औचक निरीक्षण पर खुड़मुड़ी स्कूल पहुंचे प्रभारी सचिव, बच्चों से पूछा कैसी चल रही पढ़ाई
विकास कार्यों का किया अवलोकन, जलजीवन मिशन, सड़क, पुल-पुलियों और पाटन शहर में चल रहे अधोसंरचना के कार्य देखे
दुर्ग। आज जिले के प्रभारी सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेसी औचक निरीक्षण के लिए पाटन ब्लाक पहुँचे। यहाँ उन्होंने निर्माणाधीन विकास योजनाओं का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों की बैठक भी ली। प्रभारी सचिव ने इस दौरान खुड़मुड़ी स्कूल का निरीक्षण भी किया। यहां दसवीं के छात्र-छात्राओं से वो रूबरू हुए। शिक्षिका ने बताया कि शासन की गाइडलाइन के अनुरूप सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए और पूरे सैनिटाइजेशन के बाद कक्षाएं आरंभ की गई हैं। सभी शिक्षिकों को कोरोना का कम से कम एक टीका लग गया है। एसडीएम श्री विपुल गुप्ता ने बताया कि शिक्षकों को कोरोना टीका लगाने के लिए विशेष शिविर भी लगाया गया था। प्रभारी सचिव देवादा भी पहुँचे, यहाँ उन्होंन जलजीवन मिशन के अंतर्गत हो रहे कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने नल कनेक्शन लेने वाले हितग्राहियों से चर्चा भी की। हितग्राहियों ने बताया कि जलजीवन मिशन के अंतर्गत नल कनेक्शन आया है। शुद्ध पेयजल और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में यह बड़ा कदम है। प्रभारी सचिव ने अमलेश्वर से सांकरा तक निर्माणाधीन सड़क की प्रगति देखी। साथ ही उन्होंने साढ़े आठ किमी लंबे पाटन-बठेना-छावनी सड़क का निरीक्षण भी किया और 17 किमी लंबे कौही-रानीतराई सड़क का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां उपस्थित अधिकारियों को कहा कि निर्माण कार्याे की गुणवत्ता पर लगातार निगाह रखें। इन सड़कों पर पुल-पुलिया भी नालों में बने हैं। बरसाती नालों बरसात के दिनों में काफी उफान पर होते हैं इसलिए निर्माण के वक्त इनकी मजबूती का पूरा ध्यान रखें। प्रभारी सचिव ने पाटन में निर्माणाधीन संरचनाओं के संबंध में भी विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने आडिटोरियम, स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स जैसे निर्माणाधीन भवनों को समय पर एवं गुणवत्तायुक्त तरीके से पूरा करने के निर्दश दिये। प्रभारी सचिव ने खेतों में पानी की स्थिति भी देखी तथा फसल के संबंध में, खाद आदि की उपलब्धता के विषय में भी अधिकारियों से जानकारी ली। पाटन सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में उन्होंने सभी निर्माणाधीन भवनों को समय पर पूरा करने एवं गुणवत्ता का ध्यान रखने एवं विभागीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए तेजी से कार्य करने अधिकारियों को निर्देशित किया।
एशिया महाद्वीप की सबसे लंबी नहर वितरक शाखाओं में सेएक के रूप में चर्चित सिपकोना वितरक नहर को दशक भर बाद मिली गाद से मुक्ति
पहले 22 गांवों में हो पाती थी सिंचाई, अब 51 गांवों में हो सकेगी सिंचाई
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर जिले में रख-रखाव के अभाव में अनुपयोगी होती जा रही सिंचाई योजनाओं का हो रहा जीर्णाेद्धार, सिपकोना नहर से सैकड़ों किसानों के खेतों को मिलेगी संजीवनी
