अगले दो महीने डायवर्टेड रूट को फालो करें नागरिक, 15 अक्टूबर तक छोटी गाड़ियों के लिए ओवरब्रिज शुरू कराने के दिये निर्देश
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने की नागरिकों से अपील, अभी अगले दो महीने परेशानी से बचने डायवर्टेड रूट को फालो करने की अपील, कहा इसमें लगने वाला समय और फ्यूल इतना ही
टाइमलाइन में काम पूरा करने दिये सख्त निर्देश, कहा ट्रैफिक की दिक्कतों को देखते हुए एक-एक दिन का टारगेट बेहद महत्वपूर्ण, लापरवाही हुई तो होगी सख्त कार्रवाई
दुर्ग। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे एवं एसपी श्री बद्रीनारायण मीणा ने आज कुम्हारी ओवरब्रिज का निरीक्षण किया और यहाँ ट्रैफिक की दिक्कतों को देखते हुए जरूरी निर्देश अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने एनएच प्रबंधन से कहा कि 15 अक्टूबर तक छोटी गाड़ियों के लिए ओवरब्रिज शुरू करा दें और 15 नवंबर तक सभी गाड़ियों के लिए इसे शुरू कराएं। इस समय सीमा का पालन सुनिश्चित करें। ट्रैफिक की दिक्कतों की वजह से एक-एक दिन का टारगेट भी बेहद महत्वपूर्ण है। युद्धस्तर पर कार्य करें और इसे समयसीमा में समाप्त करें। समयसीमा पर काम नहीं हुआ तो सख्त कार्रवाई संबंधितों पर की जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि दुर्ग से रायपुर के बीच काफी संख्या में लोग आना-जाना करते हैं उन्हें पूरी तरह इस सड़क में सुविधा मिले, जाम का सामना न करना पड़े, यह प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसकी लगातार मानिटरिंग की जाएगी। इस दौरान सहायक कलेक्टर श्री हेमंत नन्दनवार, एएसपी श्री संजय ध्रुव, एसडीएम श्री बृजेश क्षत्रिय एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।
वैकल्पिक रूट को फालो करने की अपील-
कलेक्टर ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि एनएच के अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि तेजी से निर्माण कार्य करें। इसके बावजूद ट्रैफिक का लोड बढ़ने की वजह से किसी समय ट्रैफिक जाम की दिक्कत का सामना इस रूट पर नागरिकों को करना पड़ सकता है। ट्रैफिक के लिए वैकल्पिक रूट बनाये गये हैं तथा इसे दर्शाया भी गया है। इसे फालो करें, आपको समय भी उतना ही लगेगा और ईंधन की खपत भी लगभग उतनी ही होगी।
पैचेस के लिए देर न लगाएं, तुरंत करें मरम्मत-
ट्रैफिक से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि बरसात होने पर गड्ढे बन जाते हैं और मरम्मत तक ट्रैफिक प्रभावित रहता है। वाहनों की स्पीड 3 से 4 किमी तक रह जाती है। कलेक्टर ने एनएच के अधिकारियों से कहा कि ऐसी स्थिति बिल्कुल निर्मित न होने दें। लगातार मानिटरिंग करते रहें और मरम्मत की जरूरत होने पर तुरंत कार्रवाई करें। साथ ही उन्होंने ड्रेनेज पर भी नजर रखने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
अतिक्रमण हटाने के निर्देश-
कलेक्टर ने इस दौरान एसडीएम को मार्ग से अतिक्रमण चिन्हांकित कर हटाने के निर्देश दिये। साथ ही अवैध पार्किंग पर भी कार्रवाई के निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि यदि पोल शिफ्टिंग की जरूरत है तो वे भी करें।
बच्चों की प्रतिभा निखार रहे सावनी के शिक्षक, एनएमएमएसई परीक्षा में हर साल हो रहा चयन
