद्ध करने दिये आदेश
दुर्ग। दुर्ग संभाग के आयुक्त श्री सत्यनारायण राठौर ने पुलिस अधीक्षक दुर्ग के प्रतिवेदन पर स्वापक, औषधि और मनःप्रभावी पदार्थ अवैध व्यापार, निवारण अधिनियम-1988 की धारा-3 सहपठित धारा-11 के तहत न्यायालयीन आदेश पारित कर आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रोहित कनौजिया पिता नंदू कनौजिया निवासी यादव चौक रूआबांधा बस्ती भिलाई जिला दुर्ग को 06 माह के लिए केन्द्रीय जेल दुर्ग में निरूद्ध करने आदेशित किया है। आदेश पारित करने के पूर्व संभाग आयुक्त द्वारा न्यायालय में प्रस्तुत जवाब/तर्क, न्याय दृष्टांतों एवं शपथपूर्वक कथन का अध्ययन कर उस पर मनन किया गया। प्रकरण में प्रस्तुत ईश्तगासा मय दस्तावेजों का अवलोकन किया गया है। तथ्य के अनुसार रोहित कनौजिया के विरूद्ध नारकोटिक्स एक्ट के 02 मामले दर्ज कर कार्यवाही की गई है। इसके अलावा लड़ाई, झगड़ा व मारपीट, जुआं, आर्म्स एक्ट, हत्या का प्रयास के भी मामले लगातार दर्ज होते रहे हैं। जेल से छूट जाने के पश्चात् लगातार आपराधिक गतिविधियों में संलप्ति रहा है तथा उसकी प्रवृत्ति में कोई सुधार नहीं हुई है। वर्तमान में भी शराब व गांजा सहित अन्य मादक पदार्थ बेचने की शिकायत लगातार मिलती रही है। स्वतंत्र साक्षी के कथन से यह तथ्य प्रकाश में आया है कि रोहित कनौजिया रूआबांधा क्षेत्र में हर मोहल्ले में लड़कों का गेंग बना कर रखा है। साथ ही उक्त क्षेत्र में गांजा/शराब बेचने का कार्य निरंतर किया जा रहा है। जमानत पर न्यायालय से छूट जाने से उसका मनोबल बढ़ता जा रहा है। वह अवैध रूप से शराब व गांजा जैसे नशीली पदार्थों का अवैध व्यापार करने का आदी हो गया है। उनकी आपराधिक गतिविधियों से समाज में रहने से विपरीत प्रभाव पड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। ऐसी स्थिति में प्रकरण में आये प्रतिवेदन, जवाब, साक्षियों के बयान एवं तर्क के आधार पर उसे जेल में निरूद्ध किया जाना आवश्यक है।
ज्ञात हो कि पुलिस अधीक्षक दुर्ग के प्रतिवेदन के अनुसार अनावेदक के द्वारा आदतन अपराध घटित करने के कारण इस पर अंकुश लगाने प्रतिबंधक धाराओं के तहत कार्यवाही की गई है। इसके बाद भी इसकी आदतों में कोई सुधार परिलक्षित नहीं हुआ, बल्कि ये अपराधी बन गया है। आम जनता में इसके आतंक से भय व्याप्त हो गया है। लोग इसके विरूद्ध रिपोर्ट करने की साहस करना तो दूर इसकी उपस्थिति की सूचना देने तक के लिए घबराते हैं। अनावेदक के विरूद्ध थाना भिलाई नगर जिला दुर्ग में 16 विभिन्न अपराधिक प्रकरण दर्ज है। पुलिस द्वारा आपराधिक एवं प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर पृथक-पृथक न्यायिक दण्डाधिकारी एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी के न्यायालय में प्रकरण प्रस्तुत किये गये। अनावेदक के विरूद्ध इसके भय एवं आतंक के कारण कोई भी जन साधारण न्यायालय में गवाही देने से बचता है। संभागायुक्त श्री राठौर ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए 06 दिसम्बर 2024 को न्यायालयीन आदेश पारित कर अपराधिक प्रवृत्ति में संलिप्त रोहित कनौजिया को केन्द्रीय जेल दुर्ग में निरूद्ध करने के आदेश दिये हैं।