दुर्ग। एशिया महाद्वीप की सबसे लंबी नहर वितरक शाखाओं में से एक के रूप में चर्चित सिपकोना वितरक नहर को एक दशक से भी अधिक समय बाद गाद से पूरी तरह से मुक्ति मिल चुकी है। वर्ष 2008 में काम पूरा होने के बाद इसमें एक बार भी सफाई नहीं हुई थी। नहर में गाद अटती जा रही थी और धीरे-धीरे इसके किनारे बसे गांवों में खेतों को सिंचाई का पानी मिलना बंद होता गया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर अनुपयोगी सिंचाई योजनाओं को पुनः दक्ष बनाने के मिशन के अंतर्गत सिपकोना नहर वितरक शाखा को भी लिया गया। 42 किमी की लंबाई तक मनरेगा के माध्यम से गाद निकाली गई। मनरेगा के माध्यम से रोजगार सृजन भी बड़े पैमाने पर हुआ और खेतों को संजीवनी देने वाली वितरक शाखाओं की गाद भी हटने लगी। इस संबंध में जानकारी देते हुए जल संसाधन विभाग के एसडीओ श्री एनआर वर्मा ने बताया कि हमने बालोद जिले और दुर्ग जिले में गाद हटाने के लिए मनरेगा के माध्यम से प्रोजेक्ट रखा। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के मार्गदर्शन में यह कार्य शुरू हुआ और छह महीने की अवधि में यह काम पूरा हो गया है। उन्होंने बताया कि 8 किमी तक अतिरिक्त लाइनिंग का प्रस्ताव शासन ने बजट में रखा है। इसकी प्रशासकीय स्वीकृति की प्रक्रिया संभागीय स्तर पर चल रही है। पांच करोड़ रुपए की लागत में होने वाली इस अतिरिक्त लाइनिंग से बड़ी संख्या में किसानों को लाभ मिल पाएगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री सुरेश पांडे ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार जीर्णाेद्धार के लिए उपयोगी जलसंसाधन संरचनाओं को चिन्हांकित कर इस दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है ताकि खेती का रकबा अधिकाधिक बढ़ सके। उन्होंने बताया कि पूरे जिले भर में वितरक शाखाओं से गाद निकालने का अभियान युद्धस्तर पर चलाया गया है। इससे गाद की वजह से मृतप्राय पड़ी नहरों की वितरक शाखाओं को संजीवनी मिल रही है।
13 हजार हेक्टेयर क्षमता है सिपकोना वितरक नहर की- सिपकोना वितरक शाखा नहर से 17 माइनर निकलते हैं। इनमें से 2 माइनर से 2 सब माइनर निकलते हैं। नहर प्रणाली की रूपांकित क्षमता 13 हजार 704 हेक्टेयर है। इसके माध्यम से गुंडरदेही के 7 गांवों के 1259 हेक्टेयर तथा पाटन विकासखंड के 44 गांवों के 10 हजार 252 हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा प्रदाय की जा सकेगी।
धमधा अस्पताल में एक ही दिन में 4 सीजेरियन केस, इनमें से 2 तो बेहद जटिल
जून में लाकडाउन खुलने सेे आरंभ हो चुके हैं सी-सेक्शन डिलीवरी, महिला नसबंदी एवं पुरुष नसबंदी के आपरेशन भी हो रहे
अस्पताल में सप्ताह में एक दिन आर्थाेपैडिक, पीडियाट्रिक और रेडियोलाजिस्ट की भी मिल रही सुविधा