दुर्ग। छोटी उम्र में ही बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ जाए तो उनके पूरे करियर के लिए यह काफी उपयोगी होता है। ग्राम सावनी के शिक्षक यही कर रहे हैं और इससे हर साल एनएमएमएसई परीक्षा में अच्छे नतीजे आते हैं। इस शाला में इस परीक्षा के लिए कोचिंग वर्ष 2018 से शुरू हुई और इसके अच्छे परिणाम आये हैं। इस साल कुमारी खिलेश्वरी और कुमारी डिगेश्वरी का चयन इस परीक्षा के लिए हुआ है। पिछले साल कुमारी लेखनी यदु का चयन इस परीक्षा के लिए हुआ था। इस संबंध में जानकारी देते हुए शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सावनी के शिक्षक श्री दुष्यंत वर्मा ने बताया कि परीक्षा के लिए यहाँ के शिक्षकों ने बच्चों की विशेष तैयारी कराई। पिछले साल एक छात्रा का चयन हुआ और इस साल दो छात्राओं का चयन हुआ। इस तरह अच्छे परिणाम आने से हमारा आत्मविश्वास और मजबूत हुआ है। आगे भी उम्मीद है कि इसी तरह से अच्छा रिजल्ट लाएंगे। इस साल सफल होने वाली छात्रा कुमारी खिलेश्वरी ने बताया कि कक्षा के साथ ही शिक्षक छात्रवृत्ति परीक्षा के बारे में भी पढ़ाते हैं। इससे हमें नई-नई बातें सीखने मिलती हैं। मुझे बहुत अच्छा लगा जब मैं इस परीक्षा के लिए चयनित हुई। उल्लेखनीय है कि जिले के अनेक स्कूलों में शिक्षक रुचि से इस परीक्षा की तैयारी के लिए अतिरिक्त समय बच्चों को दे रहे हैं और इसके अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं।
इन डायवर्टेड रूट का प्रयोग कर सकते हैं नागरिक
दुर्ग। दुर्ग-भिलाई से रायपुर आवागमन करने वाले आमजनों की परेशानियों से राहत पहुंचाने के लिए कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री बी एन मीणा के मार्गदर्शन पर आज पुलिस नियंत्रण कक्ष भिलाई में जिला प्रशासन, नगरीय निकाय एवं लोक निर्माण विभाग (राष्ट्रीय राजमार्ग संभाग) की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। चर्चानुसार कुम्हारी एवं डबरापारा फ्लाई ओवर निर्माण होने के कारण वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है, जिससे लगातार सड़क जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। साथ ही रायपुर के व्यस्ततम चौराहे टाटीबंद में भी फ्लाई ओवर के निर्माणाधीन होने के कारण दुर्ग-भिलाई से रायपुर आने-जाने में आधे घंटे का अतिरिक्त समय लगता है । निर्माण एजेंसी द्वारा बताया गया कि कुम्हारी के फ्लाई ओवर के निर्माण पूर्ण होने में लगभग 02 माह लगेगा तब तक यातायात को वैकल्पिक मार्ग से डायवर्ट करना ही उचित रहेगा।
दुर्ग-भिलाई के जिम्मेदार नागरिकों से अपील है कि मोटर सायकल व हल्के वाहन (कार, जीप, सूमो आदि) निम्नानुसार वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करने कष्ट करें-
01. चरोदा क्षेत्र के नागरिक रायल खालसा ढ़ाबा से ग्राम उरला-ग्राम कुरूदडीह-ग्राम पाहंदा-अमलेश्वर होकर महादेव घाट रायपुरा से आवागमन कर सकते हैः-
{रायपुरा चौक से टाटीबंद- कुम्हारी होकर रायल खालसा पहुंचने में लगने वाला दूरी व समय- 14 किमी-36 मिनट
(05 मिनट टाटीबंद एवं 05 मिनट कुम्हारी में लगने वाले अतिरिक्त समय को जोड़कर)}
{रायपुरा चौक से अमलेश्वर – पाहंदा – कुरूदडीह -उरला होकर रायल खालसा पहुंचने में लगने वाला दूरी व समय- 17.5 किमी-40 मिनट}
02. खुर्सीपार एवं पुरानी भिलाई के आमजन जो कि रायपुर आना- जाना करते है वे सिरसा गेट चौक से सिरसाकला-मोतीपुर-अमलेश्वर होकर आवागमन कर सकते हैः-
{रायपुरा चौक से टाटीबंद – कुम्हारी होकर सिरसागेट पहुंचने में लगने वाला दूरी व समय-20 किमी -48 मिनट
(05 मिनट टाटीबंद एवं 05 मिनट कुम्हारी में लगने वाले अतिरिक्त समय को जोड़कर)}
