शक्कर बना देगी बूढ़ा : याददाश्त होगी कम, लिवर भी खराब; शिल्पा और मसाबा ने किया शुगर डिटॉक्स
करीब 2500 साल पहले भारत में पहली बार केमिकल की सहायता से रिफाइंड शुगर यानी चीनी का इस्तेमाल किया गया था। यहां से चीनी बनाने की तकनीक चीन, पर्शिया, इस्लामिक देश और मेडिटेरेनियन देशों तक पहुंची।
मिडिल एज तक चीनी को एक दुर्लभ और महंगे मसाले के तौर पर देखा जाता था। हर घर में चीनी दिखती भी नहीं थी। आज आलम यह है कि भारत में एक व्यक्ति सालभर में औसतन 18 किलो चीनी तक इस्तेमाल कर लेता है।
आजकल चीनी छोड़ने का ट्रेंड शुरू हो गया है। कई लोग शुगर डिटॉक्स चैलेंज ले रहे हैं। फैशन डिजाइनर और एक्टर मसाबा गुप्ता ने हाल ही में बताया कि 30 दिन तक वो बिना मीठे के रहीं। जैक्लीन फर्नांडीज और शिल्पा शेट्टी जैसे तमाम सेलिब्रिटीज चीनी से किनारा कर रहे हैं।
आज जरूरत की खबर में बात इसी शुगर डिटॉक्स की करेंगे। इसके फायदे को समझेंगे और इसे करने का सही तरीका भी जानेंगे।
सवाल: चीनी या शुगर से आखिर शरीर को नुकसान क्या होता है?
जवाब: ज्यादा चीनी खाने से शरीर को इस तरह हो सकता है नुकसान…
- हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
- शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। डायबिटीज हो सकती है।
- अल्जाइमर का खतरा भी हो सकता है।
- दांत में कैविटीज की समस्या हो सकती है।
- चीनी का असर मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। याददाश्त पर बुरा असर पड़ता है।
- चीनी खाने से वाइट ब्लड सेल्स 50 फीसदी तक कमजोर हो जाती है। इससे इम्यूनिटी वीक हो जाती है।
- सेक्स हॉर्मोन में गड़बड़ी होती है जिससे सेक्स ड्राइव कम हो जाती है।
- अनिंद्रा की समस्या भी हो सकती है।
- नॉन अल्कोहल फैटी लिवर की समस्या हो सकती है। इससे लिवर में फैट स्टोर हो जाता है।
- शरीर में ग्लूकोज की कमी होती है जिससे भूख ज्यादा लगती है। इससे वजन बढ़ सकता है।
- स्किन पर पिंपल्स और दाग-धब्बे हो सकते हैं।
- हर वक्त शरीर को सुस्ती और थकान महसूस होती है।
सवाल: शुगर डिटॉक्स वास्तव में क्या है?
जवाब: जब आप अपने खाने-पीने से एडेड शुगर को एक तय समय तक लेना बंद कर देते हैं तो उसे शुगर डिटॉक्स कहते हैं। सरल भाषा में समझें तो जब आप चीनी या शक्कर खाने से परहेज करते है, आप कोई ऐसी चीज नहीं खाते-पीते जिसमें उपर से चीनी मिली होती है तो इसे ही शुगर डिटॉक्स कहते हैं।
सवाल: शुगर डिटॉक्स कितने दिन तक कर सकते है?
जवाब: यह आप 7 दिन, 21 दिन या फिर 30 दिन के लिए कर सकते हैं।
सवाल: शुगर डिटॉक्स करने का कोई खास नियम है क्या?
जवाब: इसके लिए ऐसा कोई नियम नहीं है जिसके लिए आपको एक्स्ट्रा एफर्ट करना पड़े। आपको बस इस बात पर ध्यान देना कि अपने खाने-पीने से एक्स्ट्रा चीनी कैसे हटाई जाए। इसका मतलब आपको न्यूट्रिशनल वैल्यू वाली चीजें खानी है। मीठा सोडा, केक, पेस्ट्री मिठाई, पैक्ड फ्रूट जूस और कुछ मसालों से बचना है। आप केचअप भी नहीं खा सकते हैं क्योंकि इसके एक बड़े चम्मच में 4 ग्राम चीनी है। इसलिए आप जो भी खाएं उसे इस लिहाज से चेक जरूर करें।
सवाल: अचानक चीनी कुछ दिनों के लिए कम कर देने ब्रेन को किस तरह की परेशानी हो सकती है?
