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धान के बोरे के ₹15 पर राजनीति करने वाली भाजपा डीएपी का दाम बढ़ाकर ₹1900 किए जाने पर क्यों चुप है?

1100 का डीएपी 1900 का हो गया, 62 का डीज़ल 92 का और प्रधानमंत्री 2000 रुपए खाते में डालकर यूं दिखा रहे हैं मानों किसानों पर एहसान कर दिया और भाजपा नेता ताली बजा रहे हैं

किसानों का दर्द न भाजपा कभी समझ पाई है और न कभी समझ पाएगी

लाखों किसान अब भी दिल्ली की सीमा पर बैठे हैं उनकी सुध भी मोदी की किसान विरोधी सरकार नहीं ले रही है

       रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि केंद्र के द्वारा कथित सम्मान निधि का 500 करोड़ रुपए दिए जाने पर भारी गुणगान करने वाली भाजपा राज्य सरकार द्वारा राजीव गांधी किसान सम्मान योजना में छत्तीसगढ़ के किसानों को 6000 करोड़ से अधिक की राशि दिए जाने का स्वागत क्यों नहीं करती? भाजपा दोहरे मापदंडों की राजनीति कब तक करती रहेगी?
       शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा का किसान विरोधी चरित्र उजागर हो चुका है। किसान सम्मान निधि केंद्र सरकार किस्तों में दें तो बहुत उचित है और राज्य सरकार राजीव गांधी किसान सम्मान योजना की राशि कोरोना के विपरीत परिस्थितियों में भी किसानों को दे रही है तो इसमें भाजपा को बड़ी तकलीफ है।
       भाजपा के दोहरे चरित्र को उजागर करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि धान के बोरे के ₹15 पर राजनीति करने वाली भाजपा डीएपी का दाम ₹1900 किए जाने पर क्यों खामोश है? भाजपा 2018 का विधानसभा चुनाव हारने के बाद और उसके पहले भी छत्तीसगढ़ के लोगों से छत्तीसगढ़ की जन भावनाओं से छत्तीसगढ़ के मजदूर किसानों से पूरी तरह से कट चुकी है।
       उन्होंने कहा है कि किसानों की कृषि ऋण माफी के लिए कांग्रेस नेताओं ने पत्रकारवार्ता लेकर गंगाजल उठाया था कि इसे 10 दिन में पूरा किया जाएगा। इसे 10 दिन नहीं 10 घंटे भी नहीं लगे और कांग्रेस सरकार ने किसानों की कृषि ऋण माफी का फैसला लिया। भाजपा बार-बार गंगाजल की शपथ को शराबबंदी से जोड़ती है जबकि गंगाजल को लेकर कोई झूठ बात की नहीं जाती और ऐसी झूठ बात करके भाजपा हिंदू धर्म की सबसे बड़ी शपथ गंगाजल की शपथ का अपमान कर रही है और मां गंगा का नाम लेकर झूठ बोल रही है जिसके लिए भाजपा को कभी कोई माफ नहीं करेगा।
       2022 में किसानों की आय दोगुनी करने की बात की लेकिन भाजपा की केंद्र सरकार ने तो तीन काले कानून किसानों के लिए लाए हैं जिनसे व्यापारियों को जमाखोरी करने किसानों की जमीन ठेके पर लेने और किसानों की उपज बिना समर्थन मूल्य के खरीदने की छूट मिल रही। 2014 की लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्र में भाजपा ने कहा था कि किसानों के लिए स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश लागू की जाएगी लेकिन उसका आज तक अता पता नहीं। छल करने और झूठ बोलने के अपने चरित्र के चलते भाजपा ने स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों का मूल रूप ही बदल दिया। किसानों की खेती की लागत के साथ-साथ किसान खेत में जो खुद मजदूरी करता है उन दोनों को जोड़कर उसके ऊपर किसानों को 50 प्रतिशत लाभ देने की बात स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश में है। केंद्र की भाजपा सरकार ने षडयंत्रपूर्वक किसान की खुद की मेहनत और मजदूरी को स्वामीनाथन कमेटी के सिफारिश से हटा दिया।
       किसानों से धोखाधड़ी भाजपा का पुराना चरित्र है। भाजपा का कहना साफ हर किसान का कर्जा माफ बोलकर भाजपा ने किसानों के साथ पहले भी छल किया था। ₹270 बोनस 5 साल तक ₹300 बोनस 5 साल तक ₹2100 समर्थन मूल्य 5 हॉर्स पावर पंप की मुफ्त बिजली जैसे अनेक वादों में भाजपा ने किसानों के साथ छल किया है। किसानों को धोखा देना मतदाताओं के साथ कपट करना और चुनाव जीतने के बाद घोषणाओं को जुमला कहना यह भाजपा का चरित्र है।
       1100 का डीएपी 1900 का हो गया, 62 का डीज़ल 92 का और प्रधानमंत्री 2000 रुपए खाते में डालकर यूं दिखा रहे हैं मानों किसानों पर एहसान कर दिया और भाजपा नेता ताली बजा रहे हैं। किसानों का दर्द न भाजपा कभी समझ पाई है और न कभी समझ पाएगी। लाखों किसान अब भी दिल्ली की सीमा पर बैठे हैं उनकी सुध भी मोदी की किसान विरोधी सरकार नहीं ले रही है।

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