दुर्ग। जिले के ग्राम बोरई निवासी रामकृष्ण साहू के परिवार के लिए 8 फरवरी 2023 का दिन उनकी जिंदगी में एक बड़ा मोड़ लेकर आया। एक साधारण मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले रामकृष्ण, एक निजी कंपनी में अकाउंटेंट के रूप में कार्यरत हैं, और उनकी पत्नी जांत्री साहू घर पर ही छोटे बच्चो को ट्यूशन क्लास कराती हैं। उनकी 8 वर्षीय बेटी नित्या की हंसी-खुशी भरी जिंदगी उस दिन अचानक बदल गई, जब खेलते समय वह गिर गई। परिवार ने तुरंत डॉक्टर से संपर्क किया। जांच में खुलासा हुआ कि नित्या दुर्लभ और गंभीर न्यूरोलॉजिकल विकार गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) से पीड़ित है। यह बीमारी शरीर की तंत्रिका तंत्र और मांसपेशियों को कमजोर कर देती है। नित्या की स्थिति ने पूरे परिवार को गहरे संकट में डाल दिया।
मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना बनी जीवनदायिनी
आर्थिक चुनौतियों के बीच उपचार की शुरुआत करते हुए रामकृष्ण और जांत्री ने अपनी बेटी को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए। चार महीने तक अस्पताल में नित्या का इलाज चला। इलाज के दौरान उनकी आर्थिक स्थिति पर भारी दबाव पड़ा। इलाज का खर्च मध्यम वर्गीय परिवार के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया। इस कठिन समय में, रामकृष्ण ने मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत आवेदन किया। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में उनकी अपील पर त्वरित कार्रवाई हुई। आवेदन करने के कुछ ही दिनों के भीतर उन्हें 1,75,000 रू. की सहायता राशि प्रदान की गई। यह सहायता राशि उनके लिए उम्मीद की एक किरण बनकर आई। रामकृष्ण ने बताया, “सरकार की इस मदद ने हमारी बेटी को एक नया जीवन दिया। हम छत्तीसगढ़ सरकार और माननीय मुख्यमंत्री के प्रति गहरा आभार व्यक्त करते हैं।”
आज नित्या पूरी तरह स्वस्थ है और फिर से अपनी सामान्य जिंदगी जी रही है। रामकृष्ण साहू का परिवार मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रति कृतज्ञता प्रकट करता है। यह कहानी दर्शाती है कि छत्तीसगढ़ सरकार कैसे संकट में फंसे परिवारों की मदद के लिए तत्पर है और उनकी समस्याओं का समाधान करती है। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना जैसे प्रयास जरूरतमंदों के लिए एक मजबूत सहारा है, जो यह सुनिश्चित करते हैं कि राज्य के हर नागरिक को जीवन के कठिन क्षणों में सरकार का समर्थन मिले। यह योजना छत्तीसगढ़ शासन की मानवीय दृष्टि और संवेदनशीलता का प्रमाण है।
दुर्ग विख के ग्राम मचांदूर में जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर 12 दिसम्बर को
दुर्ग। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशानुसार जिले के दुर्ग विकासखण्ड के ग्राम मचांदूर में 12 दिसम्बर 2024 को दाऊ उत्तम साव शासकीय महाविद्यालय में जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया है। समस्त विभाग के अधिकारियों को आवश्यक विभागीय जानकारी के साथ शिविर में प्रातः 10 बजे उपस्थिति सुनिश्चित करने कहा गया है।
नवीन उप पंजीयक कार्यालय ग्राम बोरी में
विधायक श्री ईश्वर साहू 13 दिसंबर को करेंगे शुभारंभ