{रायपुरा चौक से मोतीपुर होकर सिरसा गेट चौक पहुंचने में लगने वाला दूरी व समय- 25 किमी -40 मिनट}
03. दुर्ग, सेक्टर एरिया, नेहरू नगर, सुपेला एवं कैम्प क्षेत्र के नागरिकनेवई-उतई-फूण्डा-मोतीपुर-
{रायपुरा चौक से टाटीबंद कुम्हारी होकर ग्लोब चौक सेक्टर-06 पहुंचने में लगने वाला दूरी व समय-
33 किमी -01 घंटा 14 मिनट
(05 मिनट टाटीबंद एवं 05 मिनट कुम्हारी में लगने वाले अतिरिक्त समय को जोड़कर)}
{रायपुरा चौक से अमलेश्वर-मोतीपुर-फूण्डा-उतई होकर ग्लोब चौक सेक्टर-06 तक पहुंचने में लगने वाला दूरी व समय- 47 किमी -01 घंटा 16 मिनट}
बैठक में नगरीय निकाय को निम्नानुसार चौक चौराहे पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गयाः-
नगर निगम भिलाई
1.डबरापारा तिराहा।
2.आईटीआई भिलाई के सामने।
नगर निगम चरोदा भिलाई
1.सिरसा गेट चौक
2.ज्योति अस्पताल कटिंग
3.चरोदा बस स्टैण्ड
नगर पालिका परिषद कुम्हारी
1.रायल खालसा कटिंग
2.डीएमसी मिल के सामने
3.बैंक ऑफ बडौदा कुम्हारी के सामने
4.कांजी हाउस कुम्हारी के सामने
लोक निर्माण विभाग (राष्ट्रीय राजमार्ग संभाग) दुर्ग को रायपुरा चौक, रायल खालसा ढ़ाबा के सामने, सिरसा गेट चौक, मोतीपुर चौक एवं फूण्डा चौक में वाहन चालकों के लिए दिशा सूचक बोर्ड लगाने तथा सभी डायवर्सन र्पाइंट पर प्रायवेट वालंटियर उपलब्ध कराने कहा गया। सड़क निर्माण एजेंसी को फ्लाई ओवर निर्माण स्थल के सर्विस रोड का तत्काल मरम्मत कराने निर्देश दिया गया।
बैठक में श्री संजय धु्रव (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर ), श्री कविलाश टंडन (अतिरिक्त पुलिस यातायात), डाक्टर ज्योति पटेल (अनुविभागीय दण्डाधिकारी), श्री गुरजीत सिंह (उप पुलिस अधीक्षक यातायात), श्री गोविंद अहिरवार (एसडीओ पीडब्ल्युडी एन.एच.), श्री एस के झा टीम लीडर, सी अनिरूद्ध जैन कार्डिनेटर, श्री अभिजीत सोनी उप अभियंता, श्री बी एल देवांगन (प्रोजेक्ट मैनेजर), श्री उमेश ढलेन्द्र (अधीक्षण अभियंता नगर निगम भिलाई), श्री डी के पाण्डे (सहायक अभियंता नगर निगम चरोदा भिलाई) एवं श्री रमन शर्मा (उप अभियंता नगर पालिका परिषद कुम्हारी) उपस्थित थे।
जिला प्रशासान की अपील- जिला पुलिस बल दुर्ग आम नागरिकों से अपील करती है कि आगामी 02 माह के लिए दुर्ग-भिलाई से रायपुर आना जाना करने के लिए वैकल्पिक मार्ग का उपयोग कर अपना समय व ईधन दोनो की बचत करें साथ ही रोड जाम की स्थिति से बचें।
एक ही रात में दुर्ग पुलिस द्वारा दो गंभीर मरीजो को 02 बार ग्रीन कोरिडोर बनाकर रायपुर हॉस्पिटल पहुंचाया गया
दुर्ग। 8 सितंबर की रात्रि को 02 गंभीर मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर परिजनों के द्वारा रायपुर हॉस्पिटल ले जाने के लिए पुलिस विभाग से सहयोग मांगा गया जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग श्री बी.एन. मीणा द्वारा तत्काल व्यवस्था करने निर्देशित किये जाने पर यातायात पुलिस एवं थानों की पुलिस के द्वारा तत्परता दिखाते हुए तत्काल ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण कर पहले मरीज इशरत जहा पिता स्व. निजामुद्दीन उम्र 42 वर्ष निवासी फरीद नगर को रात्रि 09.30 बजे शंकराचार्य हॉस्पिटल जुनवानी से रात्रि 10.05 बजे एम्स हॉस्पिटल रायपुर 35 मिनट में पहुंचाया गया।