दुर्ग। सोमवार का दिन धमधा स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर एवं मेडिकल स्टाफ के लिए बेहद खुशी से भरा रहा। उन्होंने एक साथ चार सिजेरियन डिलीवरी की, यही नहीं इसी दिन नसबंदी के 7 आपरेशन भी किये गये। इनमें से दो केस बेहद कठिन थे। बीएमओ डॉ. ड़ीपी ठाकुर ने बताया कि एक केस में प्रेग्नेंसी ओवरड्यू हो गई थी। इसकी वजह से जटिलताएं पैदा हुई थीं। इस मामले में बेहद सजगता से सी-सेक्शन किया गया। जज्चा और बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हैं। दूसरे मामले में ओवरवेट होने की वजह से शिशु के सी-सेक्शन में दिक्कतें थीं। यह सर्जरी भी सफलतापूर्वक की गई। शिशु का वजन तीन किलो 750 ग्राम था। बीएमओ श्री ठाकुर ने बताया कि यह सफलता डॉ. रचना अग्रवाल, डॉ.दिशा ठाकुर, स्त्री रोग विशेषज्ञ, निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. शीतल यादव एवं नर्सिंग स्टाफ की टीम को मिली। एक ही दिन में इतना सारा कार्य करना मैराथन टास्क था लेकिन इसे सफलतापूर्वक किया गया। आज के दिन से हमें काफी हौसलाअफजाई हुई है कि आगे भी जटिल केस भी हम सफलतापूर्वक कर सकते हैं साथ ही अधिक लोड की स्थिति में भी सजगता के साथ शानदार नतीजे दे सकते हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए एसडीएम श्री बृजेश क्षत्रिय ने बताया कि हमारे लिए स्वास्थ्य सबसे अधिक प्राथमिकता का विषय है। लाकडाउन के बाद जून महीने में पुनः सी-सेक्शन और नसबंदी आपरेशन आरंभ कराये गये। अब तक जून महीने के बाद नसबंदी के 73 आपरेशन हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही ओपीडी को भी मजबूत करने की कोशिश हो रही है। सप्ताह में एक दिन आर्थाेपैडिक डॉक्टर और रेडियोलाजी अपनी सेवा दे रहे हैं। अब पीडियाट्रिक भी सप्ताह में एक दिन अपनी सेवाएं देंगे। प्रसूता के पति भी अस्पताल की व्यवस्था से बहुत प्रसन्न थे। तिलक साहू ने बताया कि सीजेरियन डिलीवरी के लिए प्राइवेट हास्पिटल में ले जाना पड़ता, यहां इलाज काफी महंगा होता है। यहां धमधा हास्पिटल के डॉक्टर बहुत अच्छे हैं व्यवस्था भी अच्छी है। पूरे समय हमें वो ट्रीटमेंट के बारे में बताते रहे। मेरा यहां का अनुभव बहुत शानदार रहा। योगेश पटेल ने बताया कि सभी दवाइयां, भोजन वगैरह यहीं से मिलता रहा। हास्पिटल स्टाफ और डाक्टर बहुत सहयोगी हैं। मुझे बहुत अच्छा लगा। जितेन्द्र देवांगन ने बताया कि एक ही दिन में चार केस यहां आये और सभी अच्छे से हुए। ये बहुत अच्छा लगा कि डाक्टरों ने सबको बराबरी से समय दिया।
25 अगस्त तक आंगनबाड़ी सहायिका के लिए दावा-आपत्ति आमंत्रित
दुर्ग। एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग ग्रामीण में रिक्त सहायिका पद की भर्ती के लिए प्राप्त आवेदन के परीक्षण उपरांत अंतिम वरीयता सूची जारी कर दी गई है। जारी सूची के संबंध में यदि किसी अभ्यर्थी को आपत्ति हो तो वे 25 अगस्त तक दावा-आपत्ति प्रस्तुत कर सकते हैं। दावा आपत्ति प्रस्तुत करने की अवधि में किसी भी प्रकार के नवीन दस्तावेज स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
20 अगस्त को मनाया जाएगा सदभावना दिवस
दुर्ग। पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न स्व. श्री राजीव गांधी जी का जन्म दिवस 20 अगस्त को सदभावना दिवस के रूप में मनाया जाता है। सद्भावना दिवस का उद्देश्य सभी धर्म, भाषा और क्षेत्र के लोगों के बीच राष्ट्रीय एकीकरण की भावना जागृत करना और अहिंसा को अपनाते हुए लोगों के बीच सद्भावना को बढ़ावा देना है। वर्तमान में कोविड-19 महामारी के संक्रमण को देखते हुए सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए इसका आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा सद्भावना दिवस की शपथ ली जाएगी।
