रायपुर। एक सामान्य गाँव के छोटे से उद्यमी से फिल्म इंडस्ट्री का सफर! मेरा मार्गदर्शन करने वाली माँ, जो कम पढ़ी लिखी थी, और पिताजी, जो अधिक पढ़े लिखे थे, ने हमेशा मुझे हौसला दिया। कभी भी हार नहीं मानने का जूनून और फिल्म से लेकर छग को पहचान में मदद करने का इरादा। समर्थ टीम और दुर्ग, भिलाई से शुरू होकर गोवा, कलकत्ता और हैदराबाद तक शूटिंग होने वाली है। यह एक कहानी है उत्साह, संघर्ष और छत्तीसगढ़ की पहचान की। फिल्म को लेकर अन्य प्रदेशों में जो नकारात्मकता है, उसे सकारात्मकता में बदलने की कड़ी मेहनत जारी है। मेरा यह लक्ष्य है कि छग को साउथ और बॉलीवुड की तरह शोहरत मिले और हमारी भाषा, सांस्कृतिक धारा को दुनिया के सामने प्रस्तुत करें। मेरी इस क्षुधा का नतीजा है यह फिल्म, जिसे मैंने अपने जीवन के कई संघर्षों के बावजूद बनाई है। हौसला, मेहनत, और ईश्वर का आशीर्वाद है मेरा सच्चा सहारा।