कोरोना से निपटने सात सूत्रों पर काम शुरू
अधिक आवाजाही वाली दुकानों, मार्केट के अत्याधिक भीड़भाड़ इलाकों वाले अधिक ग्राहकों की आवाजाही वाले दुकानदारों की भी सैंपल जांच
आरोग्य सेतु के इतिहास पोर्टल के अनुसार पिंक एरिया, कंटेनमेंट जोन, पूर्व में कंटेनमेंट जोन रह चुके क्षेत्रों में घर-घर जाकर पुनः जांच करेगी हेल्थ टीम, लक्षण वाले मरीजों के सैंपल लिये जाएंगे
दुर्ग। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने निगम, स्वास्थ्य अमले एवं कोविड कंट्रोल से जुड़े अधिकारियों की अहम बैठक बुधवार देर शाम ली। उन्होंने कहा कि हम लोग लगातार आरोग्य सेतु पर नजर रख रहे हैं। इसमें जो संभावित हाटस्पाट और इमर्जिंग हाटस्पाट दिखा रहे हैं। वहां पर कोरोना संक्रमण की आशंका से निपटने के लिए रणनीतिक रूप से और दक्षतापूर्ण काम होना चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि इसके लिए सात सूत्रों पर सतत रूप से और प्रभावी कार्य करना है।
होम क्वारंटीन की सख्त मानिटरिंग – इनमें सबसे पहला है क्वारंटीन सेंटर पर और होम क्वारंटीन पर रह रहे लोगों की स्ट्रिक्ट मानिटरिंग। इसके लिए लगे लोगों से लगातार फीडबैक प्राप्त करें। इस संबंध में किसी भी तरह की शिकायत होने पर त्वरित कार्रवाई करें।
विदेशों से लौट रहे और ईपास से लौट रहे लोगों की मानिटरिंग- दूसरी प्रमुख बात पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि अभी बड़ी संख्या में लोग बाहर से आ रहे हैं। विदेशों में बसे लोग भी अपने घरों में लौट रहे हैं। इनके क्वारंटीन की स्ट्रिक्ट मानिटरिंग आवश्यक है। यह मानिटरिंग उनके रायपुर में लैंड करते ही शुरू हो जानी चाहिए। बाहर से आ रहे किसी भी व्यक्ति की जानकारी में चूक नहीं होनी चाहिए। जो लोग ई पास के माध्यम से आ रहे हैं उनके क्वारंटीन पर भी प्रभावी नजर रखें।
सारे नगरीय क्षेत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता करेंगी सर्वे- पूरे नगरीय क्षेत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर सर्वे किया जाएगा। इसमें बाहर से आने वाले लोगों की जानकारी के साथ ही सर्दी-बुखार आदि लक्षणों की जानकारी वाले लोगों को चिन्हांकित किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि यह काम हर दिन ज्यादा से ज्यादा होना चाहिए। जितने लोगों को बेहतर तरीके से ट्रेस कर पाएं, उतना ही कोरोना को रोक पाने में सफलता मिलेगी।
आरोग्य सेतु पोर्टल के इतिहास रिपोर्ट में दिखाये पिंक एरिया पर रहे विशेष नजर- कलेक्टर ने कहा कि इतिहास रिपोर्ट के अनुसार पिंक एरिया, कंटेनमेंट जोन, पूर्व में कंटेनमेंट रह चुके जोन में नगरीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर सर्वे करे। जिन मरीजों में भी लक्षण मिलते हैं उनके सैंपल ले। उन्हें घर में रहने की हिदायत दें और ऐसा करना सुनिश्चित भी करें।
कंटेनमेंट जोन से लगे नजदीकी क्षेत्रों में रैपिट टेस्ट किट से सैंपल- कंटेनमेंट जोन से लगे नजदीकी क्षेत्र में इस तरह के लक्षण वाले लोग मिलते हैं तो रैपिड टेस्ट किट से इनके सैंपल की जांच करें।
अधिक जोखिम वाली सैलून जैसी दुकानों के दुकानदारों की होगी सैंपल जांच- कलेक्टर ने कहा कि ऐसी दुकानें जिनमें ग्राहकों की आवाजाही काफी ज्यादा होती है जो भीड़भाड़ वाले इलाकों में हैं और ग्राहकों से संपर्क काफी होता है। ऐसे दुकानदारों की आरटी-पीसीआर सैंपलिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि सैलून में काफी संख्या में ग्राहक आते हैं और सीधे संपर्क होता है। उसी प्रकार ट्रांसपोर्ट से जुड़े क्लीनर, ड्राइवर आदि की भी सैंपलिंग कराई जाएगी।
फीवर क्लीनिक में लक्षण होने पर रैपिड टेस्ट- फीवर क्लीनिक में लक्षण वाले मरीजों के आने पर रैपिड टेस्ट किए जाने की बात उन्होंने कही।
इसके अलावा इस पर भी जोर- उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए आवश्यक है कि लोग सुरक्षा उपाय करें। इसके लिए मास्क का प्रयोग अनिवार्य है। जहां भी इसका उल्लंघन होता पाया जाता है वहां पर जुर्माना करें। निगम की टीम विशेष रूप से दुकानों का निरीक्षण करें। यहां पर मास्क पहना जाना सुनिश्चित करें।
हाटस्पाट फोरकास्ट, यहां के निवासी रखें सुरक्षा का खास ध्यान-