चिकित्सा विभाग में विशेषज्ञों के पद के लिए मिली स्वीकृति
दुर्ग। कलेक्टर सह अध्यक्ष प्रबंधकारिणी समिति डीएमएफ छत्तीसगढ़ के अनुसार चिकित्सा विशेषज्ञों के पदों पर भर्ती के स्वीकृति दी गई है। इच्छुक पात्र उम्मीदवार संपूर्ण दस्तावेज के साथ निर्धारित प्रारूप में अपना आवेदन वाक इन इटरव्यू के लिए निर्धारित तिथि एवं समय पर उपस्थित होकर जमा कर सकते है। पंजीयन हेतु 25 अगस्त निर्धारित तिथि तय कि गई है। विस्तृत जानकारी के लिए आवेदक जिला स्वास्थ्य विभाग दुर्ग में संपर्क कर सकते है।
मोहर्रम पर 20 अगस्त को शुष्क दिवस घोषित
दुर्ग। मोहर्रम पर 20 अगस्त को शुष्क दिवस घोषित किया गया है। पूर्व में 19 अगस्त को शुष्क दिवस घोषित किया गया था। शुष्क दिवस पर जिले में स्थित सभी प्रकार की मदिरा दुकानें का सम व्यवहार पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।
ग्राम पंचायत पंदर में 113 वरिष्ठ नागरिकों को बांटे गए सहायक उपकरण
दुर्ग। राष्ट्रीय वयोश्री योजना अंतर्गत 60 वर्ष सेअधिक उम्र केवरष्ठि नागरिक जो कि बीपीएल श्रेणी के अंतर्गत आते है, उनके लिए ग्राम पंचायत पंदर विकासखण्ड पाटन में समाज कल्याण विभाग, दुर्ग एवं एलिम्कों जबलपुर के द्वारा शिविर का आयोजन 16 अगस्त को किया गया था। संयुक्त तत्वाधान में शिविर में कुल 113 हितग्राहियों के लिए 826 विभिन्न प्रकार के सहायक उपकरण जैसे श्रवण यंत्र,बैशाखी, वाकर, दांत (बत्तीसी), नजर (पावर) के चश्में, ट्रायपॉड,टेट्रापॉड, फोल्डेबल वाकर, व्हील चेयर, वॉकिंग स्टीक, इत्यादि प्रदान किया। इस अवसर पर उपंसंचालक श्री डीपी ठाकुर, ने कहा कि जीवन सहायक उपकरण से वरिष्ठ नागरिकों की परिवार के अन्य सदस्यों के उपर से उनकी निर्भरता कम होगी और बेहतर जीवन जीने का बुजुर्गों को अवसर मिलेगा। शिविर में मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री आशीष वर्मा, श्रीमती दुर्गा कमलेश नेताम सभापति जिला पंचायत दुर्ग, श्री महेत्तर वर्मा, तथा एलिम्कों जबलपुर से आये हुए चिकित्सक टीम व अन्य अधिकारी कर्मचारी गण उपस्थित थे।
ग्राम बरहापुर में 100 वरिष्ठ नागरिकों को बांटे गए सहायक उपकरण
दुर्ग। राष्ट्रीय वयोश्री योजना अंतर्गत 60 वर्ष सेअधिक उम्र केवरष्ठि नागरिक जो कि बीपीएल श्रेणी के अंतर्गत आते है, उनके लिए ग्राम पंचायत बरहापुर विकासखण्ड धमधा में समाज कल्याण विभाग, दुर्ग एवं एलिम्कों जबलपुर के द्वारा शिविर का आयोजन आज किया गया था। संयुक्त तत्वाधान में शिविर में कुल 100 हितग्राहियों के लिए 746 विभिन्न प्रकार के सहायक उपकरण जैसे श्रवण यंत्र,बैशाखी, वाकर, दांत (बत्तीसी), ट्रायपॉड,टेट्रापॉड, फोल्डेबल वाकर, व्हील चेयर, वॉकिंग स्टीक, इत्यादि प्रदान किया। शिविर में श्रीमती शालिनी यादव अध्यक्ष जिला पंचायत दुर्ग, श्रीमती सवित्री रात्रे, श्री मेश्राम मुख्य कार्यपालन अधिकारी, सरपंच एवं ग्रामवासी उपस्थित थे।
न्यायालयीन अधिकारियों, कर्मचारियो व उनके रिश्तेदारों का वैक्सीनेशन आज जिला न्यायालय के सभागार दुर्ग में किया गया
