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अग्रणी केन्द्रीय बैंक का योगदान सराहणीय : सांसद विजय बघेल

जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक में पंजीकृत 162
समिति को 1 करोड़ 62 लाख रूपए लाभांश का वितरण

सुपोषण जैविक आहार का शुभारंभ

अनेक रचनात्मक और सामाजिक सारोकार के कार्यों में जिला

       दुर्ग। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक दुर्ग की आज 108 वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के द्वारा इससे सम्बद्ध दुर्ग, बालोद, बेमेतरा जिले के 182 समितियों को 1 करोड़ 62 लाख रूपए लाभांश का वितरण किया गया। इस अवसर पर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक द्वारा सामाजिक सारोकार की दिशा में सुपोषण जैविक आहार का शुभारंभ करते हुए शिशुवती माताओं को सुपोषण किट एवं कुपोषित बच्चों को स्वच्छता किट का वितरण किया। शिशुवती माताओं को पूर्ण रूप से जैविक पद्धति से तैयार पोषण आहार का वितरण जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के योगदान से किया जाएगा। दुर्ग, बालोद एवं बेमेतरा जिला में सुपोषण जैविक आहार का वितरण सुचारू रूप से संचालित हो सके इसके लिए बैंक के द्वारा तीनों जिलों के महिला बाल विकास विभाग को 5-5 लाख रूपए का चेक वितरण भी किया गया। साथ ही किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बेरला शाखा एवं जामगाॅव आर शाखा में शुरू होने जा रहे ए.टी.एम. का लोकार्पण भी किया गया।

       कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दुर्ग सांसद श्री विजय बघेल ने कहा कि हिंदू रिति-रिवाज में धनतेरस का दिन महत्वपूर्ण माना जाता है इस दिन जो भी कार्य किया जाता है वह सिद्ध होता है। आज से 108 साल पहले 14 सदस्यों के साथ मात्र 10 हजार रूपए से 19 अक्टूबर 1911 को धनतेरस के ही दिन बालोद जिले के एक छोटे से ग्राम से इसका शुभारंभ किया गया था। जिला सहकारी बैंक ने हर स्तर पर अनेक बाधा और चुनौतियों को पार करते हुए सफलता अर्जित की है। प्रदेश के अन्य सहकारी बैकों की तुलना में यह बैक अनेक रचनात्मक और सामाजिक सरोकार के कामों में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। उन्होंने कहा कि यह बंैक सेवाभाव के साथ चल रहा है। जिसका प्रतिफल किसानों के साथ ही अब शिशुवती माता और कुपोषित बच्चों को भी मिलेगा। उन्होंने जैविक खेती का महत्व बताते हुए कहा कि जैविक खेती के जरिए भूमि को बचाया जा सकता है। रसायनिक खाद और उर्वरक का उपयोग करने से भूमि की आद्रता और उपजाऊपन नष्ट हो रही है साथ ही उत्पादित अनाज और फसलें हमें दिनोदिन बीमार कर रही है। हमें इन सबसे बचने के लिए जैविक खेती को बढ़ावा देना चाहिए।

       इस अवसर पर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री प्रीतपाल बेलचंदन कहा कि जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक जिले के किसानों के हित के लिए गंभीरता से कार्य कर रहे हैं। आज हमें इसकी स्थापना का 108 वां स्थापना दिवस मनाते हुए हर्ष हो रहा है कि बैंक ने अपने अनेक उतार चढ़ाव के बावजूद सदैव किसानों के हित के लिए कार्य किया है। बैंक ने आज एक कदम सामाजिक क्षेत्र में बढ़ाते हुए शिशुवती माताओं के हित के लिए सी.एस.आर. मद से कार्पोरेटिव बैंक के द्वारा जैविक पोषण आहार का शुभारंभ किया है। इससे 3600 शिशुवती माताओं को इसका सीधा लाभ मिलेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वैशाली नगर विधायक श्री विद्यारतन भसीन ने कहा कि धनतेरस के दिन से हिंदु संस्कृति में दिपावली प्रारंभ होती है। आज से 108 साल पहले धनतेरस के दिन 1911 में इस बैंक की स्थापना मात्र 10 हजार रूपए से हुई थी। आज यह बैंक 27 करोड़ का वार्षिक आय है। इससे पता चलता है कि बैंक ने अपने उच्च दक्षता से कार्य करते हुए यह मुकाम हासिल की है। इसके लिए उन्होंने सभी समितियों को धन्यवाद एवं शुभकामनाएं दिया। इस अवसर पर दुर्ग संभागायुक्त श्री दिलीप वासनीकर समिति के प्रतिनिधि गण सदस्यगण एवं किसान समुह, शिशुवती माता उपस्थित थे।

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