दुर्ग। छत्तीसगढ़ शासन वाणिज्यिक कर पंजीयन (विभाग) द्वारा जिले में नवीन उप पंजीयक कार्यालय बोरी (अचल संपत्ति से संबंधित पंजीयन) में प्रारंभ किया जा रहा है। नवीन कार्यालय ग्राम बोरी में पुराना तहसील कार्यालय भवन, शासकीय चिकित्सालय के पास संचालित होगा। नवीन कार्यालय में पंजीयन कार्य 16 दिसंबर 2024 दिन सोमवार से प्रारंभ होगा। नवीन उप पंजीयक कार्यालय का शुभारंभ विधानसभा क्षेत्र साजा विधायक श्री ईश्वर साहू के मुख्य आतिथ्य में 13 दिसंबर 2024 को किया जाएगा। जिला पंजीयक सुश्री प्रियंका श्रीरंगे से प्राप्त जानकारी अनुसार नवीन उप पंजीयक कार्यालय के प्रारंभ होने से चीचा, डोड़की, देउरकोना, अरसी, सुखरीकला, टेकापार, तुमाखुर्द, फुण्डा, सिलतरा, बोरीबुजुर्ग, परसदाखुर्द, दनिया, पथरिया, डोमा, नवांगांव, परसदापार, मड़ियापार, पुरदा, करेली, गाड़ाडीह, लिटिया, जोगीगुफा, सेमरिया, हसदा, चिखला, बिरेझर, हिरी, खर्रा, रौता, टेमरी, पोटिया, सेवती कुल 32 ग्रामों की रजिस्ट्रीयां स्थानीय रूप से हो सकेंगी तथा पक्षकारों को दुर्ग या धमधा जाने की आवश्यकता नहीं होगी। पूर्व में इन ग्रामों की रजिस्ट्रीयां धमधा या दुर्ग में ही होती थीं अब इन सभी क्षेत्रों की रजिस्ट्रीयां नवीन उप पंजीयक कार्यालय बोरी में होंगी। उप पंजीयक कार्यालय का स्थानीयकरण होने से इन क्षेत्रों की निवासी आमजनता को जहां पंजीयन कराने के लिए दुर नहीं जाना पड़ेगा वहीं उप पंजीयक कार्यालय दुर्ग तथा धमधा में भी क्षेत्र की कमी होने से कार्यालयों में भीड़ कम होगी। 16 दिसंबर 2024 से नवीन उप पंजीयक कार्यालय बोरी में इन सभी क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले अचल संपत्तियों से संबंधित समस्त दस्तावेजों का पंजीयन कराया जा सकता है।
जिला पंचायत सीईओ ने आवास के निर्माण कार्यों का किया निरीक्षण
दुर्ग। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के मार्गदर्शन में जिला पंचायत के सीईओ श्री बजरंग कुमार दुबे ने प्रधान मंत्री आवास योजना के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जनपद पंचायत पाटन के ग्राम पंचायत सांतरा में आवास के हितग्राहियों से चर्चा की और हितग्राहियों को आवास निर्माण योजना से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने संबंधित अधिकारी को ग्राम पंचायत में अप्रारंभ आवास के कार्यों को तत्काल प्रारंभ करने के लिए कहा। ग्राम सांतरा, छाटा, गोंडपेंड्री के प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत चल रहे कार्यों का निरीक्षण कर आवास कार्यों को समय सीमा के भीतर पूर्ण करने के निर्देश दिये।
भ्रमण के दौरान प्रगतिरत् कार्यों के हितग्राही अनुज बघेल, रंजीत, राम बघेल, गेंदलाल, सत बाई एवं सुख्खु ने बताया कि शासन द्वारा 02 किस्त का अनुदान प्राप्त हो चुका है। सीईओ श्री दुबे ने हितग्राहियों को आवास निर्माण प्रक्रिया की जानकारी दी और उन्हे प्रोत्साहित किया। उन्होंने रोजगार सहायक को समय में मस्टरोल जारी करवा कर 90 दिवस का भुगतान करने एवं आवास मित्र, तकनीकी सहायक को आवश्यक निर्देश दिए। इसी प्रकार ग्राम छाटा में जीवनलाल, धोराजी, पन्नालाल और गुलाब चंद के आवास का और ग्राम गोंडपेंड्री में हितग्राही कुमारी बाई के आवास का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जनपद पंचायत पाटन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, सहायक परियोजना अधिकारी मनरेगा, आवास कॉर्डिनेटर जिला पंचायत, कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा, तकनीकी सहायक, आवास मित्र, रोजगार सहायक, सरपंच, सचिव उपस्थित थे।
राशनकार्ड की नवीनीकरण 28 फरवरी तक
दुर्ग। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत प्रचलित राशनकार्डों के नवीनीकरण हेतु 31 अक्टूबर 2024 तक वृद्धि की अनुमति प्रदान की गई थी। प्रभारी खाद्य नियंत्रक श्री टी.एस. अत्री के अनुसार राज्य शासन द्वारा विचारोंपरांत राशनकार्ड नवीनीकरण की समय-सीमा 01 दिसम्बर 2024 से 28 फरवरी 2025 तक बढ़ायी गई है।