आरोग्य सेतु ने जिले में हाटस्पाट फोरकास्ट चिन्हांकित किये हैं। रिपोर्ट 30 जून को अद्यतन की गई है। इसके मुताबिक भिलाई वेस्ट (490009), सुपेला भिलाई (490023), उरला (490025), अहिवारा (490036), दुर्ग कचहरी (491001), नेवई (491107), चंदखुरी (491221), सुरदोनगर (491993) पिंक एरिया है। एंबर एरिया में आईबीएसबी (490001), दुर्ग (491001), पिसेगाॅव (491001) बलोदा (491226) है।
इमरर्जिंग हाटस्पाट – यहाॅ भी सुरक्षा का रखें ध्यान –
भेंडसर (491001), कपसदा (490042), रौंदा (491331), घोटा (491331), पिसेगाॅव (491001), देवरी (491331), नंदकट्टी (491001), अहिवारा (490036), मुरमुंदा (490036), बरहापुर (491331), तर्रा (491111), नंदिनी खुंदिनी (490036) नरधा (490024), हिर्री (491001), पेंड्रावन (491331), दारगाॅव (491332) सुरडुंग (490024), रिसामा (491221), उरला (490025), करंजा भिलाई (490024), कुम्हारी (490042), नेवरा (493114), धौर (490024), राजपुर (491331), गिरहोला (490036), सेमरिया (491332) है।
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अभिसाक्षी को शपथ दिलाने की शक्ति इन अधिकारियों को
दुर्ग। छ.ग. राजपत्र में प्रकाशन, मूल सेवा अभिलेख में दर्ज नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि, आश्रितों का विवरण जैसी मूलभूत प्रविष्टियों में संशोधन के संबंध में कलेक्ट्रेट कार्यालय उपस्थित होने वाले नागरिकों को सूचना दी गई है। व्यवहार प्रक्रिया संहिता की धारा 139 अंतर्गत शपथ पत्र पर अभिसाक्षी को शपथ दिलाने की शक्ति जिन अधिकारियों को दी गई है। उनके बारे में आम जनता को अवगत कराने सूचना जारी की गई है। इनमें कोई भी न्यायालय या मजिस्ट्रेट अथवा नोटरी अधिनियम अंतर्गत नियुक्त नोटरी, ऐसा कोई भी अधिकारी या अन्य व्यक्ति जिसे उच्च न्यायालय इस निर्मित नियुक्त करें अथवा किसी अन्य न्यायालय द्वारा जिसे राज्य सरकार ने इस निर्मित विशेष रुप से सशक्त किया है। इस प्रकार किसी लिखत के निष्पादन का सत्यापित, अधिप्रमाणित, प्रमाणित या अनुप्रमाणित नोटरीकृत शपथपत्र की मांग की जाती है। उस स्थिति में आवेदक शपथकर्ता संबंधित अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के समक्ष शपथपत्र सत्यापन हेतु प्रस्तुत कर सकते हैं। जिला कार्यालय में किसी प्रकार का शपथ पत्र सत्यापन हेतु प्रस्तुत नहीं किया जाएगा।
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वन होम, वन ट्री कैंपेन, युद्धस्तर पर तैयारियां
दुर्ग। अब तक के जिले में सबसे बड़े पौधरोपण अभियान वन होम, वन ट्री के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां चल रही हैं। इस संबंध में वन विभाग एवं संबंधित विभागों को पौधे तैयार करने के निर्देश दिये गए थे। पौधे सभी संबंधित लोगों को पहुंचाये जा रहे हैं ताकि वितरण की प्रक्रिया में किसी तरह की दिक्कत न हो। पंचायतों में सार्वजनिक जगहों में पौधरोपण का चिन्हांकन हो चुका है। शहर में भी महत्वपूर्ण स्थलों पर चिन्हांकन हो गया है। शहर और ग्रामीण क्षेत्र में व्यापक रूप से लोगों की भागीदारी हो इसके लिए व्यापक मुनादी की गई है। अलग-अलग नगरीय निकायों ने इसके लिए अलग-अलग रणनीति बनाई है। कल इस संबंध में महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में सभी नगरीय निकायों ने अपनी रणनीति बनाई। इसके अलावा सभी विभागों द्वारा इस संबंध में कार्ययोजना पूछी गई। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश हैं कि प्रदेश में हरियाली का व्यापक प्रसार करना है। यह केवल सार्वजनिक जगहों तक सीमित नहीं रहेगा। इसके लिए घर-घर में पेड़ लगाने का आह्वान करना है। इसके लिए जनप्रतिनिधियों का सहयोग लें। पार्षदों का सहयोग लें। हर व्यक्ति अपनी भागीदारी निभाएगा तो प्लांटेशन की यह महत्वपूर्ण ड्राइव सफल होगी। कलेक्टर ने कहा कि पौधों को लगाने के साथ ही सहेजने के भी पूरे इंतजाम करें। उन्होंने कहा कि यह ऐसा मिशन है जिसमें समाज के सभी पक्षों की भागीदारी जरूरी है। उन्होंने नगरीय निकायों के अधिकारियों से इस संबंध में अब तक की गई कार्रवाई के संबंध में भी जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि पिछली बैठक के निर्देशानुसार नगरीय निकायों में इस संबंध में संगठनों की बैठक ली जा चुकी है। प्राइवट स्कूल प्रबंधन की बैठक भी ली जा चुकी है।