इसी प्रकार दूसरे मरीज गरिमा पाठक पति आलोक पाठक उम्र 47 वर्ष निवासी सेक्टर 06 भिलाई को रात्रि 02.25 बजे पल्स हॉस्पिटल नेहरू नगर से रात्रि 03.05 बजे बालाजी हॉस्पिटल रायपुर 40 मिनट में पहुंचाया गया। जिसमें हाईवे पेट्रोलिंग-02 के द्वारा पायलेटिंग किया गया तथा नेहरू नगर चौक में निरीक्षक भारती मरकाम, सुपेला चौक में सूबेदार अनीष सारथी, जवाहर मार्केट के सामने सहायक उपनिरीक्षक एस.सी. साहू ,पावर हाउस चौक में उपनिरीक्षक बाबूलाल राय ,आशीष होटल कटिंग में सहायक उपनिरीक्षक सुरेश देवांगन ,खुर्सीपार चौक में सहायक उपनिरीक्षक उमाकांत यादव ,डबरा पारा चौक निरीक्षक शैलेंद्र सिंह,जनता स्कूल कटिंग में सहायक उपनिरीक्षक बोधन लाल साहू, सिरसागेट चौक में सहायक उपनिरीक्षक निर्दाेष एक्का, चरोदा बस स्टैंड कटिंग में हाईवे पेट्रोलिंग-03, रॉयल खालसा ढाबा कटिंग में सहायक उप निरीक्षक चंद्रिका मारकण्डेय, डीएमसी कटिंग में सहायक उपनिरीक्षक रमेश दुबे ,पावर ग्रिड के पास सहायक उपनिरीक्षक महेश मिश्रा, कांजी हाउस कटिंग में सहायक उपनिरीक्षक संतोष श्रीवास्तव, कुम्हारी टोल प्लाजा में हाईवे पेट्रोलिंग-04 के द्वारा मोर्चा संभाला गया।
पहले मिस्त्री थे अब मामा भांजा स्टील इंडस्ट्री के मालिक
उद्यम की कहानी, उद्योग विभाग की योजना के मदद से अपने सपनों को साकार किया कमलेश देवांगन ने
कूलर बनाने की फैक्ट्री खोली, 8 नियमित कर्मचारी, सीजन में भी अनेक लोगों को देते हैं रोजगार
दुर्ग। कमलेश देवांगन पहले मिस्त्री थे। कूलर बनाते थे। अब मालिक हैं कूलर बनवाते हैं। मिस्त्री रहते उनके मन में विचार आया कि थोड़ी सी पूंजी जोड़ लूँ तो मैं भी अपना व्यवसाय आरंभ कर सकता हूँ। अपने हुनर पर भरोसा रखते हुए उन्होंने उद्योग विभाग में उद्यम के लिए आवेदन दे दिया। उद्योग विभाग ने इनका ऋण का प्रस्ताव पीएमईजीपी के अंतर्गत भेज दिया। वर्ष 2018 में उनके 9 लाख रुपए स्वीकृत हुए। इससे उन्होंने कूलर निर्माण के लिए आवश्यक मशीनें खरीदीं। काम शुरू हुआ और अब वे कर्जमुक्त हो चुके हैं। कमलेश ने 8 लोगों को अपने उद्यम में काम भी दिया है। कूलर का काम बहुत ज्यादा सीजनल होता है, अतएव सीजन के समय वे काफी संख्या में अतिरिक्त लोगों को भी रोजगार देते हैं। उन्होंने अपने मामा श्री मनोज देवांगन के साथ यह संयुक्त उपक्रम शुरू किया और नाम रखा मामा भांजा स्टील इंडस्ट्री।
पूरे प्रदेश में करते हैं सप्लाई- कमलेश ने बताया कि वे कूलर की सप्लाई पूरे प्रदेश में करते हैं। इसके लिए काफी श्रम करना पड़ता है। अपने प्रोडक्ट के संबंध में जानकारी बतानी होती है। कमलेश ने बताया कि हमने मुनाफे का मार्जिन काफी कम रखा है ताकि लोग हमारे प्रोडक्ट का उपयोग कर इसकी गुणवत्ता समझ सकें। इस बार लाकडाउन की वजह से बिजनेस कुछ प्रभावित हुआ लेकिन उम्मीद है कि इस सीजन में पूरी तरह से कूलर का बिजनेस रिकवर हो जाएगा।
अब नागपुर जैसे डक्ट कूलर बनाने की तैयारी- कमलेश ने बताया कि उद्यम बहुत आनंद देने वाली चीज है। आगे योजना है कि नागपुर में बनने वाले डक्ट कूलर यहां भी तैयार किये जाए। इसके लिए इन्होंने अपने कर्मियों को नागपुर में भेजकर प्रशिक्षण दिलाया है। साथ ही स्टील की अल्मारी बनाने का कार्य करने की भी उनकी योजना है। उन्होंने बताया कि पिछली बार उद्योग विभाग के अधिकारियों ने इसके लिए बड़ी मदद की थी। इस बार भी उन्होंने मार्केट के बारे में तथा इस उद्यम से जुड़ी हुई तकनीकी बारीकियों के बारे में विस्तार से बताया है। श्री देवांगन ने कहा कि अधिकारियों से मिलने वाले प्रोत्साहन से बड़ी ऊर्जा मिलती है। मुझे इस बात की खुशी है कि मैं अपने उद्यम को आगे बढ़ा रहा हूं और रोजगार सृजन भी कर सका हूं।