हर्ष और टिकेश्वर ने किया रक्तदान
दुर्ग। जिला चिकित्सालय दुर्ग में एडमिट गंभीर मरीज पार्वती साहू डिलीवरी वार्ड और कन्हैया दास मेल मेडिकल वार्ड दोनों को ए नेगेटिव ब्लड की आवश्यकता थी। ब्लड बैंक नोडल अधिकारी डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि रक्तदाता हर्ष सोनी द्वारा ए नेगेटिव ब्लड और टिकेश्वर साहू द्वारा ए नेगेटिव ब्लड दिया गया। डिलीवरी वार्ड में एडमिट इंद्राणी के लिए दो यूनिट एबी नेगेटिव ब्लड की आवश्यकता थी, तो गोपाल गुप्ता द्वारा 104 बार एबी नेगेटिव और देवेश द्वारा 11वीं बार एबी नेगेटिव ब्लड दिया। नवदृष्टि फाउंडेशन के संस्थापक श्री राज अड़तीया द्वारा रक्तदाता उपलब्ध कराकर जान बचाई गयी। इस रक्तदान के समय रक्त कोष अधिकारी डॉ. पीयूष श्रीवास्तव, काउंसलर टी.एस. एंथोनी, स्टाफ नर्स तरूणा रावत, लैब इंचार्ज रूपेश सरपे, सीनियर लैब टेक्नीशियन महेंद्र चंद्राकर, मधुसूदन, कुसुम चंद्राकर, अटेंडेंट कौशल, हिमांशु चंद्राकर, माला, प्रशिक्षणार्थी वर्षा, मानसी, रूचि, धानेश्वरी उपस्थित थे। सभी ने रक्तदाता को साधुवाद देकर उसके उज्जवल भविष्य की कामना की।
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्न्यन योजना अंतर्गत ऑनलाईन आवेदन आमंत्रित
दुर्ग। भारत सरकार द्वारा खाद्य प्रसंस्करण उद्यम मंत्रालय ने एक पैकेज सहायता तथा सेवाओं के माध्यम से (पीएमएफएमई) प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना प्रारंभ की गई हैं। इच्छुक हितग्राहियों से योजना अंतर्गत ऑनलाईन आवेदन आमंत्रित की गई है। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के मुख्य महाप्रबंधक श्री सीमोन एक्का से मिली जानकारी अनुसार इस योजना का मुख्य उद्देश्य सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण एकल उद्यमी, एफपीओ, स्व सहायता समूह एवं सहकारिता को बैंक के माध्यम से क्रेडिट लिंक्ड पूंजी सब्सिडी दिया जाना है। इस योजना के तहत नवीन एवं मौजूदा दोनों उद्यमी को पात्र परियोजना लागत का 35 प्रतिशत अधिकतम 10 लाख तक छूट का प्रावधान है। हितग्राही स्वयं का योगदान 10 प्रतिशत एवं शेष राशि बैंक के माध्यम से ऋण प्रदाय किया जाएगा। इसमें सभी प्रकार के खाद्य सामग्री वनोपज पर आधारित निर्मित उत्पाद जैसे-आचार, ब्रेड, चिप्स, जूस (फूट जूस) नमकीन/मिक्चर, सत्तू, पनीर, पोटेटो फ्रेंच फाई, मिर्ची पावडर उत्पादन, मैगी, चूड़ा, सांस, आईस निर्माण, मिल्क प्लांट, मछली आहार, कार्बाेनेट वाटर, नूडल्स, धनिया पाउडर, मिठाई, तिलकुट, चटनी, पापड़, बिस्कुट, कुरकुरे, साबुदाना, सेवई, दाल, गजक, हल्दी पाउडर, गरम मसाला, उपमा, ड्राई फुट, पास्ता/मेक्रोनी, धान मिल, केक, घी, मुर्गी आहार, आटा चक्की उद्योग, गुड़ उत्पादन, ड्राई प्याज, चॉकलेट, ओट्स (दलिया), मिश्री दाना, बड़ी, चनाचूर, जैम/जैली, पेठा, आईसकेण्डी, पेड़ा, चिकी, मसाला, पोहा, चना भुजा, कैचअप, मूढ़ी, तेल मिल, टोस्ट, पशु आहार, मशरूम उत्पादन, मखाना, सोयाबीन का पनीर निर्माण, लहसुन प्याज अदरक पेस्ट निर्माण, पॉपकार्न, स्नेक्स (मक्रेन), बतासा निर्माण व अन्य खाद्य संबंधित उत्पादों को योजना के तहत लाभ प्रदान किया जाएगा। इच्छुक हितग्राही योजनांतर्गत योजना की वेबसाईट www.pmfme.mofpi.gov.in/pmfme/#
जिले के कलेक्टर होंगे विहित अधिकारी