“नवजीवन” : उज्जैन पुलिस की उल्लेखनीय पहल

ऑपरेशन मुस्कान के अंतर्गत दस्तयाब युवाओं के लिए नई राह
भोपाल।
उज्जैन पुलिस अधीक्षक की विशेष पहल पर मंगलवार को पुलिस लाइन परिसर में “नवजीवन” शीर्षक से एक महत्वपूर्ण सुधारात्मक एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम दिशा लर्निंग सेंटर के सहयोग से उन युवाओं के लिए आयोजित किया गया, जिन्हें हाल ही में ऑपरेशन मुस्कान के दौरान दस्त्याब किया गया था। उज्जैन पुलिस द्वारा आयोजित यह पहल युवाओं को सुरक्षित वातावरण प्रदान करते हुए उनके जीवन को सकारात्मक दिशा देने और उन्हें जिम्मेदार नागरिकता की ओर प्रेरित करने का संवेदनशील प्रयास है।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (उज्जैन जोन) श्री उमेश जोगा, उप पुलिस महानिरीक्षक (उज्जैन रेंज) श्री नवनीत भसीन तथा पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। वरिष्ठ अधिकारियों ने अत्यंत धैर्यपूर्ण, संवादात्मक और प्रेरणादायक शैली में युवाओं से बातचीत करते हुए कहा कि जीवन के शुरुआती निर्णय ही भविष्य का मार्ग निर्धारित करते हैं। भटकाव अक्सर परिस्थितियों का परिणाम होता है, लेकिन सही समय पर लिया गया सुधारात्मक कदम जीवन को नई दिशा देने में सक्षम होता है। पुलिस व्यवस्था केवल कानून लागू करने की संस्था नहीं है, बल्कि वह संरक्षण, मार्गदर्शन और समाज सुधार की महत्वपूर्ण शक्ति भी है।
उज्जैन पुलिस लंबे समय से बच्चों और युवाओं की सुरक्षा, पुनर्वास और संरक्षण को लेकर उल्लेखनीय कार्य कर रही है। ऑपरेशन मुस्कान के दौरान ऐसे अनेक युवाओं को असुरक्षित, जोखिमपूर्ण और भ्रमित परिस्थितियों से सुरक्षित निकालकर संरक्षण में लिया गया। इन्हीं युवाओं के पुनर्वास और भावनात्मक सुदृढ़ीकरण को ध्यान में रखते हुए नवजीवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, ताकि वे स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित हो सकें।
कार्यक्रम के दौरान कई भावनात्मक क्षण देखने को मिले। एक बालिका ने हिम्मत के साथ अपनी समस्याएँ वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष रखीं। अधिकारियों ने तत्परता से उसे संपूर्ण सुरक्षा, सहयोग और आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करने का आश्वासन दिया। यह संवाद उज्जैन पुलिस की मानवीय संवेदनशीलता और युवाओं के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। इसी सत्र में दो बालिकाओं ने अपने भविष्य को लेकर अपनी आकांक्षाएँ साझा कीं। एक ने पुलिस अधिकारी बनने की इच्छा व्यक्त की, जिस पर पुलिस अधीक्षक ने उसे आवश्यक संसाधन, मार्गदर्शन और हर संभव सहयोग देने का भरोसा दिलाया। वहीं दूसरी बालिका ने कुश्ती प्रशिक्षण फिर से शुरू करने की इच्छा जताई, जिसके लिए पुलिस प्रशासन ने उपयुक्त प्रशिक्षण और अवसर उपलब्ध कराने का वचन दिया। ये क्षण युवाओं में नई ऊर्जा, आत्मविश्वास और भविष्य के प्रति सकारात्मक सोच का आधार बने।
दिशा लर्निंग सेंटर इस कार्यक्रम की आधारशिला के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। केंद्र के माध्यम से युवाओं को जीवन कौशल, आत्मविश्वास, सामाजिक जागरूकता और सकारात्मक सोच से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किए जाएंगे, जिससे वे स्वयं को सशक्त बनाकर समाज की मुख्यधारा में आत्मविश्वास के साथ लौट सकें।
“नवजीवन” कार्यक्रम ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि पुलिस की भूमिका केवल शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक पुनर्निर्माण में उसकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण और संवेदनशील है। ऑपरेशन मुस्कान के अंतर्गत दस्तयाब युवाओं के लिए यह कार्यक्रम एक नई शुरुआत, नए विश्वास और वास्तविक नवजीवन का मार्ग प्रशस्त करता है। उज्जैन पुलिस की यह पहल न केवल उल्लेखनीय है, बल्कि प्रदेश भर में संवेदनशील पुलिसिंग का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करती है।