जवाब: चीनी खाना बंद करना या कम करना जितना सुनने में आसान लगता है उतना ही मुश्किल भरा काम है। जैसे ही लोग चीनी खाना छोड़ते हैं, उन्हें इसे खाने की तलब के साथ उसे छोड़ने से जुड़ी कुछ सिम्टम्स भी होने लगती है। इसके लक्षण ठीक वैसे ही होती है जैसे निकोटिन छोड़ने वालों में दिखती है।
न्यूरोलॉजिस्ट और सेंटर फॉर हीलिंग न्यूरोलॉजी के फाउंडर इलीन रुहॉय कहती हैं, चीनी एक ऐसी चीज है जो मस्तिष्क या ब्रेन में डोपामाइन और ओपिओइड को रिलीज करने में मदद करती है। जैसे ही आप चीनी खाना कम करते हैं ब्रेन एक्स्ट्रा डोपामाइन और ओपिओइड के लिए तरसता है, इस वजह से कुछ लक्षण नजर आने लगते हैं।
सवाल: चीनी या शक्कर नहीं लेने से दूसरी क्या प्रॉब्लम हो सकती है?
जवाब: चीनी शरीर में ग्लूकोज यानी ऊर्जा (एनर्जी) का एक अच्छा स्रोत है। अगर आप चीनी की जगह कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रट वाले आहार जैसे- ओट्स, फल, सब्जियां आदि खा रहे हैं, तो आपको ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि आपका शरीर कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट को तोड़कर सिंपल शुगर में बदल देता है, जिससे आपको एनर्जी मिल जाती है, लेकिन अगर आप इन्हें भी नहीं खाते हैं, तो चीनी छोड़ने के 5-7 दिन के अंदर आपका ब्लड प्रेशर सामान्य से कम हो जाता है। इसके अलावा फैट और इंसुलिन की मात्रा भी घट जाती है।
चीनी छोड़ने के बाद ये दिक्कतें हो सकती हैं
- सिरदर्द
- चक्कर आना
- चिड़चिड़ापन
सवाल: मैं शुगर डिटॉक्स नहीं करना चाहती लेकिन चीनी खाना कम करना चाहती हूं। ऐसा कर नहीं पाती क्योंकि अक्सर कुछ मीठा खाने का मन करता रहता है। क्या करूं?
जवाब: चीनी की जगह इन ऑप्शन्स का करें इस्तेमाल…
- फ्रूट्स: खाना खाने के बाद कुछ मीठा खाने का मन करता है तो फ्रूट्स खा सकते हैं।
- गुड़: दूध-चाय बिना चीनी के नहीं पिया जाता तो गुड़ का इस्तेमाल करें। गुड़ डाइजेशन, अस्थमा, खांसी और जुकाम के मरीजों के लिए फायदेमंद है। गुड़ खाने से शरीर में हेमोग्लोबिन का लेवल बढ़ता है।
- शहद: शहद यानी हनी को बहुत से लोग सुपरफूड मानते हैं। इसमें विटामिन बी6, जिंक, आयरन, पोटैशियम और एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाएं जाते हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं।
- खजूर: खजूर में मैग्नीशियम, आयरन और पोटैशियम पाया जाता है। यह कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फैट के डायजेशन में भी मददगार है। इसे खाने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है।
- कोकोनट शुगर: कोकोनट शुगर में ढेरों मिनरल्स पाएं जाते हैं। इसे कोकोनट जूस से बनाया जाता है।
- स्टीविया: स्टीविया में जीरो कार्बोहाइड्रेट और जीरो कैलोरी पाई जाती हैं। इसके कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं होते हैं।
सवाल: बच्चों के लिए चीनी कितनी खराब है?
जवाब: बच्चों को चीनी खाने से हो सकती हैं ये प्रॉब्लम्स…
- चीनी खाने से बच्चों का वजन बढ़ सकता है। इससे टाइप 2 डायबिटीज हो सकती है।
- ज्यादा मीठा खाने से उनका मूड प्रभावित होता है। वो चिड़चिड़े हो जाते हैं।
- बच्चों को कैविटीज से लेकर कई तरह की ओरल हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।
- बच्चों को किडनी, आंखें, डाइजेशन और अस्थमा की परेशानी भी हो सकती है।