दुर्ग। श्री राजेश श्रीवास्तव जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के मार्गदर्शन और निर्देशन में कोविड-19 के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए, जिला न्यायालय के सभगार में आज न्यायालयीन अधिकारियों, व कर्मचारियों, व उनके परिजनोंका वैक्सीनेशन का कार्य किया गया है। जिला न्यायालय के समस्त अधिकारी, व कर्मचारियों को अधिक से अधिक मात्रा में वैक्सीनेशन कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया था।
जिला न्यायालय दुर्ग में आज विशेष शिविर लगाकर 150 से अधिक न्यायिक अधिकारी, कर्मचारियों, पैरालिंगल वालिन्टियर्स व उनके परिवार के सदस्यों को कोरोना टीका का पहला, व दूसरा डोज लगया गया। जिला टीकाकरण अधिकारी के द्वारा आनलाईन पंजीयन कर टीका लगाया जा रहा है। प्राधिकरण के सचिव श्री राहूल शार्मा ने बताया कि मौजूदा समय में न्यायिक अधिकारी, कर्मचारी भी संक्रमित हो रहे हैं, जिसे देखते हुए, जिला न्यायाधीश श्री राजेश श्रीवास्तव के मार्गदर्शन टीकाकरण की योजना बनाई गई थी। जब कि आज न्यायाधीशगण, कर्मचारीगण व उनके परिवार के सदस्यों ने भी टीका लगवाया।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना वायरस की महामारी से उत्पन्न चुनौती और खतरे से निपटने के लिए भारत सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रदान की गई जानकारी और सलाह को सावधानी व सही तरीके से पालन कर वायरस के स्थानीय प्रसार को रोका जा सकता है। मास्क लेते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें की मास्क आपके साइज का हो यानी इस बात को समझ लें कि यह आपको सही से फिट हो जाए। कई बार ऐसा हुआ है कि लोग मास्क तो ले लेते हैं लेकिन मास्क में पूरी तरह हवा आती-जाती रहती है। ऐसे मास्क पहनने का कोई फायदा नहीं होगा। मास्क बनाते समय उन सामग्रियों का इस्तेमाल होना चाहिए जो हवा के छोटे-से-छोटे कणों को रोकने में सक्षम हो और सांस को बाहर छोड़ने के लिए एक बेहतर वेंटिलेशन भी प्रदान करे। ट्रिपल लेयर मास्क संक्रमण से बचने के लिए यह मास्क कुछ कारगर है, लेकिन इससे भी 30 से 40 प्रतिशत तक ही बचाव हो पाता है। तीन लेयर होने की वजह से यह संक्रमण को कुछ हद तक रोकने में कामयाब रहता है।
कामधेनु विश्वविद्यालय में स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण
दुर्ग। दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय, दुर्ग में स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति, निदेशक शिक्षण डॉ.एस.पी.इंगोले द्वारा ध्वजारोहण किया गया तत्पश्चात् उपस्थित समूह द्वारा राष्ट्रगान गाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ.एस.के.तिवारी, प्रभारी कुलसचिव एवं वित्त अधिकारी श्री एस.बी.काले, निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ.आर.पी.तिवारी, निदेशक पंचगव्य डॉ.के.एम.कोले, निदेशक एनिमल बायोटेक्नोलॉजी डॉ.आर.सी.घोष, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ.एस.उपरीत, कार्यपालन अभियंता श्री कोष्ठा, विश्वविद्यालिय जनसंपर्क अधिकारी डॉ.दिलीप चौधरी, समस्त विभागाध्यक्ष, शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक अधिकारियों एवं कर्मचारीगण तथा छात्र-छात्रायें आदि उपस्थित थे।