किसानों को अधिक बोझ: सरकारी नीति के तहत बेचे गए धान से भारतीय किसानों का अन्नदाता गंवाया
रायपुर। बालोद जिला के 52 धान खरीदी केंद्रों को नोटिस देकर ज्यादा धान खरीदी पर सवाल पूछने पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति व्यक्त किया है। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार का असल किसान विरोधी चेहरा सामने आ गया है। 21 क्विंटल धान बेचने वाले किसानों से पूछा जा रहा है कि जब अनावरी रिपोर्ट में 15 क्विंटल धान उत्पादन लिखा है तो फिर 21 क्विंटल धान किसानों ने कहाँ से बेचा हैं? बालोद जिला की 52 धान खरीदी केंद्रों को नोटिस दिया गया हैं यानि उस 52 धान खरीदी केंद्रों में 21 किवंटल धान बेचने वाले किसानों से अब भाजपा सरकार प्रति एकड़ 15500 रु की वूसली की तैयारी है? ऐसे ही नोटिस प्रदेश के अन्य जिलों के कई धान खरीदी केंद्रों को भी भेजा गया है। पूरे प्रदेश में किसानों के 21 क्विंटल धान बेचने पर भाजपा की सरकार संदेह कर रही है।
भाजपा के कथनी और करनी में फर्क है, केंद्र की भाजपा सरकार ने किसानों को स्वामीनाथन कमेटी के सिफारिश के अनुसार लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य और 2022 तक किसानों की आमदनी बढ़ाने का वादा किया था जो अधूरा रह गया है।